EXCLUSIVE: करण ओबेरॉय को उस लड़की ने ऐसे फंसाया था- पहले दिया KISS का ऑफर उसके बाद जो हुआ…

करण ओबेरॉय (Karan Oberoi) ने बताया कि महिला ने आखिर क्यों उन्हें फंसाया झूठे रेप के आरोप में, एक नहीं बल्कि तीन-तीन वजहें आयीं सामने, यहां देखिये ये एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

करण ओबेरॉय (Hindi Rush)

करण ओबेरॉय (Karan Oberoi), टीवी के एक जाने माने एक्टर को जब रेप केस में अरेस्ट किया गया तो सभी हैरान हो गए| एक एस्ट्रोलॉजर ने उनपर अश्लील वीडियो बनाने और गलत ढंग से संबंध बनाने का आरोप लगाया था| ऐसे में हिंदी रश को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने अपने ऊपर लगाये गए सभी आरोपों के न सिर्फ जवाब दिए है बल्कि कई बड़े खुलासे किये हैं |

सवाल: सबसे पहले ये जानना चाहूंगी कि मामला कितना आगे बढ़ चूका है? क्या महिला अभी भी जेल में है?

करण ओबेरॉय: नहीं! उन्हें बेल मिल गयी है और उनके ऊपर जिन 4 लोगों ने हमला किया था वो लोग भी बाहर हैं| लेकिन ये सिस्टम ऐसा ही है कि जबतक आप किसी केस के लॉजिकल एंड तक नहीं पहुँचते हैं तब तक आपको बेल मिलती है| तो ऐसे ही उन्हें बेल मिली है| तो केस अब इस तरह से चलेगा|

सवाल: आप कितना मानते हैं कि कानून आपको न्याय दिला रहा है?

करण ओबेरॉय: देखिये मैं मानता हूँ कि बहुत सारे लोग मेरे साथ खड़े हुए हैं मेरे सपोर्ट में उन्हें पता है कि आजतक मैंने कोई ट्रैफिक रोल नहीं तोड़ा है, कभी किसी के साथ कोई बत्तमीज़ी नहीं की है| एक आदमी की जो पर्सनालिटी होती है वो उन लोगों को पता होती है जो उसके साथ जुड़े होते हैं 20 साल तक कोई फेक बनकर नहीं रह सकता है| तो मेरे लिए अच्छी बात ये थी कि ये लोग मेरे लिए जंग लड़ रहे थे| चाहें वो मेरी बहन हो या दोस्त पूजा बेदी| मेरी बहन मुझसे कहती है कि, “तुम बहुत ही सॉफ्ट स्वभाव के हो तुम कैसे जी पाओगे इस दुनिया में?” आज मुझे लगता है कि मेरी इस सॉफ्टनेस की वजह से एक तरफ किसी ने मेरा फायदा उठाया है तो वहीँ बहुत सारे लोग मेरे साथ ये सोचकर खड़े ही गए कि, “हम इस आदमी को जानते हैं वो ऐसा कुछ नहीं कर सकता है| ”

सवाल: यदि महिला ने रेप का झूठा आरोप लगाया है, तो आखिर ऐसा क्यों किया? इसका असली वजह आपको क्या लगता है?

