एक्सक्लूसिव इंटरव्यूः महिला दिवस पर सिंगर ज्योतिका टांगरी ने कहा- सब्र कर! सब्र कर! देर है अंधेर नहीं!

सिंगर ज्योतिका टांगरी ने अपने फैंस को हिंदी रश डॉट कॉम के मंच से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि महिला दिवस के मौके पर बाकी देशों की तरह भारत में महिलाओं को छुट्टी मिलनी चाहिए। महिलाओं को एकजुट होना चाहिए।

सिंगर ज्योतिका टांगरी। (फोटोःइंस्टाग्राम)

फिल्म ‘टोटल धमाल’ में ‘मुंगड़ा’ सॉन्ग का गाने वाली सिंगर ज्योतिका टांगरी ने अपने फैंस को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी है। ज्योतिका टांगरी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हिंदी रश डॉट कॉम के संवाददाता धर्मेंद दुबे को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इस मुकाम तक पहुंचने तक का सफर और उनके भविष्य में मिले प्रोजेक्ट के बारे में बताया है। लेकिन इससे पहले से हम आपको बता दें कि ज्योतिका टांगरी ने टीवी पर आने वाले सिंगिंग रियलटी शो द वॉयस में नजर आई थीं और वह जीटीवी पर आने वाले शो सा रे गा मा पा की फाइनिलस्ट भी रही हैं। इसके बाद उन्होंने फिल्म बहन होगी तेरी से बॉलीवुड में डेब्यू किया। उन्होंने इस फिल्म में ‘जय मां’ गाना गाया। फिर उन्होंने हाफ गर्लफ्रेंड, शादी में जरूर आना, फुकरे रिटर्न, परमाणु, बाजार और यमला पगला दीवानाः फिर से से में कई सॉन्ग गाए। आइए अब हम बताते हैं ज्योतिका टांगरी ने हिंदीरश.कॉम से क्या बात की….

ज्योतिका टांगरी ने सबसे पहले सभी को अंतराराष्ट्रीय महिला दिवस की अपने अंदाज में बधाई दी। उन्होंने फिल्म ‘चक दे इंडिया’ के सॉन्ग ‘बादल पर पांव है’ गाया और महिलाओं को सशक्त रूप में बताया।

सवालः आपने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत सारी चुनौतियों का सामना किया होगा? जब भी आप मुश्किल में होती हैं ऐसा कोई गाना है जो आपको ताकत देता है?

ज्योतिका टांगरीः बिल्कुल! मेरी जिंदगी के हर मोड़ के लिए कोई ना कोई गाना मेरे पास है। हर मोड़ पर म्यूजिक मेरा साथ देता है। अगर मेरी जिंदगी में कोई चुनौती भरा मोड़ आता है तो मैं, ‘सब्र कर! सब्र कर! देर है अंधेर नहीं! मौला के घर’ गाती हूं। मुझे लगता है कि पैशेंस ही होता है जो महिलाओं को शक्ति देता है। पैशेंस रखते-रखते मैं यहां तक पहुंची हूं और आगे बढ़ने के लिए भी पैशेंस बहुत बड़ी चीज है।

सवालः ‘मूंगड़ा’ गाना आज-कल बहुत सुना जा रहा है। हर डिस्को में लोग उस पर नाच रहे हैं?
ज्योतिका टांगरीः आप सबने इस गाने को बहुत प्यार दिया है। फिल्म टोटल धमाल में इसे लिया गया है।

सवालः विश्व के कई देशों में महिला दिवस के मौके महिलाओं की छुट्टी होती है। भारत में भी ये होना चाहिए?
ज्योतिका टांगरीः भारत में भी ऐसा होना चाहिए। महिलाओं को आज के दिन छुट्टी मिलनी चाहिए, जिससे की वह पूरे दिन को एन्जॉय कर सके।

सवालः बॉलीवुड में ज्यादातर पुरुष म्यूजिक कंपोजर हैं? आपको नहीं लगता की महिला म्यूजिक कंपोजर भी आनी चाहिए?
ज्योतिका टांगरीः हां। मुझे लगता है कि महिला म्यूजिक कंपोजर आनी चाहिए। बहुत ज्यादा महिला म्यूजिक कंपोजर बहुत ही कम हैं। मैंने दो महिला म्यूजिक कंपोजर के साथ काम किया। जिसमें एक हैं समीरा कोपिकर और रचिता अरोड़ा। रचिता जी के लिए मैंने वेब सीरिज ‘सेक्रेड गेम्स’ में ‘लबों से छूकर’ गाना गाया है। उन्होंने जब मुझे ये गाना गाने के लिए बुलाया तो बहुत ही खुशी हुई। सबसे पहले ये देखकर की वह एक फीमेल कंपोजर हैं और उन्होंने ये गाना इतना अच्छा बनाया है कि लोग मुझे पर्सनली आकर बोलते है कि ये गाना बहुत ही अच्छा है, जोकि मुझे गर्व महसूस करवाता है। फिर गाना गाती हैं।

सवालः फिल्म इंडस्ट्री में आपने महसूस किया है कि महिला ही महिला को सपोर्ट नहीं कर रहीं हैं?
ज्योतिका टांगरीः इस मामले में थोड़ी लकी रही हूं। क्योंकि मैंने ऐसा कुछ फेस नहीं किया है। लेकिन ऐसा सुनने को मिलता है कि एक महिला दूसरी महिला को सपोर्ट नहीं करती हैं। अगर ऐसा होता है तो गलत है। जब तक आपस में हम सब एक नहीं होंगे तब तक महिलाओं को सशक्त करना बहुत ही मुश्किल है और आगे बढ़ाना भी कठिन होगा। इसलिए मुझे लगता है कि महिलाओं को एक साथ आना होगा। बढ़कर एक-दूसरे हाथ थामना होगा।

सवालः महिलाओं को आगे बढ़ाने के बात तो की जा रही है, लेकिन देश में अब भी लड़कियों को पढ़ने के लिए नहीं भेजा रहा और उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है। इस पर आपका क्या कहना है?
ज्योतिका टांगरीः हमारा देश काफी बढ़ गया है लेकिन आज भी हमारे देश में ऐसे क्षेत्र हैं जहां जागरुकता नहीं है, जिन्हें शिक्षा के बारे में नहीं पता है। उनको जागरुक करना चाहिए। तो मैं सबसे कहना चाहूंगी कि वह अपने बच्चे को पढ़ाइए और सपोर्ट करिए। जब आप बच्चों को सपोर्ट करते हैं तो उनकी आधी मुश्किलें वैसे ही खत्म हो जाती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण में खुद का ही देना चाहूंगी। क्योंकि मेरी लाइफ में मेरे परिवार ने मुझे हर चीज के लिए सपोर्ट किया है। इससे मेरा विश्वास बढ़ जाता है।

यहां देखिए ज्योतिका टांगरी का पूरा इंटरव्यू…

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।