बॉलीवुड एक्ट्रेस अभय सिंह देओल (Abhay Singh Deol) की कई फिल्में अपने देखी होंगी। जैसे फिल्म ‘देव डी’, ‘जिंदगी न मिलेगी दुबारा’, ‘रांझणा’ जैसी तमाम फिल्में। इन फिल्मों में अभिनेता का किरदार आपने अलग अलग देखा होगा। हालांकि यह इतना आसान नहीं होता हैं लेकिन अभिनेता ने अपना किरदार बखूबी निभाया और फैंस के दिलो में अपनी जगह बनाई हैं। साल 2005 में इम्तियाज अली की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ‘सोचा ना था’ से ऑन-स्क्रीन डेब्यू करने वालो अभय सिंह देओल (Abhay Singh Deol) की नई फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली हैं। यह फिल्म उनके और उनके फैंस के लिए काफी दिलचस्प होने वाली हैं।
ये हैं मुख्य किरदार :
कहते हैं न कि कुछ कहानियां ऐसी होती हैं की जो दिखाई या बताई ना जाये तो लोगो तक पहुँचती नहीं हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि ऐसी ही एक कहानी 03 जून को सिनेमाघरों में आने वाली हैं जिसे बारें में शायद ही आपको पता हो। अक्सर ऐसा होता हैं संघर्ष कि सफलता कि कहानियां हमारे बीच अक्सर फिल्मों या नाटक के जरिये सुनाई या दिखाई जाती हैं। बता दें, अभय सिंह देओल (Abhay Singh Deol) कि नई फिल्म ‘जंगल क्राई’ कुछ ऐसी ही है जो संघर्ष और सफलता से जुड़ी एक सच्ची कहानी हैं। यह फिल्म सागर बल्लारी के द्वारा डायरेक्ट कि गई हैं। इसमें मुख किरदार में अभय देओल, स्टीव एल्डिस, एमिली शाह, अतुल कुमार, जूलियन लुईस जोन्स और स्टीवर्ट राइट जैसे कलाकार शामिल हैं।
ये हैं कहानी :
कहानी कि बात करें तो यह फिल्म “जंगल क्राई” रग्बी कोच रुद्राक्ष जेना के जीवन पर आधारित एक स्पोर्ट्स बायोपिक है और यह कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (KISS) की रग्बी टीम की सच्ची कहानी से जुड़ी है। इस फिल्म में कोच का किरदार अभय देओल निभा रहे हैं। जोकि कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में कोच यानी अभय देओल है जो गांव में घूम घूम कर फुटबॉल खिलाडियों को इक्कठा करते हैं और एक टीम बनाते हैं।12 लड़कों का ग्रुप त्यार होता हैं जिसमे कई अनाथ तो ज्यादातर गरीब होते हैं, वह रग्बी खेलने की शुरुआत करते हैं। हालांकि, यह एक ऐसा खेल होता है जिसके बारे उन्होंने पहली बार सुना होता है। हर तरह की परेशानियों के बावजूद वो साथ आते हैं, सीखते हैं और टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लेते हैं।
ये हैं ट्विस्ट :
वही टीम कि मेहनत देख खुश हुए कोच सभी को ट्रेनिंग देने का फैसला करते हैं। और तभी कहानी में ट्वीट आता हैं और पॉल जो कि टीम को रम्बी टीम बनवाने और आगे बढ़ने में मदद करता हैं और रूद्र यानी कोच को उनके द्वारा इक्कठा किये खिलाडियों के सामने फुटबॉल की जगह रग्बी जूनियर वर्ल्ड कप चैंपियनशिप के लिए तैयार करना चाहता हैं। उसको डेंगू हो जाता हैं और तभी कोच को लड़को के साथ इंग्लैंड जाना पड़ता हैं। हालांकि यही से देखना दिलचस्प होता हैं कि रूद्र कैसे इन बच्चों कि जिंदगियां बदलते हैं। कैसे जीतने का सफर तय करते है और लंदन में जा के वर्ल्ड कप आपने नाम करते हैं। ये जानने के लिए आपको फिल्म जरूरी देखनी चाहिए।
यह फिल्म हर भारतीय को फिल्म जंगल क्राई देखने के दौरान देशभक्ति की लहर का अनुभव कराएगी। बच्चों का सफर सभी के दिल को छू जाएगा। बता दें, यह फिल्म अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में धूम मचा रही है और कई पुरस्कार और प्रशंसा प्राप्त कर चुकी है। सागर बल्लारी द्वारा डायरेक्ट कि गई यह फिल्म एक राष्ट्र की भावना को प्रकट करने वाली कहानी है।
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