PCOS EXERCISE: भारत के साथ-साथ पूरे देश में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम तेजी से बढ़ रहा है। बता दे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जिसे पीसीओएस और पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज और पीसीओडी के नाम से इसको जानी जाती है। यह बहुत ही आम समस्या है जिससे आजकल बहुत सारी लड़कियां और महिलाएं परेशान रहती है। ऐसा उन महिलाओं में होता है जिनके हार्मोन बैलेंस से बिगड़ जाते है। जिसमें शरीर में ‘एस्ट्रोजेन’ (फीमेल हार्मोन) से ज्यादा ‘एंड्रोजन’ (मेल हार्मोन) बनने लगते हैं। इसके कारण लड़कियों को अनचाहे बाल, अनियमित पीरियड्स या ज्यादा ब्लीडिंग, पीरियड्स के दौरान दर्द, गालों या ठोड़ी के आस-पास पिंपल्स और लोअर बैली पर ज्यादा फैट जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं इसके कारण महिलाओं को गर्भधारण करने में भी काफी मुश्किल आती है। आज हम आपको बताएंगे ऐसी एक्सरसाइज जिसकी वजह से आपको PCOS जैसी बीमारी से बहुत राहत मिलेगा।
बता दे, ‘एशियन जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने खुलासा किया कि पीसीओडी या पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में बांझपन का मुख्य कारण एनोव्यूलेशन है, एक ऐसी स्थिति जहां आपके अंडाशय एक मासिक धर्म के दौरान अंडे जारी करने में विफल रहते हैं।’ पीसीओडी या पीसीओएस महिलाओं के गर्भधारण को मुश्किल बन सकता है। कई अध्ययनों ने कहा है कि नियमित व्यायाम और कुछ एक्सरसाइज से इस हार्मोनल विकार के साथ रहने वाली महिलाओं में प्रजनन क्षमता को बढ़ावा दिया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वर्कआउट आपको मोटापे से निपटने में मदद करता है, कि जो पीसीओडी के साथ काफी नजदीकी से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, मोटापा हार्मोन में असंतुलन पैदा कर सकता है। तो, आइए जानते हैं कि किन वर्कआउट करने से आप अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।
Strength Training:
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग न केवल आपी मांसपेशियों को मजबूत बनाने, बल्कि तनाव को दूर करने में मदद करती है। तनाव को बांझपन के पीछे प्रमुख कारकों में से एक है। कई अध्ययनों में कहा गया है कि जब आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और वजन उठाते हैं, तो यह आपके मांसपेशियों की मजबूती और तनाव के लिए अच्छा है। इसलिए नियमित रूप से स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से महिलाओं को प्रजनन संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में मदद कर सकता है। लेकिन हमेशा ध्यान रखें, कि वर्कआउट को यदि गलत तरीके से किया जाए, तो वह टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर को जन्म दे सकता है।
Zumba Dance:
जैसा कि आप जानते हैं कि आपका मोटापा काफी हद तक आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने वजन को कम करने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। इसके लिए आप कुछ अच्छे विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, उनमें से ही एक है जुम्बा एक्सरसाइज। यह एक ऐसी गतिविधि जिसके लिए आपको जिम जाने की भी जरूरत नहीं है। यदि आपको डांस करना पसंद है, तो ज़ुम्बा आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। यह आपको अपना वजन कम करने में मदद करेगा और गर्भवती होने के अवसरों को बढ़ाएगा जबकि आप इस एक्सरसाइज को मजे के साथ कर सकते हैं।
Yoga Exercise:
स्वस्थ और खुश रहने के लिए योग को बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह पीसीओडी से होने वाले हार्मोनल संतुलन को संतुलन में करने में मदद करेंगे। इससे आपके पेल्विक क्षेत्र में रक्त के प्रवाह में सुधार करेंगे। इसके अलावा, यह तनाव को दूर करने के साथ आपके संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार करता है और आपके गर्भवती होने की संभावना को बढ़ाता है। आप प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए भ्रामरी प्राणायाम, विपरीताकर्णी, पस्चीमोत्तानासन और भुजंगासन जैसे आसनों को करने की कोशिश कर सकते हैं। इसके अलावा आप चाहें, तो ताई ची एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
Morning Walk:
यदि आप अपनी दिन की शुरूआत कुछ समय पैदल चलने या हल्की सुबह की सैर करना से शुरू करें। इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन में सुधार हेाता है और यह आपकी प्रजनन क्षमता को सुनिश्चित करेगा। एक अध्ययन के अनुसार, पता चला कि पीसीओएस या पीसीओडी के साथ महिलाएं चलने और जॉगिंग से अपनी प्रजनन क्षमता में काफी सुधार कर सकती हैं।
Swimming:
स्वीमिंग प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए एक प्रभावी एक्सरसाइज है। हालांकि इन दोनों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन यह एक्सरसाइज आपके ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में आपकी मदद करती है। यह अप्रत्यक्ष रूप से गर्भ बनाने की आपकी क्षमता में सुधार करता है। इसके अलावा, यह आपके को वजन कम करने के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइजों में से एक माना जाता है। फर्टिलिटी सोसाइटी ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया के अनुमान के अनुसार, सप्ताह के हर दिन 30 मिनट का स्विमिंग करने से आपको अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।