बॉलीवुड एक्टर अंगद बेदी और एक्ट्रेस कीर्ति कुल्हारी की शॉर्ट फिल्म ‘द लिस्ट’ रिलीज हो चुकी है. जिसे जनता का खूब प्यार मिल रहा है. इस फिल्म को अमेजन मिनी टीवी पर रिलीज किया गया है. जो की एक हटके फिल्म है. वहीं हाल ही में हमने अंगद बेदी से खास बातचीत की और उनकी इस नई फिल्म के बारे में उनका अनुभव जाना.
यह भी पढ़े: अली फज़ल और ऋचा चड्ढा की शादी में मेहमानों को फोन ले जाने की मिलेगी अनुमति, लेकिन रखी ये शर्त !
अंगद बेदी के साथ खास बातचीत:
वेब सीरीज और थियेटर में रिलीज होने वाली फिल्मों के दौर में आपने शॉर्ट फिल्म करने का फैसला क्यों किया? क्या खास लगा आपको इसकी कहानी में?
ये कहानी खास है, अलग है. ऐसी कहानी हिंदुस्तान में पहले कभी नहीं बनी है. ये बहुत ही अच्छा तरीका था कुछ अलग करने का, दर्शकों को मेरी एक अलग साइड दिखाने का और मुझे ये कहानी बहुत अच्छी लगी. साथ ही साथ ये काफी चुनौतीपूर्ण थी क्योंकि इसमें परफॉर्मेंस अलग तरीके की है. इसमें 11 मिनट तक हमें कोई डायलॉग नहीं बोलना था. तो ये काफी अलग था मेरे लिए.
कीर्ति कुल्हारी के साथ आप फिल्म पिंक में भी काम कर चुके हैं. इतने सालों बाद दुबारा काम करना कैसा रहा?
कीर्ति कुल्हारी के साथ काम करना काफी अच्छा रहा. बहुत अच्छी एक्ट्रेस हैं वो. एक कंफर्ट लेवल भी है उनके साथ. मैं उनका काम जानता हूं और वो मेरा. तो जब कंफर्ट हो तो मजा आता है काम करने में.
क्या आपकी पत्नी नेहा धूपिया ने आपकी ये फिल्म देखी? कैसा था उनका रिएक्शन?
उनको बहुत अच्छी लगी फिल्म. उनकी खुद भी एक फिल्म आई है गुड मॉर्निंग तो उसको भी काफी अच्छा रिएक्शन मिल रहा है. ये एक अच्छी फीलिंग है की लोग कनेक्ट कर रहे हैं हमारी फिल्मों से.
आजकल इंडस्ट्री एक बुरे दौर से गुजर रही है. बायकॉट ट्रेंड बहुत चल रहा है. आपको क्या लगता है इन ट्रेंड्स का सच में फिल्मों पर असर होता है?
हमारी फिल्में अब अच्छा कर रही हैं. ब्रह्मास्त्र अच्छा कर रही है. कल सिनेमा डे था काफी हाउसफुल गई है फिल्में. अब लोग आ रहे हैं फिल्में देखने तो मुझे लगता है ये एक अच्छा साइन है. जो ये ट्रेंड्स है ये तो आते-जाते रहते हैं फैशन की तरह. कभी ओवरसाइज कपड़ों का जमाना होता है कभी किसी जींस का जमाना आ जाता है. तो मुझे ऐसा लगता है ये ट्रेंड्स भी ऐसे ही हैं.
क्या सच में साउथ फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड से अच्छी फिल्में बना रही हैं?
ऐसा नहीं है मुझे लगता है की उनकी एक अलग भाषा है और उनके सिनेमा के फैंस है वो फोलो करते हैं. ऐसा नहीं है की सब फिल्में ही अच्छी होती हैं कभी- कभी वहां पर लोग एक्टर के लिए भी जाते हैं. इनके नाम के तो मंदिर बने हुए हैं. हमारे यहां हर एक एक्टर को बार-बार साबित करना पड़ेगा अपने आपको अपने हर एक फिल्म के जरिए. वहीं एक बात बताओ आप लोग पंजाब की फिल्मों से क्यों नहीं तुलना करते हो? पंजाब की फिल्में तो इतनी हिट हो रही हैं. साउथ से ही तुलना क्यों कर रहे हो? यह भी पढ़े: अली फज़ल और ऋचा चड्ढा की शादी में मेहमानों को फोन ले जाने की मिलेगी अनुमति, लेकिन रखी ये शर्त !
इंडस्ट्री में काम मिलना और ना मिलने का कनेक्शन क्या किसी गैंग या ग्रुप पर निर्भर करता है?
देखिए… मुझे तो मेरे हुनर पर काम मिला है. मैं दिल्ली से आया हूं और वो भी खेल जगत से. मेरे पिता जी ने हिंदुस्तान की कैप्टेंसी करी थी. उनका तो कोई कनेक्शन ही नहीं है यहां पर.
यह भी पढ़े: Brahmastra: ‘ब्रह्मास्त्र’ में रणबीर कपूर ने नहीं ली कोई फीस, वजह जानकर हो जायेंगे हैरान !
बॉलीवुड और टीवी की अन्य खबरों के लिए क्लिक करें: