भोजपुरी इंडस्ट्री (Bhojpuri Cinema) बहुत ही बड़े लेवल पर अपने पैर पसार रही है। फल रही है फूल रही है। जहाँ एक तरफ देसी कलाकार लोगो का मनोरंजन कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इनके आपसी मतभेद भी नहीं छुप रहे। आपको बताने जा रहे हैं भोजपुरी जगत की 5 बड़ी विवादित ख़बरें जो साल 2019 में मीडिया की सुर्खियाँ बनी रही।
1 . पवन सिंह और अक्षरा सिंह का विवाद
सबसे पहले बात भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह (Pawan Singh) की। पवन सिंह और अक्षरा सिंह (Akshara Singh) का विवाद आप कैसे भूल सकते हैं। कई साल पवन सिंह के साथ रहने के बाद अक्षरा सिंह ने उन पर ये आरोप लगाया कि पवन उन्हें मारते हैं, पीटते हैं, शराब पीकर गालियां देते हैं, और तो और सारे म्यूजिक कम्पनी से अक्षरा का काम तक छीन रहे हैं। उनके गानों को रिलीज ही नहीं होने दे रहे। पवन की हरकतों से तंग आकर अक्षरा ने ये मामला पुलिस और कोर्ट तक पहुंचा दिया। हालांकि कोर्ट ने पवन सिंह को कहीं भी कसूरवार नहीं पाया और उनके पर लगे सारे मामले हटा दिए गए। आश्चर्य की बात ये है कि पवन सिंह ने आजतक अक्षरा के खिलाफ मीडिया में कभी भी कोइ बयान नहीं दिया।
2. खेसारी लाल यादव और प्रदीप पांडेय का विवाद
दूसरा विवाद भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) और प्रदीप पांडेय उर्फ़ चिंटू (Pradeep Pandey) को लेकर है। इनकी लड़ाई सभी जानते हैं। जब भी मौक़ा होता है दोनों एक दूसरे के कुछ भी बोलने से नहीं चूकते। ये दोनों रक दूसरे से इतनी नफरत करते हैं कि एक दूसरे का चेहरा तक नहीं देखना चाहते। इसका ताजा उदाहरण हालही में देखने को मिलना है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं हालही में हुए भोजपुरी फिल्म अवार्ड की जिसमे खेसारी लाल यादव को मुख्य अतिथि के रूप में निमंतरण दिया गया था। खेसारी इस अवार्ड फंक्शन में सिर्फ इसलिए नहीं आए क्योंकि चिंटू पांडेय का यहाँ ना केवल परफॉर्म था बल्कि उन्हें अवार्ड से भी सराहा गया।
3. संजय पांडेय और देव सिंह का विवाद
तीसरी विवाद भोजपुरी के सुपर विलन संजय पांडेय (Sanjay Pandey) को लेकर रहा। हालही में हुए एक भोजपुरी अवार्ड में बेस्ट विलन की ट्रॉफी संजय पांडेय को ना देकर देव सिंह (Dev Singh) को दी गई। इस बात का गुस्सा संजय पांडेय ने सोशल मीडिया एकाउंट पर दिखाया। संजय पांडेय ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वोट लिस्ट शेयर की जिसमे दिखाया कि लोगों ने सबसे ज्यादा वोट उन्हें दिए हैं पर भी तीसरे नंबर पर आने वाले देव सिंह को बेस्ट विलन की ट्रॉफी दी गई। साफतौर से अवार्ड फंक्शन पर मिलने वाले अवार्ड को झूठा और खरीदा जाने वाला बताया है।
4. संभावना सेठ और रानी चटर्जी का विवाद
विवाद की बात हो रही हो हम भला विवादों की रानी संभावना सेठ (Sambhavna Seth) को कैसे भूल सकते हैं। संभावना ने पवन और अक्षरा सिंह के विवाद में ना केवल पवन का समर्थन कर दिया बल्कि भोजपुरी के कलाकारों को भी आड़े हाथ लिया। संभावना की ये हरकत भोजपुरी क्वीन रानी चटर्जी को पसंद नहीं आई। उन्होंने संभावना को टारगेट हुए सोशल मीडिया पर लम्बे चौड़े बयान लिखने शुरू कर दिए। ये मामला इतना बढ़ गया कि दोनों ही एक दूसरे का बिना नाम लिए आज भी एक दूसरे पर सोशल मीडिया पर वार करते रहते हैं। सच्चाई तो ये है संभावना और रानी (Rani Chatterjee) एक दूसरे का चेहरा तक नहीं देखना चाहते।
5. राजकुमार और भोजपुरी इंडस्ट्री का विवाद
पांचवा विवाद भोजपुरी के दिग्गत निर्माता और प्रोड्यूसर राजकुमार पांडेय (Rajkumar Pandey) को लेकर है। राजकुमार पांडेय को इंडस्ट्री में लोग इसलिए नहीं पसंद करते क्योंकि वे अपनी बातें बड़े ही बिंदास तरीके से रखते हैं। हमसे एक्सक्लूसिव इंटरव्यू करते हुए राजकुमार पांडेय भोजपुरी अवार्ड लेकर एक बहुत ही बड़ा खुलासा किया था। राजकुमार का कहना था कि भोजपुरी के अवार्ड खरीदे बेचे जाते हैं। सेटिंग से मिलते हैं। हमने जब राजकुमार से ये पूछा कि चिंटू को अवार्ड क्यों नहीं मिलता। जवाब में राजकुमार ने कहा – अवार्ड वाले कहते हैं चिंटू को बोलिये परफॉर्म करने के लिए उसेक बाद ही आपको और आपके बेटे को अवार्ड देंगे। चिंटू के पास टाइम नहीं है। वो परफॉर्म नहीं कर पाता इसलिए उसे अवार्ड नहीं मिलता और मुझे अब बुलाना बंद कर दिया गया है। राजकुमार के इस बयान ने भोजपुरी इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया था।
एक्सक्लूसिव वीडियो में देखें आम्रपाली दुबे और दिनेश लाल यादव निरहुआ के साथ ख़ास बातचीत