International Women’s Day: भारत की ऐसी दबंग महिलाएं जिसका कर्ज़ देश कभी नहीं भूल सकता, जिसने दिए मैडल और बलिदान

Womens day Special: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, यानी महिलाओं की आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों का उत्सव मनाने का दिन। इस साल यह 8 मार्च यानी रविवार को मनाया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हम आपको रूबरू करा रहे हैं कुछ ऐसी महिलाओं से जिनकी कमायाबी और शोहरत ने ना सिर्फ देश में बल्कि विदेश में भी अपने नाम का झंडा गाड़ा।

भारत की महान महिलाएं

Womens day Special: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, यानी महिलाओं की आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों का उत्सव मनाने का दिन। इस साल यह 8 मार्च यानी रविवार को मनाया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हम आपको रूबरू करा रहे हैं कुछ ऐसी महिलाओं से जिनकी कमायाबी और शोहरत ने ना सिर्फ देश में बल्कि विदेश में भी अपने नाम का झंडा गाड़ा। वो महिलाएं जिन्होंने अपने क्षेत्र में कुछ ऐसा कर के दिखाया जो उससे पहले किसी भारतीय महिला ने नहीं किया था। भारत एक ऐसा देश है जहा की महिलाएं किसी मर्द से कम नहीं है। भारत की महिलाएं परिवार की जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ समाज का नाम भी रोशन करती हैं।

रानी लक्ष्मीबाई – Rani Lakshmibai

“खूब मादी मर्दानी वो तो झाँसी वाली रानी थी”

ये कविता शायद ही किसी ने ना पढ़ी हो और ऐसा था भी। अंग्रेजो के नाक में दम कर देने वाली रानी लक्ष्मीबाई को उनके साहस, युद्ध कौशल और जोशीले अंदाज के लिए जाना जाता है।

पद्मावती – Padmavati

चित्तौड़ की महारानी पद्मावती के जीवन में एक फिल्म भी बन चुकी है। साहस, शौर्य और त्याग का सबसे बड़ा उदाहरण थी रानी पद्मिनी जिनके नाम को आज भी राजस्थान के इतिहास में याद किया जाता है।

बेगम हजरत महल – Begum Hazrat Mahal

आजादी के लिए लड़ी जानी वाली लड़ाइयों में एक ऐसी महिला जिसने अंग्रेजो को नाको चने चबा दिए। बेगम हजरत महल लखनऊ में नए सिरे से शासन सँभालने वाले महिला भी थी।

 

सरोजिनी नायडू – Sarojini Naidu

अपने लेखन शैली से लोगो के दिलो में अलख जगाने वाली इस महिला को शायद ही इतिहास भूल पाए। सरोजिनी नायडू को भारत कोकिला भी कहा जाता था और आजादी की लड़ाई में इनका अहम् योगदान रहा।

रानी हाडा – Hadi Rani

अपने पति को मोह से मुक्त करने के लिए युद्ध में भेजते वक्त अपना सर काटकर देने वाली रानी हाड़ा इतिहास में हमेशा हमेशा के लिए अपने त्याग के जानी जाएगी।

 

चंद्रमुखी बसु – Chandramukhi Basu

भारत के इतिहास में पहली ऐसी महिला जो ग्रेजुएट हुई और अपना एक अलग मुकाम बनाया। इनके साथ कादम्बिनी गांगुली भी थी।

अन्ना राजम मल्होत्रा – Anna Rajam Malhotra

भारत की पहली महिला आईएस अधिकारी जो अपने कठोर फैसलों के लिए जानी जाती थी। इंदिरा गाँधी की सबसे ख़ास रही और पहली महिला जो सचिवालय में पहुची। ये भुत जिद्दी स्वाभाव की थी और अपने फैसलों में अडिग रहती थी।

मदर टेरेसा – Mother Teresa

सबको शांति प्यार और सद्भावना का पाठ पढाने वाली टेरेसा का जीवन अपने आप में अद्भुत है। इन्हें शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरुस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

 

सुभद्रा कुमार चौहान – Subhadra Kumari Chauhan

रानी लक्ष्मीबाई के जीवन को एक कविता का रूप देने वाली सुभद्रा लोगो के जेहन में आज भी जिन्दा है और भारतीय इतिहास की महान महिलाओ में से एक गिनी जाती है।

रजिया सुल्तान – Razia Sultana

भारत की ऐसी महिला जिसने शासन करने के तरीके बदल दिए और अपने शौर्य से हर किसी को हैरान कर दिया। रजिया सुल्तान को भारत की पहिला महिला शासक भी कहा जाता है।

कल्पना चावला – Kalpana Chawla

भारत की पहली महिला जो अन्तरिक्ष में गई। आज वो हमारे बीच नहीं है लेकिन कल्पना चावला का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। विज्ञान के क्षेत्र में एक अप्रतिम उदाहरण वाली महिला।

नीरजा भनोट – Neerja Bhanot

भारतीय इतिहास की बहादुर महिला जिसे भारत ने अशोक चक्र, पाकिस्तान ने तमगा-ए-इंसानियत और अमेरिका ने जस्टिस फॉर क्राइम का सम्मान दिया। प्लेन हाइजैक हो जाने पर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला और खुद शहीद हो गई। नीरजा भनोट के ऊपर एक फिल्म भी बनी थी जिसमे सोनम कपूर ने किरदार निभाया था फिल्म का नाम था नीरजा।

विजय लक्ष्मी पंडित – Vijaya Lakshmi Pandit

दुनिया की पहली महिला जो संयुक्त राष्ट्र महासभा की अध्यक्ष बनी। भारत की पहली महिला जो केन्द्रीय मंत्री बनी। विजय लक्ष्मी पंडित का नाम आज भी यादगार है।

मीराबाई – Mirabai

अपनी भक्ति के दम पर भगवान् का आस्तित्व बता पाना वो भी कलियुग में ऐसा शायद ही किसी के साथ हुआ हूँ लेकिन मीराबाई उन्ही में से एक थी। भगवान् श्री कृष्ण की अनन्य भक्त मीराबाई की हमेशा के लिए याद किया जाएगा।

इंदिरा गाँधी – Indira Gandhi

एक राजनीतिक पुरोधा जिसे आयरन लेडी कहा जाता था और अटल बिहारी ने इन्हें दुर्गा का नाम दिया था। भारत की पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित इंदिरा गाँधी ने ये साबित कर दिया की अगर एक महिला राजनीति में आ जाए तो उसकी कला के आगे बड़े बड़े लोग धूल चाटते नजर आते है।

रानी दुर्गावती – Rani Durgavati

गोंड की महारानी दुर्गावती ने अकबर के खिलाफ मोर्चा खोला था। सबसे बहादुर और युद्ध कौशल में निपुण महिलाओ की श्रेणी में इनका नाम लिया जाता है।

आनंदी गोपाल जोशी – Anandi Gopal Joshi

भारत की पहली महिला डॉक्टर जिन्होंने एलोपैथी की डिग्री अपने नाम की थी। इसके अलावा कहा जाता है की अमेरिका जाने वाली भी वो पहली हिन्दू महिला थी।