Ganga Dussehra 2022: हिन्दू धर्म में मान्य पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को हिन्दू धर्म में गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व को माँ गंगा के अवतरण दिवस के रूम में मनाते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन ही मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। इस वर्ष गंगा दशहरा के दिन बेहद दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस बार गंगा जी में स्नान करके व्यक्ति 10 तरह के पापों से मुक्ति पा सकता है।
गंगा दशहरा पर गंगा स्नान का शुभ समय
शुभ चौघड़िया- सूर्योदय से लेकर 7 बजकर 7 मिनट तक
शुभ योग- सुबह 8 बजकर 23 मिनट से दोपहर 2 बजकर 5 मिनट तक
सफलता योग- सुबह 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक
गंगा दशहरा पूजा विधि
गंगा दशहरा के दिन शुभ मुहूर्त में गंगा में स्नान करके सूर्य भगवान को अर्घ्य करें। तत्पश्चात एक पान के पत्ते पर फूल और अक्षत लेकर के जल में प्रवाहित करें। इसके अलावा दीपक भी प्रवाहित कर सकते हैं। अंत में गंगा आरती करना शुभ होता है।
गंगा दशहरा के दिन बन रहे शुभ योग
इस वर्ष गंगा दशहरा कई मायनों में काफी खास है। इस बार गजकेसरी के साथ महालक्ष्मी योग भी बन रहा है। इसलिए गंगा स्नान करने और दान करने से दो गुना लाभ प्राप्त होगा। सूर्य व चंद्रमा के नक्षत्रों से पूरे दिन रवि योग रहेगा।
गंगा दशहरा के 10 शुभ दान
गंगा दशहरा के पावन पर्व पर माँ गंगा के भक्त जिस भी वस्तु का दान करें, उसकी संख्या 10 होनी चाहिए। जिस वस्तु से पूजन करें उनकी संख्या भी दस ही होनी चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इस विधि पूजा से शुभ फल की प्राप्ति होती है। गंगा दशहरा के दिन जल, अन्न, फल, वस्त्र, पूजन, श्रृंगार सामग्री, घी, नमक, शक्कर व सवर्ण का दान करना शुभ माना गया है।
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