बॉलीवुड के इन सितारों को अंतिम समय में नहीं मिला किसी का साथ, कंगाली और अकेलेपन ने ली इनकी जान

बॉलीवुड में ऐसे कई कलाकार हुए जिन्होंने लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ी। कादर खान, मीना कुमारी और एके हंगल जैसे महान कलाकारों ने लोगों को एंटरटेन किया लेकिन उनके अंतिम समय में कोई भी उनके साथ नहीं रहा।

कादर खान, मीना कुमारी और एके हंगल।( साभारः क्रिएटिव)

बॉलीवुड में जैसे-जैसे फेम और पॉपुलेरिटी की ग्रोथ हुई वैसे-वैसे स्टारडम की आड़ में कलाकारों ने मानवीय पहलुओं को खोना शुरू कर दिया। इसका उदाहरण हाल ही में हुए बॉलीवुड के दिवंगत कलाकार कादर खान का निधन। कादर ने बॉलीवुड के लगभग सभी बड़े एक्टर और एक्ट्रेस के साथ काम किया। कादर खान ने कई लोगों को स्टारडम दिया लेकिन उनके अंतिम समय में कोई काम नहीं आया और ना ही किसी ने मदद की।

कादर खान ने अकेलेपन में इस दुनिया को अलविदा कहा। बॉलीवुड इंडस्ट्री ने उन्हें भुला दिया। उनको भुलाने का सबसे ज्यादा शिकार गोविंदा को होना पड़ा। क्योंकि गोविंदा ने कादर के साथ काम किया और उनके लिखे कई डायलॉग्स से अमिताभ बच्चन से लेकर गोविंदा तक बॉलीवुड के सुपरस्टार बने। खैर! यहां सिर्फ कादर खान ही नहीं हैं जिन्हें बॉलीवुड ने भुला दिया।

ऐसे कई एक्टर और एक्ट्रेस हैं जिन्होंने बॉलीवुड में अपना अलग मुकाम हासिल किया, लेकिन जीवन के अंतिम दिनों में बिल्कुल अकेल पड़े, गरीबी और कंगाली में इस दुनिया को बाय-बाय कहा। यहां हम आपको ऐसे ही एक्टर और एक्ट्रेस के बारे में यहां बता रहे हैं…

मीना कुमारी

बॉलीवुड की ट्रेजेडी क्वीन कही जाने वाली मीरा कुमारी को करोड़ो दिलों की धड़कन थीं। उन्होंने बॉलीवुड के शुरुआत में अपना अलग मुकाम हासिल किया। लेकिन आखिरी में बिमारी की वजह से वह ज्यादा परफॉर्मेंस नहीं कर पाईं। फिल्म ‘पाकिजा’ के रिलीज होने के तीन हफ्ते बाद उनका अस्पताल में निधन हो गया। उनके अंतिम दिनों में कोई उनके साथ नहीं था और उनके पास अस्पताल का बिल चुकाने के लिए भी पैसे नहीं थे। जबकि मीना कुमारी ने उस दौरान के स्टार गुरु दत्त, सुनील दत्त और शमी कपूर जैसे बड़े एक्टर के साथ काम किया।

परवीन बॉबी
बॉलीवुड में 70 के दशक की सबसे खूबसूरत और मॉडर्न एक्ट्रेस थी। परवीन बॉबी ने अमिताभ बच्चन, देवानंद और फिरोज खान सहित कई बड़े स्टार के साथ काम किया। इनका स्टारडम उस दौर कि एक्ट्रेस से कहीं ज्यादा ऊपर था। लेकिन अपने जीवन के अंतिम दिनों में वह बिल्कुल अकेली पड़ गईं। उनका दिमागी संतुलन बिगड़ गया। वह जनवरी 2005 में अपने अपार्टमेंट मृत पाई गईं। उनकी बॉडी उनके मरने के कुछ समय बाद बरामद की गई।

सीताराम पंचाल

फिल्म ‘पीपली लाइव’ और ‘पान सिंह तोमर’ में बड़ी भूमिका निभाने वाले सीताराम पंचाल को जाना जाता है। सीताराम पंचाल का निधन गरीबी के कारण अगस्त 2017 में हुआ। उनके पास अपनी बिमारी का इलाज करने के लिए भी पैसे नहीं थे। जब उनका मामला मीडिया के सामने आया तब तक बहुत लेट हो गया। उनके अंतिम समय में भी कोई काम नहीं आया।

एके हंगल

बॉलीवुड के ट्रबल्ड पिता कहे जाने वाले एके हंगल वास्तविक जीवन में बहुत ही मजाकियां थे। एके हंगल ने 50 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। उन्हें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के सर्वोच्च सम्मान से भी नवाजा। इसके बाद भी उन्हें गरीबी में जीना पड़ा और उनके पास अस्पताल का बिल चुकाने का भी पैसा नहीं थ। 97 वर्ष की उम्र में 2012 में उनका निधन हुआ।

भारत भूषण

भारत भूषण बॉलीवुड के जाने-माने स्टार थे लेकिन उन्हें जुआ खेलने का चस्का भी था। चालीस और पचास के दशक में टॉप स्टार रहे भारत भूषण को जुए की लत के कारण काफी नुकसान हुआ और उन्हें मुंबई की एक चॉल में रहना पड़ा। वह जुए में अपना घर हार गए थे। उन्होंने मुंबई की उसी चाल में अपनी आखिरी सांस ली।

विमी

विमी बॉलीवुड की उन मशहूर ग्लैमरस अभिनेत्रियों में से एक थीं जिनकी गरीबी में मृत्यु हो गई थी। इस दौरान उनकी उम्र मात्र 30 साल थीं। उनकी निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं था। उकने शव को ठेले से श्मशान तक ले जाया गया। विमी के निधन से पहले, उन्हें नानावटी अस्पताल के एक जनरल वार्ड में भर्ती कराया गया था क्योंकि उनके पास अस्पताल के बिलों चुकाने के लिए पैसे नहीं थे।

अचला सचदेव
आपको याद है दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे? उसमें एक दादी थीं जो राज और सिमरन को शादी करने के लिए पूंछती हैं। वहीं थी अचला सचदेव। वह बॉलीवुड के सबसे पॉपुलर सॉन्ग ‘ओ मेरी जोहराजबी’ में भी थी। उन्होंने 130 फिल्मों में एक्टिंग की। उन्होंने अपना घरर जनसेवा फाउंडेशन को दान में दे दिया। एक एक्सीडेंट के बाद वह पैरालाइज्ड हो गईं और बिना किसी अटेंडेंट के बिना अस्पताल में रहीं। उनकी परिवार के लोग उन्हें बहुत कम ही देखने जाते और उनका निधन अकेलपन में ही हुआ।

यहां देखिए हिंदी रश डॉट कॉम का लेटेस्ट वीडियो…

रमेश कुमार :जाकिर हुसैन कॉलेज (डीयू) से बीए (हॉनर्स) पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के बाद रामजस कॉलेज में दाखिला लिया और डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटकल साइंस में पढ़ाई की। इसके बाद आईआईएमसी दिल्ली।