तमिलनाडु की 19 साल की अनुकृति वास ने साल 2018 का मिस इंडिया का खिताब जीता। इस दौरान फेमिना मिस इंडिया 2018 के होस्ट बने एक्टर आयुष्मान खुराना ने एक आखिरी सवाल पूछा कि लाइफ में बेहतर टीचर कौन है सक्सेस या फेलियर? यह सवाल सिर्फ अनुकृति से ही नहीं बल्कि मिस इंडिया की टॉप 5 कंटेस्टेंट से पूछा गया। इस सवाल के जवाब के आधार पर ही अनुकृति को मिस इंडिया 2018 का खिताब मिला।
इस सवाल के जवाब पर अनुकृति का जवाब था कि फेलियर लाइफ का सबसे बड़ा टीचर है। क्योंकि जब आपको लगातार जिंदगी में सफलता मिलती रहती है तो एक मुकाम पर आकर आपकी ग्रोथ रुक जाती है। लेकिन जब आपको लगातार असफलता मिलती रहे तो आपमें तब तक सक्सेस को पाने की इच्छा और जुनून बना रहता है जब तक आपको वो हासिल ना हो जाए। और इसी फेलियर ने मुझे आज इस प्लैटफॉर्म पर लाकर खड़ा किया लगातार फेलियर मिलते रहने की वजह से सफलता पाने का जज्बा मुझमें हमेशा रहा क्योंकि गांव से आई एक लड़की जिसके आस-पास कही भी ऐसा माहौल नहीं था, लेकिन सिर्फ मेरी मां हमेशा मेरे साथ रहीं। अब तक लाइफ में मिली असफलता और क्रिटिसिज़्म ने ही मुझे यहां तक पहुंचाया।
मीडिया से ख़ास बातचीत में उन्होंने कहा कि वो अपनी मां के सबसे ज्यादा करीब हैं क्योंकि उनकी मां ने अकेले ही उनकी परवरिश की है। अनुकृति का मानना है कि वो यहां तक सिर्फ अपनी मेहनत और लगन की वजह से नहीं बल्कि अपनी मां की वजह से पहुंची हैं। अनु बताती हैं कि- एक बात जो मैंने अपनी मां से सीखी कि चाहे हालत कैसे भी हो, मुस्कराते रहना चाहिए! क्योंकि लोगों को वही दिखता है। आपके भीतर क्या चल रहा है यह कोई नहीं जानता लेकिन, आपकी स्माइल कई लोगों को एक उम्मीद दे जाती है।
चेन्नई के लोयोला कॉलेज में पढ़ने वाली 19 साल की अनुकृति वास ख़ुद को एक सामान्य लड़की बताती हैं जिसे घूमना और डांस करना पसंद है। अनुकृति से फ्रेंच भाषा में बीए कर रही हैं और वो एक इंटरप्रेटर बनना चाहती हैं। जबकि वह राज्यस्तरीय एथलीट भी हैं, वह सुपरमॉडल बनना चाहती हैं। भाग्य में उनका मजबूत विश्वास उन्हें हर समय आत्मविश्वासी रखता है। अनुकृीति खुद को टॉमबॉय बुलाती हैं और उन्हें बाइक चलना पसंद है। लेकिन इससे बढ़कर वह ट्रांसजेंडरों को शिक्षित करने का काम कर रही हैं।