दिव्या भारती की अनसुनी दास्तान: 23 साल बाद भी अनसुलझी है बॉलीवुड की इस गुड़िया की डेथ मिस्ट्री

दिव्या भारती बॉलीवुड की वह एक्ट्रेस थीं जिन्होंने अपनी पहली ही फिल्म से देश में फैंस की बड़ी फौज खड़ी कर ली थी। दिव्या को अपनी फिल्म की हिरोइन बनाने के लिए उनके घर के बाहर फिल्ममेकर्स की लाइन लगा करती थी।

अभिनेत्री दिव्या भारती का जन्म 25 फरवरी, 1974 को मुंबई में हुआ था। (फोटो- ट्विटर)

दिव्या भारती, बॉलीवुड इंडस्ट्री का वह नाम जिनके बारे में लोग आज भी बातें तो करते हैं, लेकिन उनकी मौत के बारे में बात नहीं करना चाहते। उनके फिल्मी करियर में सफलता का सूर्योदय हुआ ही था कि 5 अप्रैल, 1993 की वह काली रात उनके जीवन में आ गई। महज 19 साल की उम्र में उस चुलबुली लड़की की मौत हो गई। कथित तौर पर दिव्या भारती की मौत का रहस्य आज भी बरकरार है। हालांकि मुंबई पुलिस साल 1998 में ही उनकी मौत की जांच से जुड़ा केस बंद कर चुकी है।

कम उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में आना, कम उम्र में शोहरत पाना, कम उम्र में शादी करना और कम उम्र में ही इस दुनिया से रुखसत हो जाना, वैसे तो दिव्या भारती की बस इतनी सी ही पहचान है, लेकिन अगर उनकी शख्सियत और उनके जीवन पर नजर डालें तो जान पड़ता है कि जरा से फिल्मी करियर में सफलता पाने वाली इस अभिनेत्री ने अपने जीवन में बहुत कुछ देखा था। दिव्या भारती के पिता ओम प्रकाश भारती एक बीमा कंपनी में अफसर थे और माता मीता भारती गृहणी थीं।

फिल्म ‘राधा का संगम’ से बॉलीवुड में डेब्यू करतीं दिव्या भारती, लेकिन?

अभिनेता गोविंदा के भाई कीर्ति कुमार ने दिव्या भारती को अपनी फिल्म ‘राधा का संगम’ के लिए साइन किया था। कीर्ति कुमार का मकसद नए टैलेंट को मौका देना था, लेकिन जमाने ने उनकी इस मेहरबानी को अफेयर का नाम दे दिया। परेशान होकर कीर्ति ने दिव्या को फिल्म से बाहर कर जूही चावला को फिल्म की हिरोइन घोषित कर दिया। जिसके बाद साल 1990 में दिव्या भारती ने तेलुगू फिल्म ‘बोब्बिली राजा’ से फिल्मी करियर की शुरूआत की। फिल्म सुपरहिट रही और साउथ फिल्म इंडस्ट्री में दिव्या रातोंरात सुपरस्टार बन गईं।

‘विश्वात्मा’ से मिली थी दिव्या भारती को बॉलीवुड में पहचान

फिल्ममेकर राजीव राय ने अपनी फिल्म ‘विश्वात्मा’ में दिव्या भारती को सनी देओल के अपोजिट कास्ट किया था। फिल्म सुपरहिट रही और इस फिल्म की सफलता के बाद दिव्या के पास फिल्मों के तमाम ऑफर आने लगे। साल 1992 में उनकी तीन फिल्मों ने उन्हें शोहरत के सर्वोच्च मुकाम पर पहुंचा दिया था। बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख खान ने दिव्या भारती के साथ ही साल 1992 में ‘दीवाना’ फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। उस साल दिव्या भारती की उम्र 18 साल थी और उन्होंने उसी साल फिल्ममेकर साजिद नाडियाडवाला से शादी कर सभी को चौंका दिया।

शादी के बाद तनाव में रहती थीं दिव्या भारती!

कहा जाता है कि शादी के बाद दिव्या भारती अक्सर तनाव में रहती थीं। कुछ लोग उनके तनाव की वजह को इतनी कम उम्र में माता-पिता से दूर हो जाने से जोड़कर भी देखते हैं। दरअसल महज 16 साल की उम्र में दिव्या भारती ने स्टारडम के उस मुकाम को हासिल कर लिया था जो बॉलीवुड के तमाम स्टारकिड्स आज भी हासिल करने में एड़ी-चोटी का जोर लगा देते हैं और फिर भी नाकाम रहते हैं। तनावग्रस्त जीवन और हेक्टिक शेड्यूल की वजह से दिव्या शराब पीने लगी थीं। जिस रात उनकी मौत हुई उस रात भी वह शराब के नशे में थीं।

क्या हुआ था घटना वाली रात?

5 अप्रैल, 1993 को दिव्या भारती चेन्नई से फिल्म की शूटिंग पूरी कर मुंबई के वर्सोवा स्थित अपने घर लौटी थीं। इसी दिन उन्हें दूसरे शूट के लिए हैदराबाद जाना था। पैर में चोट लगने की वजह से उन्होंने हैदराबाद की शूटिंग पोस्टपोन कर दी थी। उसी दिन उन्हें एक नए फ्लैट की डील भी करनी थी। ‘आंदोलन’ फिल्म के चलते फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला रात करीब 10 बजे दिव्या से मिलने उनके घर आईं। नीता के साथ उनके पति श्याम लुल्ला भी थे। तीनों ने साथ में कुछ ड्रिंक्स पी। दिव्या की मेड अमृता उनके लिए स्नैक्स तैयार कर रही थी।

संतुलन बिगड़ा और बिल्डिंग से गिर गईं दिव्या भारती

कहा जाता है कि रात करीब 11 बजे नीता और श्याम लिविंग रूम में टीवी देख रहे थे कि तभी दिव्या बालकनी में चली आईं। वह काफी नशे में थीं। जैसे ही वह कमरे में आने के लिए वापस मुड़ी तो उनका संतुलन बिगड़ गया और अपार्टमेंट के पांचवें फ्लोर से वह नीचे गिर गईं। एंबुलेंस के मौके पर पहुंचने तक दिव्या की सांसें चल रही थीं, लेकिन काफी खून बह जाने की वजह से इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। इस हादसे को कुछ लोगों ने साजिश का नाम दिया तो कुछ इसे आत्महत्या मानते हैं। दिव्या के पिता ने बेटी की मौत के पीछे किसी षडयंत्र से इंकार किया था। दिव्या भारती की मौत के बाद उनकी तीन फिल्में ‘रंग’, ‘शतरंज’ और ‘थोलि मुद्धू’ रिलीज हुई थी, जिसमें ‘रंग’ सुपरहिट रही थी।

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राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।