श्रीदेवी और अनिल कपूर की जोड़ी को लोगों ने कई फिल्मों में सराहा था| 80 के दशक में ‘मिस्टर इंडिया’ से लेकर ‘लम्हे’ तक दोनों ने कई सारी हिट फिल्में दी थी| एक तरफ जहाँ दोनों परदे पर लोगों का दिल धड़का रहे थे वहीँ अपनी हिट हो रही फिल्मों से खुश होने के बजाय एक समय ऐसा आया जब अनिल कपूर, श्रीदेवी से नफरत करने लगे थे| यही नहीं बल्कि उनकी ये नफरत इतनी बढ़ गयी थी कि उनसे एक बड़ी गलती हो गयी थी|
आपको बता दें जब भी अनिल कपूर और श्रीदेवी एकसाथ परदे पर आते थे तो श्रीदेवी को ही सारा स्टारडम मिलता था| दोनों ही अपने करियर के पीक पर थे| हालाँकि श्रीदेव की बढ़ती पॉपुलैरिटी से अनिल कपूर को डर लगने लगा था| इस बारे में
सीनियर जर्नलिस्ट सुभाष के झा ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘धीरे-धीरे श्री, अनिल से ज्यादा बड़ी स्टार बन गई थीं । जिसे अनिल बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे । इसी के चलते अनिल ने श्री के साथ दो ब्लॉकबस्टर फिल्में रिजेक्ट कर दी थीं ।’
इन दो फिल्मों को रिजेक्ट करना अनिल कपूर की सबसे बड़ी गलतियों में से एक थी| बाद में चलकर उन्हें बहुत ही पछतावा हुआ|
अब आप सोच रहे होंगे कि ये फिल्में कौनसी थी? तो बता दें इनमें से एक थी ‘चालबाज’ और दूसरी थी ‘चांदनी’ | दरअसल तब अनिल को लगता था कि हीरो का किरदार हीरोइन के मुकाबले दमदार नहीं है इसलिए वो कई फिल्मों को ठुकरा देते थे| यही वजह है कि श्रीदेवी और अनिल कपूर की फिल्म का नाम मिस्टर इंडिया रक्खा गया था| इस फिल्म में अनिल कपूर यही किरदार निभा रहे थे|
श्रीदेवी के पति बाेनी कपूर ने ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ नाम की फिल्म बनाई थी । तब इस फिल्म का नाम इस बात के लिए चर्चित हुआ था कि यह उस समय की सबसे महंगी फिल्म थी । हालाँकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी| यही नहीं बल्कि बाद में दोनों के स्टारडम की लड़ाई भी खत्म हो गयी|