Pregnancy Tips: प्रेग्नेंसी में हाइपरटेंशन को हल्के में न लें महिलाएं, वरना बेबी को हो सकती है बड़ी परेशानी

गर्भावस्‍था के दौरान हाइपरटेंशन (Hypertension) यानी उच्‍च रक्‍तचाप (high blood pressure) का सीधा असर होने वाले बच्चे पर पड़ता है। महिलाओं को अगर पहले से ही हाइपरटेंशन की बीमारी होती है तो यह गर्भावस्था के दौरान भी बनी रहती है। इसे क्रोनिक हाइपरटेंशन कहते हैं।

प्रेग्नेंसी में हाइपरटेंशन की बीमारी ठीक नहीं (फोटो-पिक्साबे)

मां बनना हर महिला के लिए उस खूबसूरत अहसास की तरह होता है जिसे वो शब्दों में बयां नहीं कर सकती। यूं तो गर्भावस्था के शुरूआती कुछ महीनों में हमें कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं लेकिन उनमें से कुछ बदलाव ऐसे भी होते हैं जिनका महिलाओं को कई कठिनाइयों में सामना करना पड़ता है जिनके बारे में कभी बात नहीं की जाती है। गर्भावस्था के दौरान यूं तो मां बनने वाली महिला को बहुत सारी शारीरिक और मानसिक परेशानियां होती है लेकिन इनमें सबसे ज्यादा खतरा हाइरपटेंशन (Hypertension) यानि ब्लड प्रेशर (high blood pressure) का है। ये बीमारी मां के साथ ही गर्भस्थ में पल रहे शिशु के लिए भी खतरनाक हो सकती है।

हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी स्थिति है, जिसमें धमनियों में रक्त का दबाव सामान्य से थोड़ा तेज हो जाता है। सामान्य स्थित में रक्त प्रवाह 120/80 से 140/90 के बीच रहता है, लेकिन जैसे ही ब्लड प्रेशर इससे अधिक होने लगता है तो ब्लड प्रेशर की समस्या सामने आती है। इस दौरान महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का अधिक ख्याल रखना जरूरी होता है।

हाइरपटेंशन के कारण

धूम्रपान
मोटापा
शारीरिक गतिविधियों में कमी
भोजन में अत्यधिक नमक
बढ़ती उम्र
अनुवांशिकता
शराब
तनाव और थायराइड

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण

लगातार सिरदर्द
छाती में दर्द
नजर कमजोर होना
सांस लेने में दिक्कत
नाक से खून निकलना

हाइरपटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर दूर करने के घरेलू उपाय…

लहसुन: लहसुन की 1 कली लें। इसमें एक चम्मच शहद के साथ इसको खाएं। गर्भवती महिला के भोजन बनाने में भी लहसुन का इस्तेमाल करें। लहसुन का इस्तेमाल कर आप अनियंत्रित रक्तचाप का इलाज कर सकते हैं। यह 10 mmHg सिस्टोलिक और 8 mmHg डायस्टोलिक रक्चचाप को कम करता है।

आंवला: एक गिलास साफ पानी में दो चम्मच आंवले का रस मिलाएं। ऐसा हर रोज सुबह खाली पेट करें। आंवला का स्वाद खट्टा या कड़वा होता है। इसमें, उच्च विटामिन-सी पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल कर आप इस बीमारी को दूर कर सकती हैं।

मेथी: एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच मेथी के बीज डाल लें। फिर इसे रातभर भिगो कर छोड़ दें। सुबह उठते ही खाली पेट इस पानी का पियें। मेथी विटामिन, खनिज, लौह, कैल्शियम और प्रोटीन से समृद्ध एक गुणकारी घरेलू औषधी है, जिसका सेवन आप हाइपरटेंशन पर नियंत्रण पाने के लिए कर सकते हैं।

प्याज का रस: प्याज के रस को शहद के साथ अच्छी तरह मिला लें। दिन में दो वक्त (सुबह और शाम) बराबर मात्रा में लें। हाई ब्लड प्रेशर का उपचार करने लिए प्याज के रस को डेली पिएं।

नारियल पानी: रोज सुबह नारियल पानी का सेवन करें। नारियल पानी में खनिज और लवण पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं, जो धमनियों में रक्त प्रवाह के असंतुलन को शांत करने में मदद करते हैं। हाई ब्लड प्रेशर की दवा के रूप में आप कच्चा नारियल भी खा सकते हैं।

तरबूज: ताजे तरबूज को साफ चाकू की मदद से छोटा-छोटा काट लें फिर इसे खाएं। तरबूज में मौजूद एमिनो एसिड एल-साइट्रूलाइन और एल-आर्जिनिन तत्व हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं।

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तृप्ति शर्मा :दो साल से मीडिया जगत में काम कर रही हूं। हर दिन कुछ नया करने की जिद है। वीडियो एडिटिंग के साथ ही फिल्मी खबरें लिखना मुझे बहुत अच्छा लगता है। कुछ और बेहतर होगा इसी उम्मीद के साथ मैं हिन्दी रश डॉट कॉम के साथ जुड़ी हूं।