एक्सक्लूसिव: हनी ट्रैप में फिर फंसा सेना का एक जवान, यूं बिछाया जाता है हुस्न का जाल

उत्तर प्रदेश से एक सेना के जवान को ATS की टीम ने गिरफ्तार किया है जो कि पाकिस्तान को सूचना भेज रहा था

हनी ट्रैप को लेकर एक और ताजा मामला सामने आया है। पाकिस्तानी लड़की के जाल में फंसकर BSF जवान अच्युतानंद मिश्रा भारतीय सेना की जानकारी भेज रहा था। हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने अच्युतानंद मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही उसकी जांच तेजी से की जा रही है। इस मामले ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था और साइबर क्राइम को लेकर चर्चाएं तेज कर दी है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक अच्युतानंद मिश्रा को उत्तर प्रदेश एटीएस नोएडा यूनिट ने मंगलवार को ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपी जवान अच्युतानंद मिश्रा मध्य प्रदेश के रीवा का रहने वाला है। पुलिस का कहना है कि पाकिस्तान आईएसआई संगठन की एक महिला आतंकी ने खुद को पत्रकार बताया फिर अच्युतानंद मिश्रा को मीठी और पाक विरोधी बातें कर जाल में फंसा लिया। एटीएस ने अच्युतानंद को पांच दिन तक पूछताछ के लिए रिमांड पर रखा है। अच्युतानंद मिश्रा 2006 में सेना में भर्ती हुआ था।

क्या है हनी ट्रैप
नए दौर में युद्ध लड़ने का तरीका भी बदल गया है। नई तकनीक का उपयोग कर पड़ोसी मुल्क एक ऐसा जाल बिछाता है जिसमें कि सेना के जवानों को आसानी से फंसाया जा सके। हनी ट्रैप एक ऐसा जरिया है जिसमें कि सेना के जवान आसानी से फंस जाते हैं। हनीट्रैप सोशल मीडिया और फोन के जरिए कराया जाता है। इसके लिए पाकिस्तान और चीन सुंदर-कामूक लड़कियों का इस्तेमाल करता है। फिर ये लड़कियां अपने हुस्न के जाल में सेना के जवानों को फंसाकर जानकारियां निकलवाती हैं। इससे दुश्मन अपनी स्थिति को पहले से ही मजबूत कर लेता है।

कैसे होता है हनी ट्रैप
हनी ट्रैप का खेल पुराना है। लेकिन सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी के कारण ये आसान हो गई है और तेजी से हनी ट्रैप केस हो रहे हैं। अभी तक के केस के अनुसार ज्यादातर सेना के जवान सोशल मीडिया के जरिए सुंदर लड़कियों के संपर्क में आते हैं। ये लड़कियां सोशल मीडिया के जरिए दोस्त बनती है फिर चैट कर के सेना जवान के मानसिकता को भांप कर कार्ड फेंकती है। हुस्न परोसने के अलावा अपने ही देश के विरोध में बात कर सेना के जवान को फंसाती है। इसके बाद भरोसा जीतने के बाद खेल शुरू होता है। अब तक के केस पर नजर डालें तो यह पता चलता है कि हनी ट्रैप वाली लड़कियां मीठी-मीठी बातें कर के या नग्न तस्वीरें या वीडियो भेजकर लुभाती है।

हनी ट्रैप क्यों है आसान
हनी ट्रैप एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा किसी देश की सुरक्षा जानकारी और गुप्त जानकारियों को आसानी से हासिल किया जाता है। क्योंकि ये अहम जानकारियां चौकस सुरक्षा में रखी जाती हैं और इनको हैक कर पाना संभव नहीं है। इसलिए हनी ट्रैप का प्रयोग सबसे आसानी से करके जवानों से प्लानिंग औ सुरक्षा की अन्य जानकारी को बाहर निकलवाया जाता है। जानकारी के तौर पर सेना के जवान अपने सेना की खास तैयारियां, हथियारों की जानकारी, डेली प्लान, सेना की डील, कागजी जानकारी, सेना के कोड आदि की जानकारी दे देते हैं। जांच एजेंसियों को पता चलने तक खास जानकारियां दुश्मन के हाथ लग जाती है।

पाकिस्तान-चीन ऐसे करता है हनी ट्रैप
भारत के सबसे बड़े पड़ोसी दुश्मन पाकिस्तान और चीन है। ये दोनों देश मिलकर हनी ट्रैप का खेल खेलते हैं और भारतीय जवानों को फंसाते हैं। अब तक केसों को देखें तो पता चलता है कि पाक और चीन इसके लिए अपने यहां की सुन्दर और हॉट लड़कियों का इस्तेमाल करते हैं। ये लड़कियां पहले सोशल मीडिया पर एक्टीव सेना के जवानों से दोस्ती करती हैं फिर दोस्ती बढ़ने के बाद नंबर आदान-प्रदान होता है। मुख्य रूप से पाकिस्तान और चीन सोशल मीडिया तथा लड़कियों के सहारे इसे अंजाम देता है। लड़किया इतनी सुन्दर होती हैं कि सेना के जवान दोस्ती करने के लिए तैयार हो जाते हैं।

इसलिए शिकार होते हैं जवान
आम तौर पर बात करें तो भारतीय सैनिक अपने परिवार यानी पत्नी से लंबे समय तक दूर रहते हैं। इसी बात का फायदा पाकिस्तान और चीन उठाता है और सुंदर व चालाक लड़कियों का इस्तेमाल करता है। ये लड़कियां अपने हुस्न का जाल फेंककर जवानों को फंसाती है। ये लड़कियां सेना के जवान की हवस को भांप लेती हैं। बॉर्डर पर तैनात जवान वीडियो कॉल के जरिए इनके साथ मीठी-मीठी बातें करते हैं। ना केवल मीठी बातें बल्कि ये लड़कियां हॉट या यूं कहें कि नग्न तस्वीरें और वीडियो भेजकर आसानी से दिल जीत लेती है। बस इसी कारण सैनिक शिकार हो जाते हैं।

अबतक के हनी ट्रैप के खास मामले
-1986 में रॉ के लिए रिसर्च का काम कर रहे केवी उन्नीकृष्षणनन भी हनी ट्रैप में फंसे थे। वे अमेरिका की सबसे बड़ी एजेंसी CIA के लिए सूचना दे रहे थे।
-2015 में ऐसे ही एक मामले में वायुसेना के एयरमैन रंजीत केके को गिरफ्तार किया गया था। जिसने वायुसेना की मूवमेंट की संवेदनशील जानकारी लीक की थी।
-2016 में भारतीय आर्म्स डीलर रह चुके अभिषेक वर्मा ने वरुण गांधी पर आरोप लगाया था कि वे हनी ट्रैप का शिकार हो रहे हैं लेकिन वरुण गांधी ने इसे खारिज कर दिया था।
-फरवरी 2018 वायुसेना के केंद्रीय सुरक्षा एवं जांच दल ने एक नियमित जासूसी रोधी चौकसी के दौरान पाया कि ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह जानकारी लीक कर रहे हैं। फिर गिरफ्तार किया गया।
-2017 गुजरात के बीजेपी सांसद केसी पटेल भी हनी ट्रैप में फंस चुके हैं जो कि संसद की गोपनीय जाकनरी एक महिला के साथ शेयर कर रहे थे।

रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.