2.0 फिल्म के बजट का रजनीकांत ने खोला राज, बताई इतने करोड़ की बनी फिल्म

2010 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'एंथिरन' की सीक्वल का निर्माण 'लाइका प्रोडक्शंस' ने किया है। यह फिल्म 29 नवंबर को रिलीज हो रही है...

सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth)की अपकमिंग साइंस फिक्शन आधारित फिल्म ‘2.0’ का ट्रेलर शनिवार को एक शानदार समारोह में लांच किया गया। इस फिल्म को कई भाषाओं में लांच किया जा रहा है। शंकर की 2010 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘एंथिरन’ की सीक्वल का निर्माण ‘लाइका प्रोडक्शंस’ ने किया है। यह फिल्म 29 नवंबर को रिलीज हो रही है। ‘2.0’ में रजनीकांत के अलावा अक्षय कुमार(Akshay kumar) , एमी जैक्सन, आदिल हुसैन और सुधांशु पांडे भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

ट्रेलर लांच करने के मौके पर रजनीकांत ने कहा कि यह फिल्म लगभग 600 करोड़ रुपये के भारी-भरकम खर्च पर बनी है। यह फिल्म लाइका के सहयोग के बिना नहीं बन सकती थी। उन्होंने कहा कि निर्माताओं ने शंकर जैसी पूर्णता लाने के लिए फिल्म पर अंधाधुंध खर्च किया है ।रजनीकांत ने कहा, ‘यह रजनीकांत की फिल्म नहीं है। यह पैसा एक आदमी शंकर का खर्च हुआ है जो अपने दर्शकों का मनोरंजन करने में कभी असफल नहीं हुआ। यह उनका नजरिया है और उनका सहयोग करने के लिए मैं लाइका की प्रशंसा करता हूं।’

फिल्म में रजनीकांत ने वैज्ञानिक और रोबोट का किरदार निभाया है। शंकर ने इस मौके पर कहा कि दर्शक रजनीकांत को विभिन्न अवतारों में देखेंगे और यह देखने लायक होगा। उन्होंने कहा, ‘दर्शक उन्हें वैज्ञानिक वसीगरन, रोबोट चिट्टी और चिट्टी के ‘2.0’ संस्करण में देखेंगे। अंत में चिट्टी का एक विशालकाय रूप भी देखने को मिलेगा।

फिल्म में एक और रूप भी है लेकिन हम इसे अभी छिपाकर रखेंगे।’  शंकर ने रजनीकांत की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘जब हम सब फिल्म का अंतिम दृश्य शूट करने के लिए दिल्ली में एक स्टेडियम में थे तब रजनी सर बीमार पड़ गए। अंत के दृश्य के लिए छह महीनों से तैयारी चल रही थी और इस दृश्य की शूटिंग 40 दिन की बताई जा रही थी।खराब स्वास्थ्य के बावजूद रजनी सर ने शूट आगे बढ़ाने के लिए जोर दिया।’

उन्होंने कहा, ‘हमने बहुत गर्मी में शूटिंग की। रजनी सर को 12 किलोग्राम का रोबोटिक सूट पहनना होता था। उनकी प्रतिबद्धता देखकर हम सब हतप्रभ थे।’ तमिल, तेलुगू और हिंदी में रिलीज हो रही ‘2.0’ में ए.आर. रहमान ने संगीत दिया है।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।