करण ओबेरॉय: देखिये ऐसी बहुत सी बातें चल रही हैं हमारे देश में, जबसे महिला की बात सुनकर आरोपी मान लेते हैं| मैं जानता हूँ कि ये महिलाओं के प्रोटेक्शन के लिए किया गया है लेकिन आप कभी भी किसी को इतनी पॉवर ना दें कि वो उसका गलत इस्तेमाल करे| क्योंकि ये सिर्फ मेरे साथ ही नहीं हो रहा है बल्कि ऐसे ही लाखों हज़ारों लोग है जिनके साथ ऐसा हो रहा है| ऐसा ही एक केस मैंने देखा है जिसमें लड़की ने जाके सीधा बोल दिया कि उसके साथ गलत हुआ है और उसकी बात मान कर लड़के को गिल्टी साबित कर दिया गया| क्योंकि उसकी तरफ से बोलने वाला कोई नहीं था| लॉ का जो टर्म है ‘इनोसेंट प्रूवेंन गिल्टी’ इसका बहुत इस्तेमाल हो रहा है| ऐसा करने की कई वजहें हो सकती हैं| एक तो ये कि जबरदस्ती ऐसे ऐंठना या तो ब्लैकमेल के लिए होता है या फिर प्रतिशोध का मामला होता है जहां आपने मुझसे अच्छे से बात नहीं कि, आपने मुझसे दोस्ती नहीं की ऐसी कई वजहें होती हैं| मुझे इस बात की सबसे ज्यादा तकलीफ हुई कि मैं ‘लीगल प्रोबेज़न’ पर होने के बाद भी मुझे जेल जाना पड़ा क्योंकि मैंने पिछले साल अक्टूबर में ही उनके खिलाफ सेक्सुअल हरैसमेंट का केस दर्ज करवाया था|मैंने एक नहीं बल्कि 3 कम्प्लेंस लिखवायीं थी कि मुझे मेन्टल हरैसमेंट हो रहा है, सेक्सुअल हरैसमेंट हो रहा है, मुझे फिज़िकल हरैसमेंट हो रहा है और मुझे धमकी दी जा रही है| ये कम्प्लेन इसी ओशिवारा स्टेशन में लिखा गया था , पुलिस ने मेरी साइन भी ली थी| इसलिए जब वो मुझे अरेस्ट करने आये तो मैंने सोचा कि शिकायत तो मैंने की है तो आप मुझे जेल में कैसे डाल सकते हैं? लेकिन यही है कि लॉ को जबतक डिफाइन नहीं करेंगे उसके पॉइंट्स को क्लियर नहीं करेंगे लोग इस बात का गलत फायदा उठाएंगे और मेरे जैसे लोग फंसते रहेंगे|

सवाल: क्या महिला ने आरोप लगाने से पहले आपसे बातचीत की थी कि वो केस दर्ज़ करने वाली है?

करण ओबेरॉय: हाँ! उसने मुझसे कहा था कि अगर आप मेरी बात नहीं मानेंगे मेरे साथ नहीं रहेंगे तो मैं आपको फंसाने वाली हूँ आपके ऊपर केस दर्ज करने वाली हूँ|

सवाल: आपकी मुलाकात कैसे हुई? क्या आप एक दूसरे को पहले से जानते हैं?

करण ओबेरॉय: हम सोशल मीडिया साइट पर मिले थे वहीँ से हमारे दोस्ती की शुरुआत हुई थी मैं उनको पहले से नहीं जानता था| 2016 में हम मिले थे और 2017 में मैंने अपने आप को अलग कर लिया उनसे| क्योंकि उन्होंने मुझे गलत बताया था कि वो एक एस्ट्रोलॉजर हैं बाद में पता चला कि वो वूड़ो करती हैं, जो काला जादू होता है वो , किसी की ज़िन्दगी छीन लेना, किसी का एक्सीडेंट करवा देना, किसी को वश में कर लेना, किसी का डिवोर्स करा देना| तो जब इस तरह की बातें मुझे उनके बारे में पता चली तो मैंने खुद को उनसे दूर करना शुरू कर दिया| जैसा की जज साहिबा ने बेल आर्डर में लिखा है कि उनका ऑब्सेशन था, मुझे 2 बजे फोन करना 5 बजे फोन करना, एक नंबर ब्लॉक करो तो दूसरे नंबर से बात करना| मैं पुलिस स्टेशन गया ही इस वजह से था क्योंकि मेरी लाइफ बहुत ही बद्तर हो गयी थी|

यहां देखिये करण ओबेरॉय का पूरा इंटरव्यू-

 

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।