मां बनने का एहसास यकीनन बेहद सुखद होता है, लेकिन इस दौरान नौ महीने तक आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन इन नौ महीनों के शुरुआती तीन महीने (Pregnancy Precautions In Three Months) आपको काफी सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। इन महीनों में भ्रूण का विकास होता है। साथ ही, कई बार इस दौरान आपकी एक छोटी सी भूल गर्भपात यानि अबॉर्शन का कारण बन जाती है।
वैसे तो अबॉर्शन (Reason Of Abortion) के कई कारण जैसे जेनेटिक प्रॉब्लम, हार्मोनल असंतुलन, बीमारी और यूटरस की खराब बनावट होती हैं। लेकिन प्रेग्नेंसी के शुरुआती तीन महीनों में कुछ गलतियां भी इसकी वजह बन जाती हैं। इस दौरान ना सिर्फ आपको अपनी लाइफस्टाइल और खान-पान सभी का खास ख्याल रखना पड़ता है। यहां जानिए प्रेग्नेंसी (Pregnancy Tips) के शुरुआती तीन महीनों में क्या सावधानियां बरतें।
1. इस दौरान अपने खान-पान का पूरा ध्यान रखें। सिगरेट, शराब, जंक फूड, कच्चे मांस, कच्चे अंडे, पनीर और बाहर की चीजें खाने से बचें। हमेशा फ्रेश चीजें खाएं।आप डाइट में आयरन, कैल्शियम, प्रोटिन और हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा से ज्यादा खाएं। खाली पेट ना रहें और हर 2 घंटे पर कुछ पौष्टिक चीजें खाते रहें। खाने के अलावा, आप पानी भी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पिएं। शरीर में पानी की कमी बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।
2. कमर झुकाकर बैठने के बजाए आप हमेशा घुटने मोड़ कर बैठें। रस्सी कूदने, लंबी दूरी का सफर और ड्राइविंग से बचें। हील्स ना पहनें और भारी वजन उठाने से बचें। इस दौरान कभी भी डाइटिंग ना करें। तनाव लेने से बचें और खुशनुमा माहौल रखें। ज्यादा से ज्यादा आराम करें। तकरीबन हर रोज 20 मिनट की सैर करें। कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
3. कई बार शुरुआती दिनों में योनि से हल्का ब्लड आना या खुजली जैसी समस्या के साथ ही पेट में गैस या जलन और बार-बार पेशाब आने की परेशानी होती है। अगर ये समस्या ज्यादा हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें। बिना डॉक्टर की सलाह के चाहे बुखार ही क्यों ना हो, आप कोई भी दवा खाने से बचें।
4. भीड़भाड़, प्रदूषण और रेडिएशन वाली जगह पर जाने से बचें। सिटी स्कैन और एक्स रे जैसी चीजों से बचें। पेशाब के वक्त अगर पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस हो या गुलाबी और सफेद रंग का डिस्चार्ज हो या खून के थक्के निकले, तो ये खतरे की घंटी है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
5. हिमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, मिर्गी, थैलसीमिया, थायरायड और ब्लड प्रेशर ऐसे टेस्ट नियमित रूप से कराएं। एक बार एचआईवी का भी टेस्ट जरूर कराएं। कोई भी परेशानी से बचने के लिए हर 15 दिन पर एक बार चेकअप जरूर कराएं। इसके अलावा, नियमित रूप से अल्ट्रासाउंड कराना ना भूलें।
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