5 अप्रैल 1993 को 19 साल की उम्र में दिव्या भारती इस दुनियां को छोड़कर चली गयी थी| आज इस घटना को 25 साल हो चुके हैं लेकिन जो सवाल सभी के मन में आता है वो ये है कि आखिर उनकी मौत कैसे हुई थी|दिव्या भारती की मौत की वजह आज भी पूरे बॉलीवुड में चर्चा का विषय है| लोगों की उनकी डेथ मिस्ट्री के बारे में कुछ भी नहीं पता| बस इतनी खबर है कि दिव्या भारती छत से गिर गयीं थी और इसी वजह से उनकी मौत हुई है|
दिव्या भारती ने बहुत कम उम्र से ही बॉलीवुड और तेलगु फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था| तेलुगू फिल्म बोबली राजा से उनका करियर शुरु हुआ था| ये फिल्म 1990 में रिलीज हुई थी और आते ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा गयी|
बॉलीवुड में उनकी पहली फिल्म विश्वात्मा दिव्या भारती की इस फिल्म ने भी बहुत कमाई की| देखते ही देखते दिव्या भारती बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस बन गयी हैं| इसके बाद उनकी फिल्म ‘शोला और शबनम’ और ‘दीवाना’ आई| जिसके बाद उन्हें बॉलीवुड इ सबसे ज्यादा पैसे कमाने वाली एक्ट्रेस बना दिया|
दिव्या भारती ने अपनी लाइफ में कुल 13 हिन्दी फिल्मों में काम किया और उस मुकाम को हासिल किया जो कई अभिनेत्रियों के लिए सपने जैसा होता है| शोला और शबनम के सेट पर ही उनकी मुलाकात साजिद नाडियावाला से हुई| और बाद में दोनों की शादी हो गयी|
दिव्या भारती की लाइफ में सबकुछ ठीक चल रहा था हालाँकि उनके बारे में मीडिया में बहुत ही नेगेटिव खबरें आयीं थी| इन खबरों में कहा गया कि दिव्या के पिता उनकी शादी से खुश नहीं थे वहीँ दिव्या की मां को जुए की लत थी वहीँ घर का खर्चा भी दिव्या भारती ही उठाती थी|
साजिद नाडियावाला से शादी करने के बाद दिव्या तुलसी बिल्डिंग में उन्ही के साथ ही रहने लगी थीं| ये बिल्डिंग मुंबई के वर्सोवा इलाके में है| दिव्या और साजिद ने अपनी शादी को सभी से छिपाया भी था| दरअसल मुंबई में उन दिनों सांप्रदायिक तनाव बना हुआ था| ऐसे में साजिद नहीं चाहते थे कि दिव्या भारती से उनकी शादी कोई बखेड़ा खड़ा करें|
ऐसी खबरें आई कि जल्द ही दिव्या भारती एक नया घर खरीदने वाली थी| जिसकी डेट भी फाइनल हो चुकी थी| 5 अप्रैल की रात दिव्या पार्टी कर रही थीं जहाँ पर उनकी मेड अमृता और डिज़ाईनर नीता लूल्ला अपने पति के साथ थी और सभी ड्रिंक कर रहे थे|
दिव्या भारती बालकनी में जाकर बैठ गईं| जिसके थोड़ी देर बाद कुछ गिरने की आवाज़ आई तो पता चला दिव्या भारती गिर गयी हैं| नीचे दिव्या पड़ी तड़प रही थी| जहाँ से उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका| कूपर हॉस्पिटल के आईसीयू में उन्होंने अंतिम सांस ली|