दीपवीर वेडिंग: ऐसे हैं रणवीर सिंह के होने वाले सास-ससुर, साली भी हैं ‘दिलवाली’

दीपिका पादुकोण के माता-पिता और बहन भी उन्हीं की तरह हैं। यानी कि रणवीर सिंह के होने वाले सास-ससुर और साली की कहानी भी दिलचस्प है।

दीपिका पादुकोण के माता-पिता और बहन भी उन्हीं की तरह हैं। यानी कि रणवीर सिंह के होने वाले सास-ससुर और साली की कहानी भी दिलचस्प है। वैसे जीजा-साली का रिश्ता सबसे ज्यादा मायने रखता है। इस हिसाब से रणवीर सिंह को अपनी साली को खुश रखना पड़ेगा। क्योंकि दीपिका अपनी छोटी बहन को बहुत प्यार करती हैं। वैसे रणवीर के होने वाले ससुर तो जाने-मानें स्पोर्ट्सपर्सन हैं। तो वहीं उनकी सासु मां भी ट्रैवल एजेंट हैं। अब तो समझ ही गए होंगे कि रणवीर का ससुराल निराला है। लेकिन शादी में रणवीर को साली के नखरे उठाने पड़ेगे।

दीपिका पादुकोण के परिवार में कुल तीन सदस्य हैं। दीपिका को मिलाकर परिवार में कुल चार लोग हैं। दीपिका के परिवार में उनके पापा, मम्मी और छोटी बहन हैं। इनका ये छोटा परिवार बेहद खुशहाल है। दीपिका और उनकी मम्मी ने बिल्कुल अलग राह पकड़ी जबकि दीपिका की छोटी बहन और उनके पिता ने एक रास्ता चुना है। लेकिन एक बात है कि हर कोई अपने कैरियर में सफल रहा है। वैसे भी दीपिका अपने परिवार की तस्वीरें शेयर करती रहती हैं। जिससे पता चलता है कि सभी लोगों के बीच बेहद गहरा संबंध है।

रणवीर की साली
सबसे पहले हम शुरुआत की इनकी साली अनीशा पादुकोण से करते हैं। अनीशा अपने पिता प्रकाश पादुकोण के नक्शे कदम पर चल रही हैं। अनीशा पादुकोण गोल्फ की खिलाड़ी हैं। अनीशा गोल्फ खेलती हैं। वह इस फिल्ड की बेस्ट खिलाड़ी बनना चाहती हैं। दीपिका अपनी बहन के काफी करीब हैं। वे दोनों अक्सर मस्ती करते दिखती हैं। इसके अलावा थोड़ी बहुत नोकझोक भी देखने को मिलती रहती है।

दीपिका के पापा
दीपिका पादुकोण के पापा प्रकाश पादुकोण एक प्रसिद्ध खिलाड़ी हैं। वह बैडमिंटन के सफल खिलाड़ी रह चुके हैं। 1980 में वह विश्व में नं1 रैंकिंग पर थे। इसके अलाव वह पहले भारतीय हैं जिसने ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप जीती थी। इनके जीवन से प्रभावित होकर उन पर देव सुकुमार ने टाइटल्ड टच नाम की बायोग्राफी भी लिखी है। वे बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह 1993 से 1996 तक इंडियन नेशनल बैडमिंटन टीम के कोच भी रह चुके हैं।

दीपिका की मम्मी
दीपिकी की मम्मी उजाला हाउस वाइफ के साथ-साथ एक ट्रैवल एजेंट हैं। इनको अपनी बेटियों से बहुत प्यार है। वे अक्सर इंटरव्यू में अपनी बेटी के बारे में बात करते देखी जाती हैं। पिंकविाला को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वह अपनी बेटियों के करियर में कभी इंटरफेयर नहीं करती हैं। उनका कहना था कि ‘मैं और मेरे पति हमेशा बच्चों को आसमान छूने का हौसला देते हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि हमारे देश में आज भी महिलाएं असुरक्षित हैं।’

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रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.