फिल्म ‘बाला’ (Bala) ने बॉडी शेमिंग के इशू के प्रति लोगों को काफी जागरूक किया है। आपको बता दें कि बॉडी शेमिंग को लेकर केवल आम जनता ही प्रभावित नहीं होती है बल्कि बॉलीवुड के सेलेब्रिटीज़ भी अपने कलर, वेट, उम्र, हाइट की वजह से ट्रोल हो चुके है।
विद्या बालन (Vidya Balan), सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) से लेकर प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) को भी लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।
हाल ही में, बॉलीवुड अभिनेत्री ज़रीन खान (Zareen Khan) ने हिंदी रश (HindiRush) के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान बॉडी शेमिंग को लेकर बात की।
इस दौरान उन्होंने अपनी ज़िन्दगी के उन दिनों के पन्नों को खोला जब वे 100 किलों से भी ऊपर के वजन की हुआ करती थी तो आइए जानते है कि कैसे सलमान खान (Salman Khan) की इस हीरोइन को सहने पड़े अपने बढ़ते वेट के कारण लोगों के ताने :
सवाल- आप अपने फ़िल्मी करियर के बारे में क्या कहेंगे?
ज़रीन खान- मैंने कभी एक्ट्रेस बनने का सपना नहीं देखा था। ये सब सलमान की वजह से हुआ। मैं उनको थेंक्यू कहती हूँ। उन्होंने मुझे ‘वीर’ फिल्म का हिस्सा बनाया पर इसके बाद मुझे मेरे लुक्स और वजन को लेकर बहुत क्रिटिसिज़्म मिला। मेरे लुक को लेकर बहुत मजाक बनाया गया।
सवाल- आपने लोगों के इन कमेंट्स को कैसे फेस किया?
ज़रीन खान- जब लोगों ने मेरे लुक्स और वजन को लेकर कमेंट किया तो मुझे ये समझ नहीं आया की इसमें मेरी क्या गलती है? काफी समय तक मुझे काम नहीं मिला। पर मैं कोशिश करती रही। मैं एक स्ट्रांग वुमेन हूँ। मैंने अपनी ज़िन्दगी में बहुत कुछ देखा है। इसलिए मैंने हिम्मत नहीं हारी। जब मैं 100 किलो की थी तब भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था। अभी मैंने अपना वजन बहुत कम किया है। मैं ये सोचती हूँ कि जो लोग मुझे चाहते है वे लोग चाहेंगे, जो मुझे पसंद नहीं करते वो किसी भी कीमत पर मुझे पसंद नहीं करेंगे चाहे मैं कुछ भी कर लूँ।
सवाल- बॉडी शेमिंग पर बनी ‘बाला’ और ‘उजड़ा चमन’ जैसी फिल्मों को लेकर क्या कहना चाहेंगे?
ज़रीन खान- यह बहुत दुःख की बात है कि हम दिखावे की दुनिया का हिस्सा है। बाहरी खूबसूरती को तवज्जो दी जाती है। लोगों को असल दुनिया और दिखावटी चीजों में फ़र्क समझ आना चाहिए।
सवाल- हेल्थ को लेकर आप कितने कॉन्सियश है ?
ज़रीन खान- मैं हेल्थ को लेकर बहुत ही ज्यादा कॉन्सियश हूँ। आज कल सब साइज़ जीरो पर फ़ोकस करते है। दुबले होने का मतलब ये नहीं है कि आप फिट है।
सवाल- बॉलीवुड इंडस्ट्री में काम पाने के लिए सबसे ज्यादा क्या जरूरी है?
ज़रीन खान- सब कुछ टैलेंट पर निर्भर करता है। आपका स्किन कलर या बॉडी फिगर मायने नहीं रखता। अगर आपको एक्टिंग नहीं आती तो आप को काम नहीं मिल सकता है। पर इंडस्ट्री की एक दुःख भरी सच्चाई ये भी है कि यहां लुक्स मायने रखती है। जैसे भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) को ‘दम लगा के हईशा’ के लिए काम मिला क्योंकि ये उनके कैरेक्टर की डिमांड थी।
सवाल- जब आपका वेट 100 किलों से ऊपर था तो लोग किस तरह के कमेंट्स पास करते थे ?
ज़रीन खान- मैं अपने वेट को लेकर बहुत ही कम्फर्टेबल थी। मुझे लोग बोलने की हिम्मत ही नहीं करते थे। मेरे दोस्त मुझे जरूर ‘मोटी’ बुलाते थे तब मैं ये सोचती थी कि मैं ‘मोटी’ हूँ तो मोटी ही बुलाएँगे।
सवाल- आपको अपना वेट कम करने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ी?
ज़रीन खान- मैंने इसके लिए वर्कऑउट किया था।
सवाल- क्या आपने कभी किसी की बॉडी, कलर या इकनॉमिक स्टेटस को लेकर कोई कमेंट किया है ?
नहीं।
ज़रीन खान- किस परस्नेलटी पर बायोपिक करना चाहेंगे?
मैं किसी स्ट्रांग वुमेन पर बायोपिक करना चाहूंगी।
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