स्वाद-स्वाद में कभी कभार ज्यादा खाने का हर्जाना अक्सर हमें ही भुगतना पड़ता हैं। जी हां, आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी में अक्सर लोग खानपान के मामले में लापरवाही कर जाते हैं। आजकल सुबह का नाश्ता दोपहर को होता है, दोपहर का खान शाम को और रात का अता-पता ही नहीं। कई बार ये आदत बहुत सी बीमारियों को जन्म देती हैं। इनमें पेट की जलन यानि एसिडिटी होना सबसे आम है। एसिडिटी (acidity problems) एक ऐसी समस्या है जिससे हर घर में कोई न कोई इस परेशानी से परेशान हैं। एक वक्त के बाद जब ये परेशानी ज्यादा बढ़ जाती हैं तो आप न तो ठीक से कुछ खा पाते हैं और न ही सो पाते हैं।
एसिडिटी या पेट की जलन (burning sensation) के कई कारण हो सकते हैं। ज्यादा तला-भुना खाना, अधिक मसालेदार भोजन करना, जरूरत ज्यादा मोटापा होना, धूम्रपान करना, इतना ही नहीं गर्भावस्था भी एक कारण है। एसिडिटी की समस्या तब होती है जब पेट में मौजूद एसिड गले की नली यानी फूड पाइप (food pipe) इसोफेगस तक आ जाता है। यही पेट की जलन के साथ-साथ अन्य पेट की परेशानियों को भी जन्म देता है। ऐसे में आज हम आपको बातएंगे कि आप इस परेशानी से कैसे घर बैठ के छुटकारा पा सकती हैं।
पेट की जलन के लक्षण…
पेट-सीने और गले में जलन की शिकायत
जी मिचलाना या उल्टी होना
गैस बनना
बार-बार डकार आना
पेट फूलना
गले में खराश होना
खांसी
घबराहट
हिचकी आना
पेट की जलन के लिए घरेलू उपाय…
नींबू का रस: एक चम्मच नींबू के रस को एक गिलास गर्म या गुनगुना पानी से तुरंत पियें। नींबू के रस को गर्म पानी के साथ मिलाया जाता है, तो एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों से काफी हद तक राहत मिलती है। यह पेट में एसिड के स्तर को संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
एलोवेरा जेल: आधा कप एलोवेरा जूस को खाना खाने से पहले लें। एलोवेरा जेल में एंथ्राक्विनोन (anthraquinones) होते हैं, जिनमें लैक्सटिव असर होता है। यह न केवल आपकी आंत में पानी की मात्रा को बढ़ाता है, बल्कि इस परेशानी को दूर रखने भी मदद करता है।
जीरे का पानी: पेट की समस्याओं में जीरे का पानी वरदान होता है। जीरे को पानी में उबालकर, इसका प्रयोग करने से एसिडिटी में फायदा होता है।
दही: जब भी पेट या सीने में जलन की शिकायत हो, तो ठंडी दही का सेवन करें। दही इसोफेगस और पेट को राहत देता है। इसमें मौजूद लैक्टोबैसिलस समूह (lactobacillus cultures) और विटामिन-बी पेट की जलन में तुरंत आराम देते हैं।
पुदीना: पुदीना हमेशा से ही पेट व पाचन की समस्याओं के लिए फायदेमंद रहा है। मसालेदार भोजन से पेट में होने वाली जलन, पुदीने के पत्तों को चबाने से शांत होगी, या फिर पानी में नींबू और पिसी हुई पुदीना पत्ती को काले नमक के साथ मिलाकर पिएं।
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