Navratri 2020 Maa Kalaratri Puja: नवरात्रि के सातवें दिन मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है। मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा करने से व्यक्ति पर आने वाले आकस्मिक कष्टों और संकटों से मुक्ति मिलती है। मां का यह स्वरूप शत्रु और दुष्टों का संहार करने वाला है। नवरात्री के सातवें दिन जो मां कालरात्रि की आराधना करते हैं उन्हें भूत, प्रेत या बुरी शक्ति का भय नहीं सताता है। मां कालरात्रि का रंग कृष्ण वर्ण का है। रंग के कारण ही इन्हें कालरात्रि कहा जाता है।
मां कालरात्रि की पूजा विधि
मां कालरात्रि के समक्ष सबसे पहले भक्त घी का दीपक जलाएं। इसके बाद मां को लाल फूल अर्पित करें, फिर गुड़ का भोग लगाएं। मां के मन्त्रों का जाप करें, या सप्तशती का पाठ भी कर सकते हैं। मां का स्मरण करें और मां कालरात्रि को अक्षत्, धूप, गंध, पुष्प और गुड़ का नैवेद्य श्रद्धापूर्वक अर्पित करें। लगाए गए गुड़ का आधा भाग परिवार के सदस्यों में वितरित करें। बाकी आधा गुड़ किसी ब्राह्मण को दान कर दें। पूजा के दौरान काले रंग के वस्त्र गलती से भी धारण न करें। मां का प्रिय रंग लाल है।
मां कालरात्रि के मंत्र:
1. ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै ऊं कालरात्रि दैव्ये नम: .
2. ॐ कालरात्र्यै नम:
3. ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ
4. ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा।
5. ॐ ऐं सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या अखिलेश्वरी।
एवमेव त्वथा कार्यस्मद् वैरिविनाशनम् नमो सें ऐं ॐ।।
6. ॐ यदि चापि वरो देयस्त्वयास्माकं महेश्वरि।।
संस्मृता संस्मृता त्वं नो हिंसेथाः परमाऽऽपदः ॐ।
7. ॐ ऐं यश्चमर्त्य: स्तवैरेभि: त्वां स्तोष्यत्यमलानने
तस्य वित्तीर्द्धविभवै: धनदारादि समप्दाम् ऐं ॐ।