International Peace Day: जानें क्यों मनाया जाता हैं अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस, इस दिन की क्या हैं खासियत ?

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (International Peace Day) का उद्देश्य हिंसा से संबंधित मुद्दों पर शिक्षा के माध्यम से जन जागरूकता बढ़ाना और लोगों से एकजुट और शांतिपूर्ण तरीके से एक साथ रहने का आग्रह करना है. आज अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (International Peace Day) के मौके पर हम आपको बताएंगे कि ये दिन क्यों मनाया जाता है? साथ ही आज की थीम क्या है?

International Peace Day 2022: हर साल 21 सितंबर का दिन दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस (International Peace Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 1981 से दुनिया के सभी देशों और लोगों के बीच शांति के आदर्शों को बढ़ावा देने के लिए की गई थी. इसके बाद साल 1982 के सितंबर के तीसरे मंगलवार को इस दिन को मनाया गया था. वहीं दो दशक बाद साल 2001 में सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन अहिंसा और युद्धविराम का दिन घोषित किया. तभी से अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस (International Peace Day) हर साल 21 सितंबर की दिन मनाया जाता है.

इस दिन का उद्देश्य हिंसा से संबंधित मुद्दों पर शिक्षा के माध्यम से जन जागरूकता बढ़ाना और लोगों से एकजुट और शांतिपूर्ण तरीके से एक साथ रहने का आग्रह करना है. आज अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (International Peace Day) के मौके पर हम आपको बताएंगे कि ये दिन क्यों मनाया जाता है? साथ ही आज की थीम क्या है? यह भी पढ़े: Urfi Javed: क्या पैपराजी ने उर्फी जावेद को किया फेमस? एक्ट्रेस ने तोड़ी चुप्पी !

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की थीम :

इस साल के अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस (International Peace Day) की थीम की बात करें तो इस बार ‘End racism, Build peace’ यानी ‘आतंकवाद को खत्म करें’ की थीम रखी गई है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार वास्तव में शांति का अर्थ केवल हिंसा का अभाव नहीं है, बल्कि एक ऐसे समाज का निर्माण भी है जहां सभी लोगों को लगता है कि वे फल-फूल सकते हैं, और आगे बढ़ सकते हैं.

 

इसलिए मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस :

अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (International Peace Day) को मनाने का मुख्य उद्देश्य अहिंसा और संघर्ष को रोकने के माध्यम से दुनिया में शांति व्यवस्था को बनाये रखना है. साथ ही मानवता को बनाए रखने के लिए सभी आपसी मतभेदों से ऊपर उठकर शांति व्यवस्था के निर्माण में योगदान करना भी इस दिन का उद्देश्य है. अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस (International Peace Day) के मौके पर हर देश में सफेद रंग के कबूतर को उड़ाया जाता है. बता दें, ये पंडित नेहरू के ‘पंचशील’ सिद्धांतों को कहीं न कहीं दुनिया में फैलते हैं. ‘विश्व शांति दिवस’ (International Peace Day) के अवसर सफ़ेद कबूतर उड़ाने की परंपरा बहुत पुरानी है.

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Shikha Trivedi :हम उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले से हैं. मौजूदा समय में करीब पांच साल से पत्रकारिता जगत में खुद के काम को बेहतर बनाने की कोशिश जारी है. वर्तमान में मनोरंजन जगत से नवीनतम समाचारों और रुझानों को कवर करने के लिए काम कर रहे हैं, साथ ही खुद के काम और बॉलीवुड की दुनिया से काफी लगाव सा है. हमारी संस्था हिंदीरश ने हमारे काम की सराहना की है, इसलिए हम और बेहतर करने की लगन में हैं. फिलहाल उत्तर प्रदेश के होने के कारण थोड़ा बहुत राजनितिक जगत से भी लगाव है.