एक्सक्लूसिव: फिल्म ब्लैंक के डायरेक्टर ने कहा- हमें नहीं लगा कि सनी देओल हमारे साथ ऐसी फिल्म करेंगे

ब्लैंक फिल्म डायरेक्टर बहज़ाद खंबाटा ने सनी देओल और डेब्यूटांट करण कपाड़िया के साथ पहली बार फिल्म डायरेक्ट करने पर कही ये बात, यहां पढ़ें एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

सनी देओल , करण कपाड़िया और बहज़ाद खंबाटा (हिंदीरश)

बॉलीवुड एक्टर सनी देओल और डेब्यूटांट करण कपाड़िया की फिल्म ब्लैंक का ट्रेलर आज रिलीज़ हो चूका है| ये फिल्म एक मिस्ट्री थ्रिलर है| जिसे बहज़ाद खंबाटा ने डायरेक्ट किया है| उन्होंने हिंदीरश डॉट कॉम को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने सनी देओल और करण कपाड़िया के साथ साथ पहली बार फिल्म डायरेक्ट करने के अनुभव के बारे में बात की| यहां पढ़ें ये पूरा इंटरव्यू –

एक तरफ सनी देओल जैसे मंझे हुए कलाकार थे तो दूसरी तरफ करण कपाड़िया जैसे न्यूकमर, दोनों को डायरेक्ट करने का अनुभव कैसा रहा?

अनुभव बहुत ही अच्छा था| एक एंटी टेरेरिस्ट स्कवाड के चीफ के तौर पर सनी देओल का अनुभव मैच हो रहा था| उन्होंने एक ऐसा किरदार निभाया है जो इतने सालों तक जिया है और समझता है कि लाइफ कैसे बदल चुकी है और दूसरी तरफ करण ने 22- 23 साल के लड़के का किरदार किया है| करण वैसे 25 साल का है| उसकी जो बचपना है वो उनके किरदार में दिखेगा| कास्टिंग हमने यही सोच कर की थी| करण हमारे साथ था राइटिंग प्रोसेस में| जब मैं और प्रणव लिख रहे थे तब हमने सोचा था कि ये किरदार सनी देओल जैसा होना चाहिए|

यानी कि ब्लैंक के लिए सनी देओल पहली पसंद नहीं थे?

हमें लगा ही नहीं कि सनी सर हमारे साथ ऐसी फिल्म करेंगे| जब टोनी सर और विकास सर ने कहा कि सनी जैसा नहीं सनी सर के सामने बैठ जाते हैं ज्यादा से ज्यादा वो नहीं बोलेंगे लेकिन उन्होंने हाँ कर दी| हमने ये रोल उन्हें सोचकर ही लिखा था|

आप पहली बार डायरेक्ट कर रहे हैं तो सेट पर सनी को डायरेक्ट करना कैसा रहा? डर लग रहा था या आप कॉंफिडेंट थे?

नहीं, दरअसल मैं बहुत ही क्लियर था , शूट को लेकर मैं बहुत ही श्योर था कि कैसे करना है| आर.डी जो मेरा जो डीओपी है उसकी भी पहली फिल्म है| मेरा जो फर्स्ट असिस्टेंट डायरेक्टर है उसकी भी पहली फिल्म है| तो सभी के लिए ये पहला एक्सपीरिएंस है| सभी बहुत ही एक्साइटेड थे| सभी को खुद को साबित करना था| सनी सर भी काफी समय बाद एक्शन किया है तो उन्हें भी कुछ प्रूव करना था |

एक डायरेक्टर के तौर पर आपको किन- किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इस नए अनुभव से क्या सिखने को मिला?

एक असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर आप अपने डायरेक्टर से सारे सवाल पूछते हैं लेकिन यहां मुझे जवाब देना था|

यहां देखिये ब्लैंक फिल्म का ट्रेलर

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।