पहली बार छठ व्रतधारियों के लिए ‘बेजोड़’ है ये तीन वीडियो, गाने के साथ-साथ सीखें पूरी विधि

बिहार के महापर्व छठ की झलक देश-विदेश में को मिलती है। भोजपुरी सिनेमा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित नितिन चंद्रा के तीन बेजोड़ वीडियो के जरिए छठ पूजा मनाना सीख सकते हैं।

दीपावली बीतते ही छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बिहार के महापर्व छठ की झलक देश-विदेश में को मिलती है। आधुनिकता के कारण इस पर्व की पौराणिक परंपरा या यूं कहें कि विधि-विधान बहुत सारे लोगों को पता नहीं है। इसी बात को सोच कर फिल्म निर्माता और निर्देशक नितिन चंद्रा ने एक पहल की। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा नेशनल अवार्ड से सम्मानित नितिन चंद्रा ने बिहार की इस अनूठी परंपरा की पौराणिकता को बचाने के लिए लंबे समय से अभियान छेड़ा है। हालांकि नितिन चंद्रा भी अपनी मां की मदद से छठ पूजा की परंपरा को बचाने के लिए काम कर रहे हैं। इसके लिए फिल्म एक्ट्रेस नीतू चंद्रा बतौर प्रोड्यूसर सहयोग की हैं।

अब तक तीन वीडियो बन चुके हैं। इसमें छठ पूजा की  पूरी परंपरा दिखती है। बेजोड़ प्रॉडक्शन के वीडियो गीत इतने प्रसिद्ध हुए हैं कि लोग इसके जरिए छठ की परंपरा सीखने लगे हैं। इसमें ना केवल परंपरा बल्कि बिहार के माटी की सुंगध और लोकगीतों के  मीठे बोल भी मिलते हैं। इससे छठ पूजा करना सीख सकते हैं। तो वहीं, दूर परदेस में भी  रहकर छठ  को विधि-विधान के साथ मना सकते हैं।

नितिन चंद्रा ने हिंदी रश डॉट कॉम से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान कहा कि छठ पूजा की पौराणिकता को बरकरार रखने के लिए हमारे ‘बेजोड़’ टीम की ओर से ये अभियान चलाया जा रहा है। अब तक हमारी ओर से तीन सीरीज बनाए जा चुके हैं। लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर बहुत प्यार मिल रहा है। इसके जरिए हम भोजपुरी भाषा और छठ पूजा की परंपरा को बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल, उन्होंने पूरी बातचीत भोजपुरी में की। भोजपुरी प्रेम ना केवल उनकी बातों से बल्कि उनके फिल्मी कामों में भी दिख रहा है।

70 साल में पहली बार बिहार जैसे पिछड़े राज्य में अपने दम पर अपनी भाषा में बिहार में १०० प्रतिशत बिहार के लोगों के साथ बिहार में फिल्म बनाकर राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले निर्देशक नितिन चंद्रा के वीडियो से रू-ब-रू कराते हैं। ठेकुआ बनाने से लेकर देखें गांव की झलक, अगर गांव से हैं तो फिर मन में सोंधी महक तो जाग ही जाएगी।

 

1- पहिले – पहिले हम कयनी
हमारे बिहार के लोग हर राज्य और विदेश में हैं। लेकिन हर छठ पर गांव आते हैं। धीरे-धीरे आधुनिकता के कारण कई लोग तो छठ पूजा करना भी छोड़ रहे हैं। यहां पर दिखाया गया है कि कैसे एक विदेश में पली-बढ़ी लड़की छठ पूजा करती है और इस परंपरा को कायम रखती है।

2- कबहू ना छूटी छठ
इस वीडियो के जरिए दिखाया गया है कि छठ पूजा केवल औरत नहीं बल्कि पुरूष भी कर सकते हैं। इस गाने को अलका याज्ञनिक ने गाया है।

3-अइलीं छठी मईया
यह इसी साल का लेटेस्ट वीडियो है। इस गाने को पलक मुच्छल और अमित मिश्रा ने गाया है। इस साल दोनों छठ गांव में मनाते दिख रहे हैं।

रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.