Loksabha Election Result Exclusive: रजा मुराद की मांग- फिल्म इंडस्ट्री के लिए ये काम जरूर करे नई सरकार

Election Result 2019 अब से कुछ ही देर में हमारे सामने होगा, लेकिन इससे पहले दमदार एक्टर रज़ा मुराद ने होने वाली सरकार से फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी समस्या का समाधान मांगा है|

रज़ा मुराद (हिंदीरश )

Election Result 2019 का रिसल्ट आने वाला है और आम जनता को इंतज़ार है कि आखिर किसकी सरकार केंद्र में बैठेगी| आम जनता के कई मुद्दे है जिसका सॉल्यूशन वो सरकार से चाहते हैं| हाल में ही हिंदी रश डॉट कॉम से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान बॉलीवुड एक्टर रज़ा मुराद (Raza Murad) ने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी किस समस्या का हल वो नई सरकार से चाहते हैं? यहां पढ़ें-

नई सरकार (New Government) से आपकी क्या उम्मीदें हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए पद्मावत (Padmaavat) एक्टर ने कहा-

“भाई देखिये जिस सरकार को पूरा देश चुनता है वो उम्मीद के बदौलत ही चुना जाता है| उम्मीद होती है तभी वोट दिया जाता है| तो यकीनन जो भी सरकार आ रही है देशवासियों को उनसे उम्मीदें हैं| एक आम इंसान को रोज़गार चाहिए, नौकरी चाहिए, महंगाई पर कंट्रोल चाहिए, बिजली चाहिए, पानी चाहिए और देश में शांति चाहिए|”

इसके बाद जब Hindi Rush . com ने उनसे पूछा कि, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी कौनसी ऐसी परेशानियां हैं जिनका हल वो सरकार से चाहते हैं? तो इसपर उन्होंने कहा-

“देखिये, एक तो ये कि फिल्म इंडस्ट्री को एक इंडस्ट्री का दर्जा मिले| दर्जा मिलने के साथ साथ वो इम्प्लीमेंट भी हो| और दूसरी बात ये है कि महाराष्ट्र सरकार मराठी फिल्मों से टैक्स इकठ्ठा करती है और फिर वो टैक्स कलेक्ट करके प्रोड्यूसर्स को देती है, मैं ये कहता हूँ कि आप हमें कुछ ना दें, आप जो टैक्स कलेक्ट करते हैं और जो रेवेन्यू आती है आपके पास पुरे देश से उसका 10 % हिस्सा इंडस्ट्री के वर्कर्स के वेलफेयर के लिए दें| जो हमारे वर्कर्स हैं वो बेचारे इनसिक्योर हैं, बूढ़े हो गए हैं उनकी एक वेलफेयर ऑर्गनाइज़ेशन बनाई जाए| अगर आप 1 रुपये कमाते हैं तो उसका 10 पैसा इस ऑर्गनाइज़ेशन को दें ताकि जो बूढ़े वर्कर्स हैं, जो जरूरतमंद लोग हैं उनकी मदद हो सके| जैसा कि मैंने आपसे कहा हमारे यहां (बॉलीवुड) में ना तो कोई पेंशन है, ना ही कोई फंड है तो वर्कर्स की कोई सिक्योरिटी नहीं है| खैर, बड़े स्टार्स तो इतना कमा लेते हैं कि उन्हें रेनी डेज़ की फ़िक्र नहीं होती है लेकिन हमारे जो आम वर्कर्स हैं ये बेचारा बड़ा परेशान हो जाता है जब इसके हाथ पैर जवाब दे जाते हैं| तो जब आप (सरकार) अरबों रुपये कमाते हो तो कम से कम करोड़ो रूपया उनके वेलफेयर के लिए जमा करें और उनको दें| जिससे कि हमारा जो गरीब वर्कर है उसको फायदा हो|”

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।