बढ़ते पॉल्यूशन की वजह से कई बीमारियां हमारे शरीर (Helath Tips) में अपना घर बना लेती हैं। इन्हीं में से एक है अस्थमा (Asthama Causes)। अगर इसका सही इलाज ना किया जाए, तो ये जानलेवा भी हो सकता है। इसे दमा की बीमारी भी कहते हैं।
सांसों से जुड़ी ये परेशानी पॉल्यूशन के अलावा, कई और कारणों से होती है। इसमें कुछ वजह ऐसी है जो अनजाने में आपको इसका शिकार बनाती हैं। यहां जानिए अस्थमा (Asthama Symptoms And Precautions) के कारण, लक्षण और बचने के उपाय।
अस्थमा के कारण
1. धूम्रपान इसका एक बड़ा कारण है। जो लोग सिगरेट पीते हैं उन्हें ये बीमारी होने के पूरे चांसेस रहते हैं। इसके अलावा, इसके धुंए की वजह से भी आप इसका शिकार हो सकते हैं।
2. धूल-गंदगी, ठंडी हवा, तापमान में बदलाव, खराब मौसम, फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं के लगातार संपर्क में रहना भी इसको बुलावा देती हैं।
3. रिसर्च की मानें, तो जिन घरों में कॉकरोच ज्यादा पाएं जाते हैं वहां रहने वालों में दूसरों की तुलना में इस बीमारी के होने की ज्यादा संभावना होती है।
4. प्रिजर्वेटिव जिसे खाने को लंबे वक्त तक खराब होने से बचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, उसके सेवन से भी ये बीमारी हो सकती है।
5. इसके अलावा, पालतू जानवरों के झड़ते बाल और रुसी, परिवार के किसी सदस्य का इस बीमारी से ग्रसित होना और कठिन एक्सरसाइज भी इसकी वजह हो सकती हैं।
अस्थमा के लक्षण
1. बार-बार खांसी आना और सांस लेते और छोड़ते वक्त पसलियों के बीच त्वचा का ऊपर-नीचे होना।
2. होंठ और चेहरे का रंग नीला पड़ना।
3. सांस लेने में तकलीफ होना, घरघराहट और पसीने आना।
4. छाती में दर्द और सख्तपन महसूस होना।
5. गला खराब होना या इसमें सूजन नजर आना।
अस्थमा से बचाने के उपाय
धूल-गंदगी से खुद को जितना हो दूर रखें। बाहर नाक-मुंह ढककर निकलें या मास्क का इस्तेमाल करें। ये लक्षण नजर आते ही अपने डॉक्टर की सलाह लें। इसके अलावा, घरेलू उपाय में आधा चम्मच अजवाइन में एक तिहाई गुड़, कुछ तुलसी के पत्ते, आधा चम्मच अदरक पाउडर, एक लौंग, पांच काली मिर्च के दाने, आधा चम्मच हल्दी को आधा कप पानी में मिलाकर काढ़ा बनाएं और इसका रोजाना दो बार सेवन करें।
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