इन 5 बॉलीवुड फिल्मों को देखकर आपका भी जोश हो जाएगा हाई, मन में जग उठेगी देशभक्ति की भावना

पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय वायुसेना ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट और मुजफ्फराबाद सेक्टर में स्थापित आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया। इस जवाबी कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर देशभक्ति का जबरदस्त माहौल है। इस मौके पर इन 5 बॉलीवुड फिल्मों को देखकर आपका भी जोश हाई हो जाएगा।

भारतीय वायुसेना की आतंक के खिलाफ कार्रवाई से देश में खुशी का माहौल। (फोटो- इंस्टाग्राम)

भारतीय वायुसेना की आतंक के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई पर पूरे देश में खुशी का माहौल है। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक, हर ओर इंडियन एयरफोर्स और सैन्यबलों की तारीफों में कसीदे पढ़े जा रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम यूजर्स ‘उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक’ के फेमस डायलॉग ‘हाउज द जोश- हाई सर’ का इस्तेमाल कर पाकिस्तान की दुखती रग पर हाथ रख रहे हैं। वैसे देखा जाए तो देशभक्ति और बॉलीवुड का हमेशा से गहरा नाता रहा है। देशभक्ति के सब्जेक्ट को ध्यान में रखकर बनी कई सुपरहिट फिल्में आज भी याद की जाती हैं। इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं बॉलीवुड की उन 5 फिल्मों के बारे में जिन्हें देखकर आपका भी जोश हो जाएगा ‘हाई।’

1- बॉर्डर (1997)

मल्टीस्टारर फिल्म ‘बॉर्डर’ साल 1997 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध पर आधारित थी। सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म में लोंगेवाला युद्ध को दर्शाया गया था। फिल्म में राजस्थान से सटे बॉर्डर पर 120 भारतीय जवानों के रातभर पाकिस्तान की टांक रेजिमेंट का डटकर मुकाबला करने को बेहद खूबसूरती से फिल्माया गया था। फिल्म और इसके गाने सुपरहिट रहे थे। इस फिल्म में सनी देओल, सुनील शेट्टी, अक्षय खन्ना, जैकी श्रॉफ, पुनीत इस्सर, सुदेश बेरी, शरबनी मुखर्जी, तब्बू, पूजा भट्ट जैसे तमाम कलाकार मुख्य किरदारों में थे।

2- लक्ष्य (2004)

ऋतिक रोशन, प्रीति जिंटा, अमिताभ बच्चन, ओम पुरी, बोमन ईरानी और अमरीश पुरी जैसे कलाकारों से सजी हुई फिल्म ‘लक्ष्य’ कारगिल वॉर पर बेस्ड थी, लेकिन फिल्म की कहानी काल्पनिक थी। इस फिल्म में ऋतिक ने लेफ्टिनेंट करण शेरगिल का किरदार निभाया था और प्रीति जिंटा एक जर्नलिस्ट बनी हुई थीं। विषम परिस्थितियों में भी करण शेरगिल द्वारा अपनी टीम को हैंडल करना और आतंकियों पर जीत हासिल करना इस फिल्म की कहानी का मुख्य केंद्र था। फिल्म ने औसत कारोबार किया था।

3- अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों (2004)

देशभक्ति के जज्बे में इजाफा करने वाली मल्टीस्टारर फिल्म ‘अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों’ साल 2004 में रिलीज हुई थी। अनिल शर्मा इसके निर्देशक थे। फिल्म में अमिताभ बच्चन, अमरीश पुरी, अक्षय कुमार, बॉबी देओल, दिव्या खोसला कुमार, नगमा, संदली सिन्हा, आरती छाबड़िया, डैनी डैन्जोंगपा और आशुतोष राणा मुख्य किरदारों में थे। फिल्म में दिखाया गया था कि भारतीय सेना ने बद्रीनाथ यात्रा में किस तरह पाकिस्तान द्वारा रची आतंकी साजिश को नाकाम किया था। फिल्म में अक्षय कुमार को पाकिस्तानी सेना द्वारा पकड़े जाने और फिर इसके खुलासे से रोचक प्रसंग इस फिल्म को मजेदार बनाते हैं।

4- चिटगॉन्ग (2012)

‘चिटगॉन्ग’ फिल्म साल 2012 में रिलीज हुई थी। फिल्म समीक्षकों ने इसे काफी सराहा था। मनोज वाजपेयी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, राजकुमार राव, वेगा तमोतिया और जयदीप अहलावत फिल्म में मुख्य किरदार में थे। यह फिल्म 1930 में हुए एक रियल इवेंट पर बेस्ड थी। इस फिल्म में मनोज वाजपेयी एक स्कूल टीचर की भूमिका में थे, जिनकी अगुवाई में स्कूली बच्चे और महिलाएं अंग्रेजी हुकूमत की एक टुकड़ी से लोहा लेते हैं और उन्हें मात देते हैं।

5- उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक (2019)

साल 2016 में जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में हुए आतंकी हमले के महज कुछ दिनों बाद भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर दर्जनों आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। इस घटना को सर्जिकल स्ट्राइक कहा जाता है। इसी वाक्ये पर निर्देशक आदित्य धार और निर्माता रॉनी स्क्रूवाला ने फिल्म बनाई जिसका नाम रखा गया, ‘उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक।’ आतंकवाद को करारा जवाब देने से जुड़ी यह फिल्म इसी साल 11 जनवरी को रिलीज हुई थी। मेकर्स भी फिल्म की सफलता और इसकी कमाई से हैरान रह गए। फिल्म अभी तक 200 करोड़ रुपये से ज्यादा कमा चुकी है और कई राज्यों के थिएटर्स में अभी भी यह फिल्म दिखाई जा रही है। विक्की कौशल, मोहित रैना, यामी गौतम और परेश रावल इस फिल्म में मुख्य भूमिका में थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में इस फिल्म के फेमस डायलॉग ‘हाउज द जोश- हाई सर’ का इस्तेमाल किया था।

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राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।