दिल्ली सरकार ने 15 जुलाई को भोजपुरी और मैथिली (Bhojpuri Maithili) को बढ़ावा देने की नई योजना बनाई है। इस योजना के तहत 8वीं से 12वीं क्लास के बच्चों को ये दोनों भाषा को पढ़ाया जाएगा। इसे छात्रों के लिए ऑप्शनल सब्जेक्ट बनाया जाएगा, जिसे लेने के बाद आईएएस की तैयारी करने वाले छात्रों की फ्री कोचिंग दिलाई जाएगी। ये योजना उस वक्त आई है, जब दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कुछ वक्त ही रह गया है। ये भाषा बोलने वाले लोग दिल्ली की राजनीति में काफी अहम भूमिका निभाते हैं।
दिल्ली में 60 लाख से 70 लाख लोग मैथिली और भोजपुरी (Bhojpuri Speaking People In Delhi) बोलते हैं। दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार ने भोजपुरी को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा की मैथिली पहले से ही संविधान की अनुसूची में शामिल है।उन्होंने कहा कि भोजपुरी के अनुसूची में शामिल नहीं होने की वजह वह चाह कर भी भोजपुरी को ऑप्शनल लैंग्वेज के तौर पर स्कूल में नहीं पढ़ा सकते हैं। अनुसूची में शामिल नहीं होने की वजह से किसी प्रतियोगी परीक्षा में भोजपुरी को ऑप्शनल लैंग्वेज के तौर पर नहीं ले पाएंगे।
छात्रों को प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए दिलाएगी जाएगी मुफ्त कोचिंग
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने फैसला किया है कि जो लोग मैथिली को ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर लेंगे सिविल सर्विसेज जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी फ्री कोचिंग दिलवाई जाएगी। एग्जाम के लिए मैथिली भाषा की भी कोचिंग दिलाई जाएगी। दिल्ली सरकार ने संस्कृत के साथ इस तरह काा एक्सपेरिमेंट किया गया था, जो काफी सफल हुआ। मैथिली भोजपुरी अकादमी (Maithili Bhojpuri Academy In Delhi) बच्चों को लैंग्वेज की फ्री कोचिंग भी देगी।
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