ऋतु सिंह, जो कि एक पॉपुलर भोजपुरी एक्ट्रेस हैं उनका जन्म 11 सितंबर 1992 में हुआ था। इनकी पहली फिल्म थी 2013 में आई ‘दिलदार सांवरिया’। ये एक्ट्रेस कई सुपरहिट मूवी में काम कर चुकी हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उन्होंने हिंदी रश डॉट कॉम केसंवाददाता धर्मेंद्र दुबे से एक्सक्लूसिव बातचीत की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि एक लड़की जो ठान लें और सच्चाई की राह चुनकर चले तो उसे कोई भी नहीं रोक सकता है। इसके अलावा भी उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातें शेयर की। आप भी जानिए फिल्मों उनकी ये खास बातें जो आपने पहले कभी नहीं सुना होगा।
सवाल – फिल्मों में आने के लिए आपको कितना स्ट्रगल करना पड़ा?
ऋतु सिंह – मुझे फैमिली का पूरा सपोर्ट मिला था। जब मैंने फिल्मों में आने की सोची तो मेरे परिवार वालों ने मेरा समर्थन किया। हां, मुझे स्ट्रगल तो करना पड़ा, लेकिन फैमिली सपोर्ट की वजह से ये थोड़ा आसान हो गया। मेरे पापा सब-इंस्पेकटर हैं और मां हाउसवाइफ। उनका हमेशा सपोर्ट रहा है।
सवाल – बिहार-यूपी की जो लड़कियां फिल्मों में आना चाहती हैं उनके माता-पिता को क्या कहना चाहेंगी?
ऋतु सिंह – जो भी लड़का या लड़की एक्टिंग में करियर बनाना चाहते हैं वो शॉर्टकट न अपनाएं। एक दो साल खुद को टाइम दें और खुद को पॉलिश करें। मैंने भी फिल्मों में आने से पहले थियेटर किया था। फैमिली का सपोर्ट रहेगा तो यकीनन काफी मदद मिलेगी और वो ऊंचाईयों को छू सकेंगे।
सवाल- एक्टिंग के साथ क्या आप सिंगिंग भी करती हैं? क्या यहां तक आने के लिए क्या चुनौतियां मिली?
ऋतु सिंह – मुझे डांसिंग और सिंगिंग बेशक पसंद है, लेकिन मैं बाथरुम सिंगर हूं। बहुत चुनौतीपूर्ण रहा आपने काफी अच्छी बात कही है ऐसे कई लोग हैं जैसे कुछ डायरेक्टर जिनका नाम नहीं लेना चाहूंगी जो कहते हैं कि एक ही रास्ता है या आप वापस जा सकते हैं। लेकिन आप देखिए आज मैं कहां हूं और वो कहां। मुझे कॉन्फिंडेंस था खुद पर। आज बहुत खास दिन है तो ये कहना चाहूंगी कि एक लड़की जो ठान लें और सच्चाई की राह चुनकर चले तो उसे कोई भी नहीं रोक सकता है।
सवाल – जब चुनौतियां आती हैं तो कौन-सा गाना गुनगुनाती हैं?
ऋतु सिंह – जब किसी परेशानी से गुजरती हूं तो माता रानी और मां को याद करती हूं। मैं माता रानी का ही गाना गुनगुनाती हूं। पवन सिंह से काफी प्रभावित हूं, तो उनका एक माता रानी का गाना गुनगुनाती हैं।
सवाल – भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में डबल मीनिंग या अश्लील गानों को लेकर होने वाली टिप्पणी को कैसे फेस करती हैं?
