भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार और अब सांसद रवि किशन ने संसद में पहली बार अपना प्रस्ताव रखा। उन्होंने भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं (Bhojpuri Language in 8th Schedule) अनुसूची में रखने की मांग खास अंदाज में की। उन्होंने भोजपुरी भाषा अनुसूची में शामिल करने के लिए अपना मजबूत पक्ष रखा। उन्होंने लोकसभा में कहा कि देश में करीब 25 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते और समझते हैं। मॉरीशस में इसे दूसरी राष्ट्रभाषा का दर्जा मिला हुआ है। कई कैरेबियाई देशों में भोजपुरी बोली जाती है।
इतना ही नहीं, रवि किशन (Ravi Kishan In Parliament) ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणस दौरे के दौरान भोजपुरी बोलने का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,’का हाल भा काशी, गौड़ छूकर प्रणाम करत हईं। और नमस्कार करत हीं बिहार के।’ उन्होंने कहा था कि ये सुन-सुन कर बम बम हो गया था। इसके बाद यकीन हो गया था कि भोजपुरी को आठवी अनुसूची में शामिल किया जाएगा। इसके बाद उन्होंने एक भोजपुरी सॉन्ग, ‘ए गंगा मैया तोहे पियरी चढ़इवे, सईयां से करदा मिलनवा।’ हालांकि गाने के दौरान उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने गाने के लिए मना किया।
यहां देखिए रवि किशन को लोकसभा में भोजपुरी के पक्ष में बोलते हुए-
भोजपुरी भाषा में मिठास
इसके बाद भी रवि किशन ने भोजपुरी (Ravi Kishan) के पक्ष में कहा, ‘महोदय भोजपुरी भाषा में देखिए कितनी मिठास है। मैं हाथ जोड़करअपनी सरकार से विनती करता हूं कि इस भाषा को आठवी अनुसूची में शामिल किया जाए।’ रवि किशन की इस मांग को सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोगों ने भी समर्थन किया। आपको बता दें कि रवि किशन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से भाजपा की ओर से जीत कर आए हैं। वह पहली बार सांसद बने हैं।
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