निरहुआ ने आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में करी जीत हासिल, ट्वीट कर जताई ख़ुशी

भोजपुरी अभिनेता से राजनेता बने निरहुआ पहले आम चुनावों (General Elections) में अखिलेश यादव से हार गए थे। और अब दो साल बाद, उन्होंने समाजवादी पार्टी को उसके गढ़ आजमगढ़ में अपनी सबसे बड़ी हार सौंप दी है।

अब जबकि आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के नतीजे सामने आगए हैं, तो यह दिनेश लाल यादव उर्फ़ निरहुआ के लिए एक बड़ी जीत में बदल गया है। जी हां आजमगढ़ से बीजेपी के दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ चुनाव जीत गए हैं और सपा के धमेंद्र यादव 10 हजार वोटों से चुनाव हार गए हैं। हालाँकि आजमगढ़ में जब नतीजे आना शुरु हुए तो बीजेपी और सपा के बीच कड़ी टक्कर दिखाई दी। लेकिन इस कड़ी टक्कर में निरहुआ ने जीत हासिल कर ली हैं।

निरहुआ ने ट्वीट कर जताई ख़ुशी और आभार

चुनाव में जीत हासिल करने के बाद निरहुआ ने ट्वीट करते हुए कहा, “जनता की जीत! आजमगढ़वासियों आपने कमाल कर दिया है। यह आपकी जीत है। उपचुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही जिस तरीके से आप सबने भाजपा को प्यार, समर्थन और आशीर्वाद दिया, यह उसकी जीत है। यह जीत आपके भरोसे और देवतुल्य कार्यकर्ताओं की मेहनत को समर्पित है।”

पहले चखा था हार का स्वाद

भोजपुरी अभिनेता से राजनेता बने निरहुआ पहले आम चुनावों (General Elections) में अखिलेश यादव से हार गए थे। और अब दो साल बाद, उन्होंने समाजवादी पार्टी को उसके गढ़ आजमगढ़ में अपनी सबसे बड़ी हार सौंप दी है। दरअसल बीजेपी ने आजमगढ़ सीट से ओबीसी वोटों को ध्यान में रखते हुए यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। चुनावों ने भले ही निरहुआ को प्रतिद्वंद्वी खेमे (rival camp) में खड़ा कर दिया हो, लेकिन अखिलेश यादव सरकार ने उन्हें एक बार ‘यश भारती’ पुरस्कार से सम्मानित किया था। बीजेपी को अक्सर मनोरंजन उद्योग के उम्मीदवारों को जुनावी मैदान में उतारने के लिए जाना जाता है, जिनका एक अच्छी फेन फोल्लोविंग हो। मनोज तिवारी हों या रवि किशन, पार्टी के लिए महत्वपूर्ण चुनावों में भोजपुरी सितारों को उतारने का विचार नया नहीं है।

निरहुआ के बारे में जाने:

आपको बतादे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले ‘निरहुआ’ का जन्म 2 फरवरी 1979 को हुआ था। भोजपुरी फिल्म उद्योग में एक लोकप्रिय नाम, दिनेश लाल यादव ने अभिनय से लेकर गायन से लेकर एल्बम बनाने तक सब कुछ किया है। निरहुआ ने मनोरंजन के हर रूप में सफलता प्राप्त की है। एक साधारण बैकग्राउंड से आने वाले निरहुआ को अपने शुरुआती वर्षों में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था। उनके पिता 3,500 रुपये मासिक वेतन पर कोलकाता में काम करते थे। और उनका सात लोगों का परिवार इसी मासिक कमाई से गुजारा करता था। कुछ समय बाद दिनेश लाल यादव उर्फ़ निरहुआ ने यूपी छोड़ने और अपने पिता के साथ बंगाल जाने का फैसला किया। उन्होंने अपने शुरुआती साल बंगाल में बिताए। उन्होंने 2006 में अपने अभिनय की शुरुआत की। लेकिन यह 2008 की ब्लॉकबस्टर ‘निरहुआ रिक्शावाला’ थी जिसने अभिनेता को बहुत प्रसिद्धि दी। 2013 में, निरहुआ ने अपना संगीत एल्बम ‘निरहुआ सातल रहे’ रिलीज़ किया और एक गायक के रूप में भी नाम कमाया। और अब, दिनेश लाल यादव उत्तर प्रदेश और बिहार में एक प्रसिद्ध हस्ती हैं।

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chhayasharma :मेरा नाम छाया शर्मा है. मैं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक जर्नलिस्ट के रूप में पिछले 6 साल से ज्यादा समय से काम कर रही हूं. मैं सेलिब्रिटी न्यूज, लाइफस्टाइल कंटेंट और फैशन ट्रेंड्स की विशेषज्ञ हूं. मुझे नई और अनोखी कहानियों की खोज करने का शौक है और मुझें अपने रीडर्स के लिए एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की नई-नई खबरें और गॉसिप लिखना बेहद पसंद है. मैं एक उत्सुक पाठक, फिल्म शौकीन और संगीत प्रेमी हूं. और हमेशा अगली बेहतरीन कहानी की तलाश में रहती हूं