ऋतु सिंह – शुरुआत में मैं डबल मीनिंग गाने समझ में नहीं आए। हालांकि, मेरे गाने इतने डबल मीनिंग नहीं थे। लेकिन अब ऐसा कोई गाना आता है, तो मैं मना कर देती हूं। मैं अब हर गाने को सुनती हूं और जरूरत पड़ने पर दोस्तों और परिवार वालों से भी राय मांगती हूं। अगर वो अश्लील लगता है तो मैं उसे करने से मना कर देती हूं या फिर गाना बदलने की मांग करती हूं। डबल मीनिंग गाने भोजपुरी फिल्म का अवगुण है। एक-एक बंदे को आगे आना होगा इसे रोकने के लिए। मैं भी इसके खिलाफ आवाज उठाऊंगी।
सवाल – भोजपुरी इंडस्ट्री में दिनेश लाल यादव ने एक आंदोलन छोड़ रखा है अश्लीलता को जड़ से खत्म करने का, आप उनके सपोर्ट में हैं?
ऋतु सिंह – बिल्कुल, मैं उनकी बहुत बड़ी फैन हूं। वो हमारे मार्गदशर्क हैं उनके हर कदम पर साथ हूं।
सवाल – क्या आपको भी इस इंडस्ट्री में दबाव सहना पड़ा? क्या आप भी मीटू का शिकार हुई हैं?
ऋतु सिंह – यदि मैं मना करूंगी तो कोई यकीन नहीं करेगा क्योंकि मैंने एक ऐसा फील्ड चुना है। मुझे भी ऐसे कई ऑफर्स आए, लेकिन मैंने उन्हें लात मार दी। उन लोगों को मैं ऑवइड और ब्लॉक कर देती हूं। वो लोग यकीन मानिए अब जीरो लेवल पर हैं और मैं इस मुकाम पर हूं। हां, कुछ लड़कियां इन चक्करों में आ जाती हूं। अगर मैं भी उनकी बात मान लेती तो शायद इस वक्त और ज्यादा सफल होती, लेकिन आज मैं जिस मुकाम पर हूं अपने दम पर हूं और काफी खुश हूं। यकीनन मीटू मूवमेंट एक अच्छी पहल है।
सवाल – खेसारी लाल के साथ अभी आपने ‘बागी’ फिल्म किया, उनके बारे में क्या कहना है?
ऋतु सिंह – वो बहुत ही अच्छे इंसान हैं। वो अपने कोस्टार को बहुत कम्फर्टेबल फील करते हैं और कम्पफर्ट जोन में रखते हैं जिससे आप अच्छी तरह काम कर पाते हैं। इनके साथ ये मेरी तीसरी फिल्म है।
सवाल – कुछ भोजपुरी एक्ट्रेसेस हैं जो इस इंडस्ट्री में जगह बनाना चाहती हैं, लेकिन मीटू जैसे मामलो से डरती हैं। उनको क्या कहना चाहेंगी?
ऋतु सिंह – आपको बिल्कुल नहीं डरना चाहिए। गर्ल पावर के आगे कुछ नहीं है। अगर आप सच्ची हैं तो डरने की जरूरत नहीं है। आगे बढ़कर स्ट्रगल कीजिए अपना 100 प्रतिशत दीजिए। किसी के चक्कर में फंसने की जरूरत नहीं है। अगर आपको कोई कुछ बोलता है तो वहीं पर आपको जो सही लगे रिएक्ट करिए। अगर आप सही हो तो आपको कोई नहीं रोक सकता है। हां, थोड़ा वक्त लग सकता है। अब ये इंड्रस्ट्री बहुत सिक्योर हो चुकी है। आपको कोई हाथ नहीं लगा सकता जबतक आप अपना हाथ नहीं देंगी।
सवाल – बॉलीवुड में अभी कई महिला प्रधान फिल्में बनी हैं, आप कोई इनमें से फिल्म करना चाहेंगी? या आपकी कोई ऐसी फिल्म आ रही है?
ऋतु सिंह – हां, अभी मैंने एक फिल्म की है जो महिला सशक्तिकरण पर बनी है। इसका नाम शायद ‘भौजी विधाता’ या ‘भौजी भाग्य विधाता’ है। इसका नाम अभी तय नहीं हुआ है। मैं इस फिल्म को करके बहुत खुश हूं। इसमें एक महिला का स्ट्रगल दिखाया है।
वीडियो में देखिए ऋतु सिंह का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू…