एक्सक्लूसिव इंटरव्यू: फिल्म जंगली के हीरो विद्युत जामवाल को ये बॉलीवुड एक्ट्रेस करती हैं इंस्पायर

हॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर चक रसेल और बॉलीवुड एक्टर विद्युत जामवाल अपनी आने वाली फिल्म जंगली के प्रमोशन के दौरान दिल्ली आए। इस दौरान दोनों ने फिल्म से जुड़े अपने अनुभव और बातों को लोगों के साथ शेयर किया।

एक्टर विद्युत जमवाल और फिल्म जंगली का पोस्टर। (फोटोः इंस्टाग्राम)

हॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर चक रसेल और बॉलीवुड एक्टर विद्युत जामवाल अपनी आने वाली फिल्म जंगली के प्रमोशन के दौरान दिल्ली आए। इस दौरान उन्होंने हिंदी रश डॉट कॉम से एक्सक्लूसिव बातचीत में फिल्म से जुड़े अपने अनुभव और बातों को शेयर किया। विद्युत जामवाल ने बताया कि फिल्म में हाथियों के साथ काम करना उनका कैसा लगा। साथ ही उन्होंने जैकी चैन को अपना भगवान और बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार और एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस को अपनी प्रेरणा बताया। एक्टर विद्युत जामवाल की फिल्म जंगली 29 मार्च को रिलीज होगी। ऐसे में जानिए फिल्म से जुड़ी कुछ खास बातें खुद एक्टर विद्युत जामवाल की जुबानी।

सवाल: लोगों को यह गलतफहमी है कि मांस खाने वाले जानवरों में ज्यादा ताकत होती है जबकि इस बात को हाथी बिल्कुल गलत साबित करता है। आप इस बात से कितने सहमत हैं?
विद्युत जामवाल: आपने शुरूआत बिल्कुल सही की है। हाथी ही नहीं बल्कि घोड़ा, हिरण भी ताकतवर होते हैं। हिरण की फुर्ती, घोड़े की मस्कुलर्टी और हाथी की ताकत शाकाहारी होने की वजह से ही है। आपको ये पता होना चाहिए कि आप कब, क्या और कैसे खाएं? ऐसा करके आप जो चाहे वो कर सकते हैं।

सवालः इंटरनेशनल डायरेक्टर के साथ काम करके आपको कैसा लगा?
विद्युत जामवाल: मुझे काफी गर्व महसूस हुआ और बहुत मजे भी आए क्योंकि जहां इस वक्त हिंदुस्तान उठकर हॉलीवुड में जा रहा है। वहीं, हॉलीवुड के सबसे बेहतरीन डायरेक्टर हिंदुस्तान आएं, जिन्होंने ‘द मास्क’ जैसी फिल्म बनाई हैं। मैं खुश हूं कि मुझे इंटरनेशनल मार्शल आर्ट पर्दे पर दिखाने का मौका मिल रहा है।

सवाल: आपका फिल्म के सेट पर जानवरों के साथ काम करने का अनुभव कैसा था?
विद्युत जामवालः जानवरों के साथ शूट करने में बहुत मजा आया। जिन्होंने ने भी जानवर पाले हैं, उनका अपने जानवरों के साथ इमोशनल अटैचमेंट होता है। कुछ साल पहले मेरे कुत्ते की मौत हो गई थी और उस समय जो इमोशन होते हैं वो मैं आपको समझा नहीं सकता हूं। जो बिना बोले कहा जाता है। ये फिल्म हमने उन लोगों के लिए बनाई है जो जानते भी हैं और नहीं भी कि जानवरों के साथ क्या कनेक्शन होता है।

सवाल: आप शहर में रहते हैं लेकिन आपने ये फिल्म जंगलों में बनाई है। ऐसे में आपकी फिल्म लोगों को क्या सीख देती है?
विद्युत जामवाल: ये फिल्म हमने हाथियों पर बनाई है, इसके लिए हम चाहते तो कुत्ते या फिर बाकी जानवरों का भी इस्तेमाल कर सकते थे। लेकिन हाथी बेहद ही विशालकाय जानवर होता है, ऐसे में हम ये सोचते हैं कि वो अपनी रक्षा खुद कर सकता है। हाथी को लेकर लोगों को पता चल सकें की वो क्या-क्या कर सकता है। कई जानवर लुप्त हो गए है और हमे गर्व है कि हिंदुस्तान से एक ऐसी फिल्म बन रही है जो कि वैश्विक स्तर पर तस्करी के लिए जानवरों को मारने जैसे मुद्दे को उठाती है। ये फिल्म दोस्ती की कहानी है।

सवाल: आपने इस फिल्म के लिए फिजिकल के अलावा क्या-क्या तैयारियां की?
विद्युत जामवाल: मानसिक तैयारी के साथ-साथ मैंने फिजिकल होने की तैयारी की है। ऐसी कोई भी मानसिक तैयारी नहीं होती जिसके चलते आप किसी विशालकाय हाथी के साथ खड़े हो सकते हैं। ऐसे में अपने आप को मानसिक तौर पर मुझे बदलाव करने की जरूरत थी। ये महसूस करने की जरुरत थी कि जानवर शब्दों को ना ही मानते हैं या फिर जानते हैं।

सवाल: फिल्म की शूटिंग के दौरान आपको कई चोटें लगी होंगी, इसके बावजूद आप खुद को कैसे बढ़ावा देते थे?
विद्युत जामवाल: मेरे पिता जी भारतीय आर्मी में थे और मैं एक मिडल क्लास फैमिली से आया हूं। इस बात पर मैं गर्व भी करता हूं। जब हम लोग फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री करते हैं, जिन्हें आउटसाइडर कहा जाता है तो हमें इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आपको पूरी जान लगानी पड़ती है। मुझे चोटें तो लगती हैं लेकिन लोग जब मुझे से प्रेरित होते है तो मुझे खुशी होती है।

सवाल: कई फिल्म में वीएफएक्स का इस्तेमाल किया जाता है तो इस फिल्म में इसका कितना यूज हुआ?
विद्युत जामवाल: मेरे ख्याल से हाथी मेरे साथी के बाद कोई एक ऐसी फिल्म बन रही है जिसमें जानवरों का इस्तेमाल असल में किया गया है। जो हाथी आप देख रहे हैं वो भी असली हैं। ज्यादातर फिल्मों में इसका इस्तेमाल होता है लेकिन मेरे डायरेक्टर ऐसा चाहते थे कि हम फिल्म दिन में ही शूट करें क्योंकि रात में जानवर सोते थे तो हमने इसी हिसाब से शूट भी किया।

सवाल: आप फिल्म के डायरेक्टर चक रसेल की तुलना किसी और बॉलीवुड फिल्म के डायरेक्टर से करना चाहेंगे?
विद्युत जामवाल: तुलना की बात करें तो उन्होंने ‘द मास्क’ और ‘द स्कॉर्पियन किंग’ जैसी फिल्में बनाई है। वो दूसरे प्रजातियों के साथ कम्फर्टेबल रहते हैं। उन्हें पता है कि जानवरों के साथ कैसे रहना है या फिर कैसे बर्ताव करना है। किसी के साथ भी तुलना करना सही नहीं है जो कि आज कल चल रहा है। मैं एक चीज कहना चाहूंगा कि वो काफी डाउन टू अर्थ इंसान हैं। काफी अच्छे हैं वो।

सवाल: बॉलीवुड में आपका कोई रोल मॉडल है?
विद्युत जामवाल: देखिए लाइफ में यदि आप किसी एक को ही रोल मॉडल बनाकर रखेंगे तो आप अपनी असली पहचान छोड़ देंगे। मैं अक्षय कुमार, अजय देवगन, जैकलीन फर्नांडीज सभी से इंस्पायर होता हूं। मैं खुश हूं कि मैं मार्शल आर्ट को पेश करता हूं।

सवाल: जैकी चैन ने आपको एक फिल्म ऑफर की थी जिसको आपने करने से मना कर दिया था? इस पर आप कुछ कहना चाहेंगे?
विद्युत जामवाल: यदि आपको जैकी चैन कोई फिल्म दे और आप ये कह रहे हैं कि मैंने फिल्म को रिजेक्ट कर दिया वो गलत है क्योंकि उसके पीछे एक कहानी थी कि फिल्म में हिंदुस्तानी मार्शल आर्ट को चाइनीज मार्शल आर्ट हरा देता है, जिस बात से मैं सहमत नहीं था। मैं उन्हें भगवान मानता हूं। मैंने फिल्म को रिजेक्ट नहीं किया था बल्कि उन्हें समझाया था कि सर मैं जो कला में बचपन से कर रहा हूं मैं उसे किसी भी वजह से हारता हुआ नहीं देख सकता हूं।

यहां देखिए विद्युत जमवाल ने बायोपिक को लेकर क्या कहा….

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।