शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) आज से यानि 29 सितंबर से लेकर 07 अक्टूबर तक चलेंगे। आदिशक्ति की उपासना और साधना के पूरे नौ दिनों में मां दुर्गा (Maa Durga) के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती हैं। इसे हिन्दुओं और बंगालियों के सबसे बड़े त्योहार के रूप में देखा जाता हैं। नवरात्रि (Navratri) के पहले दिन मां शैलपुत्री (Shailputri) की पूजा की जाती है। वहीं दूसरे दिन की बात करें तो मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन मां चंद्रघंटा, चौथे दिन मां कूष्माण्डा, पांचवे दिन मां स्कंदमाता, छठवें दिन मां कात्यायनी, सातवें दिन मां कालरात्रि, आठवें दिन मां महागौरी और नौवें दिन मां सिद्धिदात्री को पूजा जाता है।
नवरात्री में जितना तप का महत्त्व हैं उतना ही उपवास का। मां दुर्गा के भक्ति में डूबे श्रद्धालुओं को इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि नवरात्र के पावन पर्व पर हमें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं और व्रत रखने के दौरान हमें क्या करना हैं और क्या नहीं। यदि आप भी मां दुर्गा के पूरे नौ दिनों तक व्रत रखने का मन बना रहे हैं तो हम आपको बताते हैं आपको कैसी उपवास आदतों को अपनाना चाहिए।
व्रत में क्या खाएं
नवरात्रि के दौरान आप कुट्टू, सिंघाड़े, सामग, राजगिरा, साबुदाना इत्यादि खा हैं। वहीं साबुदाना का पापड़, खीर, खिचड़ी और वडा भी बनाकर खाया जा सकता है।
खाने में मसाले के तौर पर जीरा और जीरे का पाउडर, काली मिर्च और उसका पाउडर, हरी इलायची, लौंग, दालचीनी, अजवायन, सूखे अनार के बीज, इमली और जायफल का इस्तेमाल करना चाहिए।
व्रत में प्रयोग हो रही सब्जियों में आप शकरकंदी, आलू, अरबी, कचालू, पालक, तोरी, घिया, खीरा, गाजर की सब्जी खा सकते हैं। वहीं फलों में आप पपीता, सेब, नाशपाती और अनार जैसे फलों का सेवन जरूर करना चाहिए।
व्रत में क्या न खाएं
मांसाहारी खाने से बचें हो सके तो प्याज और लहसुन का प्रयोग भी न करें।
नवरात्रि व्रत में हल्दी, हींग, सरसो का तेल, मेथी दाना, गर्म मसाला और धनिया पाउडर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। नमक में केवल सेंधा नमक ही खाएं। रिफाइंड तेल या सोयाबीन ऑयल में खाना न पकाएं।
फली, दाल, चावल, आटा, कॉर्नफ्लोर, होल व्हीट, रवा और मैदे का इस्तेमाल करने से बचें।
नौ दिन व्रत कैसे रखें
* व्रत के दौरान खूब पानी पीने। आप नारियल के पानी, दूध और ताजे फलों के रस जैसे तरल पदार्थों को शामिल करने के बारे में भी सोच सकते हैं जो न केवल तेजी से अनुकूल हैं, बल्कि आपको रिचार्ज भी करते हैं।
* उपवास के दौरान खाने की चींजे अधिक स्वादिष्ट लगती है लेकिन ओवरबोर्ड हो जाने से पहले दो बार सोचें। यदि आप अपने खाने की आदतों को संयमित नहीं करते हैं, तो यह न केवल उपवास के उद्देश्य से दूर होगा बल्कि आपके पाचन तंत्र पर भी इसका असर पड़ेगा।
* कुछ चीज़ों से आपको बचना चाहिए उनमें से के हैं मिठाई। व्रत के दौरान बाहरी मीठे से अच्छे आप घर पर मिठाइयां बनाएं और खाएं।
* बाजार में व्रत के अनुकूल नमकीन, चिप्स और भोजन मिल जाते हैं। लेकिन ये पैकेट नौ पवित्र दिनों में उपवास के उद्देश्य को खत्म कर देते हैं बल्कि इसका सीधा असर आपके स्वास्थ्य पर भी पड़ता हैं।
* उपवास के दौरान आप हर दिन 7-8 घंटे सोएं। आराम करने की कोशिश करें और अपने शरीर को पूरी तरह से डिटॉक्सीफाई करने के लिए कुछ ध्यानपूर्ण ध्यान या अभ्यास करें।
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