बॉलीवुड अभिनेता देव आनंद की आज 95वीं बर्थ एनिवर्सरी है। अभिनेता देव आनंद ब्लैक एंड व्हाइट से लेकर कलर सिनेमा तक का शानदार सफर हमेशा याद रहेगा। देवानंद अपने दिलफेंक अंदाज, जिंदादिली, कातिलाना मुस्कान और मिश्री घुले बोल के लिए आज भी हमारे जेहन में जिंदा हैं। इतनी खूबियों के बाद भी देव साहब अपनी महबूबा को इजहार तक नहीं कर पाए और जीनत अमान कभी इनकी नहीं हो पाई। जिनके काले सूट पर लड़कियां जान छिड़कती थी और आखिरकार कोर्ट ने बैन तक लगा दिया फिर भी जीनत अमान इन पर फिदा नहीं हुई। ये प्रेम कहानी ही नहीं देव आनंद के जीवन का हर पल बेहद ही रोचक व दिलचस्प है।
‘पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले…’, ‘ख्वाब हो या तुम कोई हकीकत…’, ‘हर फिक्र को धुएं में उड़ाता चला गया…’ जैसे सदाबहार गानें और देवानंद साहब का अंदाज भला किसे याद नहीं। शायद आप भी इन गानों को गुनगुनाते होंगे। ये गानें तो हमारे जेहन में है लेकिन ऐसे हजारों गानें होंगे जो कि उन्होंने हिंदी सिनेमा को दिया। सैकड़ों फिल्मों में काम कर अपने अभिनय की छाप छोड़ने वाले इस अभिनेता के सफर आइए नजर डालते हैं और उनके लम्हों को महसूस करते हैं।
Known for his particular style and aura, #DevAnand is considered one of the greatest actors of Bollywood having delivered both critically-acclaimed as well as commercial hits.
All India radio remembers the Film Actor, Writer, Producer and Director on his birth anniversary. pic.twitter.com/lDNqjkzgYu
— ALL INDIA RADIO (@AkashvaniAIR) September 26, 2018
देव साहब की महबूबा और हीट फिल्म…
देव साहब ने अपनी एक किताब में अपने प्यार का जिक्र किया था। इनकी किताब में लिखा है कि जीनत अमान को बेइंतहा प्यार करते थे। लेकिन कभी इजहार नहीं कर पाए। हाालंकि एक बार प्रपोज करने वाले भी थे लेकिन राज कपूर ने सारे किए कराए पर पानी फेर दिया था। 1971 में देव आनंद और जीनत अमान की फिल्म ‘हरे राम हरे कृष्ण’ सुपरहिट रही और इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान देव साहब जीनत अमान को दिल दे बैठे थे।
देव साहब और जीनत अमान का वीडियो देखें…
देश की आजादी से पहले की वो फिल्म…
देश अभी आजाद नहीं हुआ था। 1946 में देवानंद की पहली फिल्म ‘हम एक हैं’ पर्दे पर आ चुकी थी। इसके साथ ही इन्होंने अपने फिल्म करियर की शुरुआत की थी। करीब साठ साल के फिल्मी करियर में देव साहब ने सौ से ज्यादा फिल्में की। इतना ही नहीं अभिनेता के अलावा फिल्म निर्माता और निर्देशन के तौर भी सफल साबित हुए। अपने नवकेतन फिल्मस के बैनर तले तकरीबन 30 से ज्यादा फिल्में की और 19 फिल्मों का निर्देशन भी किया।
श्रीदेवी की तरह हुई मौत…
देव आनंद ने श्रीदेवी की तरह ही हमें अलविदा कहा था। 3 दिसंबर, 2011 को उन्होंने अंतिम सांस ली थी। लंदन के एक होटल में उनकी मृत्यु हुई थी। दरअसल, ऐसा कहा जाता है कि देव साहब की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई थी। यानी कि अभी तक हिंदी सिनेमा जगत की दो बड़ी हस्तियों की मौत विदेश में हो चुकी है। इन दोनों की मौत ने देश को झकझोर दिया था।
देव आनंद के सुपरहिट गानें सुनें…