डायबिटीज (Diabetes) बेहद ही खतनाक और दर्दनाक बीमारी है। आजकल की हर तीसरे व्यक्ति को सुगर जैसी खतनाक बीमारी होना आम बात हो गई है। इसकी मुख्य वजह है अपने खान पान का बराबर से ख्याल नहीं रखना और आजकल का प्रदूषण और केमिकल वाले खाने पसंद करना। डायबिटीज की बीमारी किसी को भी हो सकती है। यह बीमारी तब होती है जब ब्लड में सुगर की मात्रा ज्यादा हो जाए और शरीर इन्सुलिन सही मात्रा में नहीं बन पाए।
कई डायबिटीज के मरीज अलग अलग प्रकार की दवाइयां लेते हैं। ख़ास बात अपने मन का भी खा नहीं पाते। डायबिटीज की बीमारी से जो लोग गुजर रहे हैं उन्हें अपने डाइट का अच्छे से ख्याल रखना चाहिए। आज हम आपको कुछ ऐसे देसी नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको अपने डाइट में अपनाने से आप भी अपनी इस तकलीफ से बच सकते हैं। इसके लिए आपको केवल अपने किचन तक जाना होगा।
रागी /नाचनी (Ragi)
डाईबेटिस की बिमारी से लड़ने के लिए रागी या नाचनी का इस्तेमाल अपने डाइट में जरूर करे। क्यूंकि रागी और नाचनी के आटे में फाइबर और नुट्रिशन अच्छी मात्रा में पाई जाती हैं। खासकर इसमें कैल्शियम,एमिनो एसिड पाया जाता है जो सुगर लेवल को ब्लड में मेन्टेन करने में मदत करता हैं। ध्यान रखें रागी और नाचनी बिलकुल किसी भी प्रोसेस से नहीं बना होना चाहिए।
कच्चा मूली (Radish)
मूली के बारे में बता दे की ये सब्जी बहुत अच्छा सोर्स है फाइबर का। मूली को आप सलाद के रूप में या मूली के पराठो के तरीके से भी अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। इसका टेस्ट और भी बढ़ जाता है जब इसे और भी सब्जिओ के साथ मिलकर खाया जाए। अगर आप अपनी इस सगर की बीमारी से बचने के लिए मूली एक बहुत ही अच्छा सोर्स है।
भिंडी (Okra)
भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसे बहुत लोग खाना पसंद करते हैं। भिंडी में सबसे ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स पाए जाते हैं। भिंडी डाइट में शामिल करने से ये सुगर को अच्छी तरह से मैनेज करने में मदतकारी होता हैं। क्यूंकि भिंडी में फाइबर,विटामिन बी पाया जाता है जो ब्लड सुगर को स्टेबल करने में हेल्प करता है।
करेला (Bitter Gourd)
हाँ ये बात सच है बहुत सारे लोगो को करेला की सब्जी नहीं पसंद। लेकिन हम आपको बता दे करेला में कई प्रकार की बिमारिओ से लड़ने की शक्ति होती हैं। इसमे इन्सुलिन जैसे तत्त्व पाए जाते हैं। जैसे पॉलीपेप्टिएड पी और पी इन्सुलिन जो आपके सुगर लेवल को नैचुरली कंट्रोल करने में बहुत ही अच्छे से मदत करता हैं।
कुट्टू/सिंघाड़े का आटा (Kuttu)
जैसे की आप सभी जानते हैं सिंघाड़े का आटा खासकर भारत में व्रत के समय खाया जाता है। इसकी खासियत बता दे की इसमें बहुत ही कम कार्बोहायड्रेट की मात्रा होती है जोकि ब्लड लेवल को कंट्रोल करने में बहुत अच्छे से हेल्प करता हैं। ये सारी चीज़े आपको अपने रसोई घर में बड़े ही आसानी से मिल जाएंगी। यकीन माने अपने डाइट में इन हैल्थी घरेलु नुख्सो को जरूर शामिल करे जिसके फायदे आप खुद ही देख पाएंगे।