एक्सक्लूसिव: हेली शाह ने ‘सूफियाना प्यार मेरा’ के लिए छोड़ी बॉलीवुड फिल्म, सीरियल में इतना खास है उनका किरदार

'स्वरागिनी' और 'देवांशी' जैसे सीरियल में नजर आ चुकीं टीवी एक्ट्रेस हेली शाह जल्द ही 'सूफियाना प्यार मेरा' में डबल रोल में नजर आएंगी। पढ़ें हिंदी रश डॉट कॉम के साथ उनका ये इंटरव्यू।

राजवीर सिंह और हेली शाह (इंस्टाग्राम)

टीवी एक्ट्रेस हेली शाह को ‘स्वरागिनी’ और ‘देवांशी’ जैसे सीरियल के लिए जाना जाता है। अब जल्द ही वह ‘सूफियाना प्यार मेरा’ में नजर आने वाली हैं। इस सीरियल में हेली शाह एक नहीं बल्कि डबल रोल प्ले करती हुई नजर आएंगी। इस सीरियल में वह सल्तनत और कायनात नाम की दो लड़कियों का किरदार निभाती हुईं नजर आने वाली हैं। यहां पढ़ें हिंदी रश डॉट कॉम के साथ उनका ये इंटरव्यू, जहां उन्होंने इस सीरियल में अपने किरदार के बारे में कई बातों का खुलासा किया है।

सवाल: आपको ये रोल कैसे मिला? आपने ऑडिशन दिया था या आपको लेकर ही ये किरदार लिखा गया था?

हेली शाह: नहीं! मुझे लेकर तो नहीं लिखा गया था, लेकिन ऐसा लगता है कि मेरे लिए ही लिखा गया है। जब मैं ऑडिशन के लिए गई थी तो मुझे दो स्क्रिप्ट दी गई थीं। मैंने सोचा था कि मैं दोनों लड़कियों के लिए ऑडिशन नहीं दूंगी। इसके बाद उन्होंने कहा कि एक ही लड़की है जो दो किरदार प्ले कर रही है और मैं बहुत ही एक्ससाइटेड हो गई थी। ऐसे बहुत कम सीरियल होते हैं जिन्हें देखकर मुझे दिल से लगे कि मुझे ये सीरियल करना ही है और ये उन्हीं में से एक है। मैं ये शो करना चाहती थी।

सवाल: आप एक गुजराती हैं तो ऐसे में मुस्लिम लड़की का किरदार निभाना कितना चुनौतीपूर्ण रहा? खासकर तब जब आप डबल रोल प्ले कर रही हैं?

हेली शाह: ऐसा कोई खास चैलेंज नहीं था, लेकिन मैंने पहले जितने किरदार किए हैं इस किरदार को उनसे अलग दिखाना और लोगों को ये विश्वास दिलाना कि ये दोनों जो लड़कियां हैं वो सच में एक मुस्लिम घराने की लड़कियां है। ये सबसे बड़ा चैलेंज था। इसके अलावा दोनों लड़कियों को अलग दिखाना बहुत जरुरी था। मेरी उर्दू साफ नहीं थी तो हमने ऑन सेट जाने से पहले वर्कशॉप अटेंड की जिससे हमें मदद मिली। मैंने अपने लहजे पर काम किया। शूट की बात करूं तो अगर मैं सल्तनत बनी हूं तो आधे घंटे बाद ही मुझे कायनात बनना होता है। तो ज्यादा समय नहीं मिलता है बहुत फटाफट काम करना होता है, लेकिन इस प्रोसेस में काफी मजा आता है। कभी-कभी आप तंग हो जाते हो क्योंकि आपको बार बार चेंज करना होता है लेकिन डबल रोल करना बहुत ही मजेदार है।

सवाल: इस सीरियल में आपके साथ जो बाकी कलाकार हैं उनके बारे में क्या कहना चाहेंगी?

हेली शाह: अगर आप होती तो आप देखती कि हम एक साथ कितना मजा करते हैं। हम सभी पागल हैं। सभी लोग बहुत अच्छा परफॉर्म करते हैं और सभी की बॉन्डिंग एक दूसरे के साथ अच्छी है।

सवाल: प्रोमो में हमने देखा था कि सल्तनत शादी के लिए मना कर देती है तो क्या कभी असल जिंदगी में ऐसा हुआ है आपके साथ?

हेली शाह: मैं अभी बहुत छोटी हूं तो मेरे साथ अभी ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मैं नहीं चाहती कि ऐसा कुछ हो मेरे साथ।

सवाल: ‘सूफियाना प्यार मेरा’ सीरियल की सबसे खास बात क्या लगती है आपको?

हेली शाह: मुझे ऐसा लगता है हमारी कहानी, हमारी दिखावट और जो कॉन्सेप्ट है शूट का वो बहुत अलग है। बहुत ही सादगी है इसमें और यही हमारे शो की खूबसूरती है। ये बहुत ही सिंपल और रिलेटेबल है। जो रिश्ते दिखाए गए हैं, चाहे वो मां-बेटी के हों या दादा और पोती के हों, वो रिश्ते बहुत ही रिलेटेबल हैं।

सवाल: आपने एक इंटरव्यू में कहा था कि सीरियल साइन करने के बाद आपको एक बॉलीवुड फिल्म मिली थी लेकिन आपने इस शो के लिए फिल्म को मना कर दिया? तो क्या आप बॉलीवुड से ज्यादा टीवी पसंद करती हैं?

हेली शाह: नहीं! बात है मेरी नैतिकता और प्रोफशनलिस्म की। अगर मैं किसी चीज के लिए हामी भर चुकी हूं तो ऐन मौके पर मैं मुकर जाऊं मेरी नैतिकता इस बात की अनुमति नहीं देती है। कोई भी एक बॉलीवुड फिल्म को मना नहीं कर पाएगा, लेकिन मैंने सूफियाना प्यार मेरा साइन कर लिया था और मैं बहुत ही एक्साइटेड थी इसे लेकर। मैं इंतजार कर रही थी कि शूट जल्दी से शुरू हो| हालांकि साइन करने के बाद 6 महीने लग गए शूट शुरू होने में, लेकिन ठीक है। उस दौरान मुझे फिल्म का ऑफर मिला और उसका शूट तभी शुरू होने वाला था जब मेरे इस शो का शूट शुरू होने वाला था। तो चीजें नहीं हो पाईं, लेकिन मेरा मानना है कि ऐसे मौके कई बार आ जाएंगे। अगर आपके एथिक्स आपको किसी बात की अनुमति नहीं देते तो वो काम नहीं करना चाहिए।

सवाल: टीवी की कौन सी बात आपको सबसे अच्छी लगती है और ऐसी कौन सी बात है जो बदलनी चाहिए?

हेली शाह: हमारा जो मीडियम है वो बहुत ही बड़ा है। ऑडियंस की पहुंच बहुत ज्यादा है। लोग किरदारों को जितना पसंद करते हैं, उनसे जुड़ा हुआ महसूस करते हैं, ये बहुत ही अच्छी बातें हैं। जो बात अच्छी नहीं लगती है वो ये है कि काम करने के घंटों पर ध्यान देना चाहिए। मुझे लगता है ऑडियंस को ऐसे शोज़ को अडॉप्ट करना चाहिए, जिसमें बहुत ज्यादा ड्रामे की जगह रिलेटेबल कंटेंट हो। मुझे लगता है कि दो-तीन सालों में ये बदलाव आ जाएगा।

यहां देखिए हेली शाह का पूरा इंटरव्यू…

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।