Diwali 2022: आखिर क्यों दिवाली पर खेला जाता है जुआ, इसके पीछे की कहानी जानकर होंगे हैरान

Diwali 2022 : दिवाली के दिन क्या जुआ खेलना सही होता है या नहीं? आखिर क्यों खेला जाता है इस दिन जुआ.

Diwali 2022: आज पूरे देश में दीपावली का त्यौहार मनाया जा रहा है. लोगों के घरों में साफ-सफाई के साथ-साथ सजावट का काम भी शुरू हो चुका है. इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, लक्ष्मी माता की अर्चना करते हैं, घरों में माता लक्ष्मी का आने का स्वागत करते हैं और तो और जुआ भी खेलते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं दिवाली के दिन जुआ क्यों खेला जाता है. आखिर क्यों दिवाली के दिन जुआ वर्षों से खेला जा रहा है. यह भी पढ़ें: कार्तिक आर्यन ने ठुकरा दिया था 15 करोड़ का पान मसाला ऐड, अक्षय कुमार ने झट से लपक लिया

क्या है जुआ खेलने की कहानी? 

पौराणिक कथा के अनुसार, दीपावली की रात जुआ खेलना इसलिए शुभ है क्योंकि कार्तिक मास की इस रात को भगवान शिव और माता पार्वती ने चौसर खेला था. जिसमें भगवान शिव हार गए थे. तभी से दिवाली की रात जुआ खेलने की परंपरा जुड़ गई. लेकिन, इसका कहीं वर्णन नहीं है. दिवाली के दिन जुआ खेलना शुभ है, लेकिन जुआ पैसा लगाकर खेला जाए तो उसको अशुभ माना जाता है. जुए की लत के चलते ही महाभारत काल में पांडव अपनी धन दौलत, पत्नी सब कुछ हार गए थे. वहीं दिवाली की रात को शगुन की रात भी मानी जाती है क्योंकि इस दिन लक्ष्मी माता घर में आती हैं. लोगों का ये भी मानना है कि दिवाली की रात जुआ खेलना सालभर हार-जीत का संकेत माना जाता है और इस रात जुए में जो जीतता है, उसका भाग्य सालभर चमकता रहता है.

वैसे देखा जाए तो जुए की लत लगना बहुत गलत होती है. इसकी वजह से इंसान बहुत कुछ खो देता है. ऐसे में अगर आप मस्ती के लिए खेलना चाहे तो आप पत्ते खेल सकते हैं लेकिन पैसे लगाना गलत है.

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Tanvi Sood :मेरा नाम तन्वी सूद है और मैं इस इंडस्ट्री में पिछले 6 साल से काम कर रही हूं. एक एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट होने के नाते मैं खबरों की परख रखती हूं और मुझे अपने काम से प्यार है. मुझे किताबें पढ़ना, कविताएं लिखना काफी पसंद है.