Kahaan Hum Kahaan Tum Exclusive: दीपिका ककर और करण वी ग्रोवर ने बताया कैसे करें रिलेशनशिप को मैनेज

दीपिका ककर (Dipika Kakar) और करण वी ग्रोवर (Karan V Grover) अपने नए शो कहां हम कहां तुम में रिलेशनशिप से जुड़े कई सवालों का जवाब देने आ रहे हैं, यहां पढ़ें हिंदी रश डॉट कॉम के साथ उनकी खास बातचीत

करण सिंह ग्रोवर और दीपिका ककर (Hindirush)

जब दो प्यार करने वालों की दुनिया अलग हो तो एक साथ होने के लिए वो क्या कुछ कर सकते हैं? खैर, इसी सवाल का जवाब देने अब टीवी पर आ चुके हैं दीपिका ककर (Dipika Kakar)  और करण वी ग्रोवर (Karan V Grover) अपने नए शो कहां हम कहां तुम में| यहां पढ़ें हिंदी रश डॉट कॉम के साथ उनकी खास बातचीत-

सवाल: आपका जो किरदार है वो कितना रिलेटेबल लगता है?

दीपिका ककर : मुझे तो बहुत ही रिलेटेबल लगता है क्योंकि सोनाक्षी जो छोटी-छोटी चीजें करती है वो मैं खुद भी रियल लाइफ में करती हूँ जैसे ओवर टाइम करना होता है तो वो अपनी गाड़ी में सोते हुए जाती है| उसकी गाड़ी उसका घर बना हुआ है| हम सभी एक्ट्रेसेस के साथ ऐसा होता है कि हमारी गाड़ी हमारा चलता फिरता घर होता है|

करण वी ग्रोवर: मेरे लिए बिल्कुल भी रिलेटेबल नहीं है क्योंकि मैं इसमें एक्टर का किरदार नहीं निभा रहा हूँ | सर्जन और मेडिसिन से मेरा दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है| ना मैंने ऑपरेशन थियेटर में एक भी दिन बिताया है| मेरे लिए ये बहुत ही नई दुनिया है|  सबसे बड़ा चैलेन्ज ही ये है कि मेरे लिए ये नयी दुनिया ना लगे| जो इनकी (दीपिका) दुनिया है वो मुझे बहुत ही रिलेटेबल लगती है क्योंकि मैंने अपनी लाइफ में एक्टर्स को ही देखा है|

आप अपनी लाइफ में रिलेशनशिप के लिए टाइम कैसे मैनेज करते हैं?

दीपिका ककर : मेरे लिए बहुत ही आसान है क्योंकि मेरे पति शोएब भी इसी इंडस्ट्री के हैं तो एक दूसरे को समझना बहुत ही आसान हो जाता है| अगर कोई एक ही एफर्ट लगाएगा तो चीजें पॉसिबल नहीं हो पाएंगी| जैसे मेरे पैकअप होने के बाद शोएब मुझे पिक करने के लिए आये, मेरे पास कार और ड्राइवर था लेकिन इसके बाद भी वो मुझे लेने आये ताकि हम एक साथ थोड़ा और टाइम स्पेंड कर सकें| तो छोटी-छोटी चीजों के लिए दोनों एफर्ट डालें तो कोई दिक्कत नहीं आएगी|

करण वी ग्रोवर : जी मेरे साथ ऐसा नहीं होता क्योंकि मुझे शोएब पिक करने नहीं आते (हँसते हुए)|  मुझे लाइफ में ऐसा कोई काम नहीं करना है जिसके लिए टाइम स्पेंड करने की जरुरत है तो टाइम मैनेजमेंट की कोई परेशानी नहीं होती है| क्योंकि मेरी जितनी भी फैमिली है मेरे पास ही है थोड़ी ही दूसरी पर तो कभी अगर जल्दी पैकअप हो जाता है तो माँ पापा के पास डिनर करने चला जाता हूँ|

यहां देखिए दीपिका ककर-करण का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू…

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।