एक्सक्लूसिवः ऐसे आया फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी बनाने का आइडिया, लीड रोल के लिए विवेक ओबेरॉय यूं बने पहली पसंद

फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी के डायरेक्टर उमंग कुमार ने हिंदी रश डॉट कॉम को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि उन्हें फिल्म बनाने का आइडिया कहां सें मिला और उन्होंने विवेक ओबेरॉय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किरदार में क्यों चुना?

विवेक ओबेरॉय। (फोटोः इंस्टाग्राम)

फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी का पोस्टर रिलीज होने के बाद से विवादों में घिरी हुई है। कई राजनीतिक दलों ने फिल्म को प्रोपेगेंडा बताते हुए इसी रिलीज डेट को आगे बढ़ाने की मांग की। इसे लेकर फिल्ममेकर्स भी सुप्रीम कोर्ट गए। मामला चुनाव आयोग के पास गया तो आज चुनाव आयोग ने फिल्म की रिलीज डेट को टाल दिया है।

इससे पहले फिल्म के डायरेक्टर उमंग कुमार ने हिंदी रश डॉट कॉम को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि उन्हें फिल्म बनाने का आइडिया कहां सें मिला और उन्होंने विवेक ओबेरॉय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किरदार में क्यों चुना? यहां पढ़िए उन्होंने क्या कहा…

सवालः फिल्म को निर्माण करने की सोच कैसे आईं? और इसकी नींव कैसी रखी गई?
उमंग कुमारः जैसा की आप जानते हैं कि मैं पहले भी बायोपिक बना चुका हूं। इसके बाद कोशिश थी कि मैं फिर से कोई बायोपिक नहीं बनाउंगा। लेकिन जब संदीप सिंह (फिल्म के प्रोड्यूसर) मेरे पास आए तो कहा कि ये (पीएम मोदी की स्टोरी) एक सबजेक्ट है उस पर काम करेंगे तो, मैंने सोचा की इतनी इंस्पायरिंग स्टोरी है, तो मैंने सोचा की ऐसी फिल्में मैं नहीं करुंगा तो कौन करेगा?

दस महीने पहले उन्होंने (संदीप सिंह)  मुझे फिल्म के लिए बोला और मैंने तुरंत हां कर दिया और विवेक ओबेरॉय को जब पीएम नरेंद्र मोदी का किरदार ऑफर किया तो उन्होंने कुछ ही सेकंड में उसे हां कर दिया। यह एक इंस्पायरिंग स्टोरी है। मुझे लगता की है कि वाडनगर में चाय बेचने वाला एक बच्चा देश का प्रधानमंत्री बनता है। इसमें कोई राजनीति नहीं है। मुझे इतनी इस्पायरिंग स्टोरी लगी। इसलिए मैं लोगों को बताना चाहता हूं।

सवालः पीएम नरेंद्र मोदी के किरदार में विवेक ओबेरॉय ही क्यूं?
उमंग कुमारः मैंने जब मेरीकॉम बनाई थी तब भी मुझसे पूछा गया था कि प्रियंका चोपड़ा ही क्यूं? वह नॉर्थईस्ट की नहीं है। बॉक्सिंग कैसी करेंगी? कद-काठी नहीं मिलती है, लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई तो सबका मुंह बंद हो गया। ठीक इसी तरह इस फिल्म में हुआ। जब मुझे अच्छा एक्टर मिल जाता है तो मैं उसे मोल्ड कर सकता हूं। जब आप फिल्म देखेंगे तो आप विश्वास करने लगेंगे कि अरे यह तो मोदी की तरह ही दिख रहा है। तब आप नहीं कह पाएंगे। कोई एक्टर नरेंद्र मोदी की तरह नहीं दिखता।

देखिए, एक प्रमुख बात ये है कि मैं जिस एक्टर को भी लेता मुझे उसे नरेंद्र मोदी के रूप में ढालना पड़ता। ऐसे में मुझे एक अच्छा एक्टर चाहिए था और  विवेक ओबेरॉय अच्छे एक्टर हैं। मुझे लगा कि मैं उनको इस फिल्म में लेकर बेहतर प्रस्तुत कर सकता हूं।

सवालः नरेंद्र मोदी ने फिल्म देखी क्या?
उमंग कुमारः वो एक सस्पेंस हैं और ये सस्पेंस फिल्म रिलीज होने के बाद पता चलेगा।

यहां देखिए फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी की बायोपिक पर विवेक ओबेरॉय हुए ट्रोल… 

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।