B’DAY: सनी देओल के डायलॉग नहीं सुने तो क्या किया? यहां पढ़ें 10 धाँसू डायलॉग्स

Sunny Deol आज अपना 62 वां जन्मदिन मना रहे हैं, आइये जानते हैं बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में से उनके ऐसे दमदार डायलॉग्स जो बहुत ही फेमस हुए थे!

Sunny Deol आज अपना 62 वां जन्मदिन मना रहे हैं, आइये जानते हैं बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में से उनके ऐसे दमदार डायलॉग्स जो बहुत ही फेमस हुए थे!

सनी देओल ने फिल्मों में अपने किरदार से ज्यादा अपने डायलॉग के लिए याद रखे जाते हैं| हर दूसरी फिल्म में उनका गुस्सा और दुश्मनों को ज़मीन पर पटकने के अलावा उनके डायलॉग बोलने के तरीके ऐसे थे कि सिनेमाहाल में देर तक तालियां बजती थी| सनी देओल का अपना ही स्टाइल है जिसे एक ज़माने में खूब कॉपी किया जाता था| आज वो भले ही इक्का दुक्का फिल्में कर रहे हो लेकिन जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी तब उन्हें एक्शन किंग कहकर बुलाया जाता था| सनी देओल की फिल्में परदे पर आती और चली जाती थी लेकिन दर्शकों के ज़हन में उनके बोले गए डायलॉग रह जाते थे| चाहें वो ढाई किलो का हाथ हो या फिर तारीख पर तारीख|

आज सनी देओल अपना जन्मदिन मना रहे हैं| सनी देओल आज 62 साल के हो गए है| उनकी फिल्मों की बात करें तो बेताब, बॉर्डर, घायल, घातक, ज़िद्दी, त्रिदेव, दामिनी जैसी दमदार फिल्में शामिल हैं लेकिन साल 2000 में आयी फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा ने उन्हें और भी ज्यादा शोहरत दिलाई| आज सनी देओल अपने भाई और पिता के साथ ही फिल्म करने को तवज्जो देते है| हाल में ही उन्होंने यमला पगला दीवाना फिर से में एक्टिंग की थी| इस फिल्म में उनके भाई बॉबी और पिता धर्मेंद्र ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी|

सनी देओल की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उनकी पत्नी पूजा देओल हैं और उनके दो बेटे करण देओल और राजवीर देओल हैं| सनी देओल के बेटे करण देओल जल्द ही बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने वाले हैं|

आइये आपको बताते हैं सनी देओल के कुछ दमदार डायलॉग्स-

  • दामिनी: तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख…तारीख पर तारीख…तारीख मिलती रही है, लेकिन इंसाफ नहीं मिला। माई लॉर्ड इंसाफ नहीं मिला…मिली है तो सिर्फ यह तारीख।
  • घातक: मर्द बनने का इतना ही शौक है, तो कुत्तों का सहारा लेना छोड़ दें।
    दामिनी: जब ये ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है, तो आदमी उठता नहीं…उठ जाता है।
  • दामिनी: मैदान में खुले शेर का सामना करोगे, तुम्हारे मर्द होने की गलतफहमी दूर हो जाएगी।

  • जीत: इन हाथों ने हथियार छोड़े हैं, चलाना नहीं भूले।
  • गदर- एक प्रेम कथा: मैं अपने बीबी बच्चों के लिए सर झुका सकता हूं। तो मैं सबके सर काट भी सकता हूं।
  • जिद्दी: पत्थरों की दुनिया में देवता बनना तो बहुत आसान है, इंसान बनना बहुत मुश्किल।

  • त्रिदेव: कुत्ते को इज्जत दी जाए तो उसे पिछली सीट पर बिठाया जाता है। पर कूड़े को बोरी में डालकर डिक्की में पटका जाता है।
  • घायल: जाकर दुम हिलाना उनके सामने…तलवे चाटना..बोटियां फेकेंगे बोटियां…
  • घातक: पिंजरे में आकर शेर भी कुत्ता बन जाता है।

श्रेया दुबे :खबरें तो सब देते हैं, लेकिन तीखे खबरों को मजेदार अंदाज़ में आपतक पहुंचाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। पिछले चार साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में हूं। कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही हूं। फिलहाल इंटरनेट को और एंटरटेनिंग बना रही हूं।