दिवाली पार्टी के बाद नशे में धुत संजय दत्त ने मीडिया को दी गंदी गालियां, सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल

संजय दत्त की इस पार्टी का एक वीडियो सोशल मीडिया में धड़ल्ले से वायरल हो रहा है। इसमें वो मीडिया वालों के साथ गाली-गलौज करते हुए नजर आ रहे हैं...

शाहरुख खान, शिल्पा शेट्टी के बाद बॉलीवुड के स्टार संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने भी अपने घर में दिवाली की पार्टी का आयोजन किया। संजय दत्त की इस पार्टी का एक वीडियो सोशल मीडिया में धड़ल्ले से वायरल हो रहा है। इसमें वो मीडिया वालों के साथ गाली-गलौज करते हुए नजर आ रहे हैं।

वीडियो में नजर आ रहा है कि पहले संजय दत्त ने अपने परिवार वालों के साथ घर के बाहर फोटोग्राफर्स के सामने पोज दिए। वहीं देर रात पार्टी खत्म होने के बाद मेहमानों को छोड़ने के लिए संजय दत्त घर के बाहर मौजूद थे। वहां मीडिया के लोग भी शामिल थे। संजय दत्त उस दौरान शराब के नशे में थे। इसके चलते उन्होंने पैपराजी को गालियां देनी शुरु कर दी।

संजय पैपराजी को जाने के लिए कहते हैं। संजय दत्त के इस वीडियो में उनके फैंस उनको ट्रोल कर रहे हैं। बताते चले कि कुछ महीने पहले संजय दत्त की बाओपिक संजू बड़े पर्दे पर रिलीज हुई थी। इस फिल्म पर विवाद भी हुआ था कि ये फिल्म संजय दत्त की इमेज को चमकाने के लिए बनाई गई है।

वहीं तेलुगू फिल्म ‘प्रस्थानम’ के हिंदी रीमेक के बाद अब संजय दत्त मराठी सिनेमा में डेब्यू करने जा रहे हैं। उनके प्रोडक्शन बैनर संजय दत्त प्रोडक्शन के बैनर तले इस फिल्म को बनाया जाएगा। फिल्म का नाम अभी तक तय नहीं हुआ है। इस बात की जानकारी खुद संजय दत्त ने सोशल मीडिया के जरीए दी है।

संजय दत्त ने ट्वीट कर फैंस को इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा था, ‘यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि ब्लू मस्टंग के साथ संजय दत्त प्रोडक्शंस की पहली मराठी फिल्म। नाम तय नहीं।’ रजत गुप्ता द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दीपक डोब्रियाल, नंदिता धुरी और अभिजीत खांडकेकर हैं।

आइये जानते है संजय दत्त के बारे में कि उनकी असल ज़िन्दगी क्या है?

29 जुलाई 1959 को संजय के पैदा होने के बाद नरगिस दत्त और सुनील दत्त को इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि उनका दुलारा बेटा ज़िंदगी के आने वाले सफ़र में किन-किन रास्तों से गुज़रेगा| बचपन में संजय दत्त का स्वाभाव शर्मीला था| कैमरे के सामने होने पर वो खुद को अपनी मां के पल्लू में छिपा लेते थे| तब उन्हें अंदाजा नहीं था कि आगे चलकर उन्हें जिंदगीभर इसका सामना करना पड़ेगा|

ड्रग्स की शुरुआत हुई ऐसे
1977 में संजय दत्त लॉरेंस स्कूल से 18 बरस की उम्र में घर लौटे| जिसके बाद उन्होंने मुंबई के एल्फिंस्टन कॉलेज में अपना एडमिशन करवाया| इसी दौरान वो ड्रग्स के चंगुल में फंस गए| जिसका अंदाजा उन्होंने अपने परिवार को नहीं लगने दिया| एक इंटरव्यू के दौरान संजय दत्त ने कहा था कि वे अपने कमरे में बंद रहते थे| शायद उनकी माँ नरगिस को अंदाज़ा था कि उनका बेटा ड्रग्स लेने लगा है हालाँकि उन्होंने इस बारे में ना तो उनसे पूछा और न ही सुनील दत्त से कुछ कहा|

ऐसे शुरू हुआ फ़िल्मी सफ़र
संजय दत्त ने थोड़े बड़े होने के बाद तय कर लिया कि वो अपने माँ और पिता की तरह ही फ़िल्मों में करियर बनाना चाहते हैं| जिसके बाद संजय दत्त ने पहली बार 1971 में ‘रेशमा और शेरा’ फ़िल्म में एक चाइल्ड एक्टर के तौर पर एक्टिंग करते नज़र आये| बाद में चलकर सुनील दत्त ने बॉलीवुड की एंट्री की ट्रेनिंग करवाई| जब संजय फ़िल्मों के लिए पूरी तरह से तैयार हो गए तो उनके पिता सुनील दत्त ने ‘रॉकी’ फ़िल्म में उन्हें हीरो के तौर पर उन्हें लांच करने का फैसला किया और टीना मुनीम को उनकी हीरोइन के तौर पर कास्ट किया|

फिल्म से पहले खोयी मां
अभी ‘रॉकी’ की शूटिंग ही चल ही रही थी कि पता चला कि नरगिस दत्त को कैंसर है| सुनील दत्त नरगिस का इलाज़ कराने के लिए अमरीका गए| जहाँ पर वो करीब दो महीने तक कोमा में थी| जब उन्हें होश आया तो उन्होंने आँखें खोलते हुए पूछा- “संजय कहाँ है?” कुछ वक्त बाद तबीयत कुछ ठीक होने पर नरगिस भारत लौट आईं|

इस दौरान संजय दत्त ने अपनी फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली| इधर सुनील दत्त ने भी सारी तैयारी कर दी थी| 7 मई 1981 को ‘रॉकी’ का प्रीमियर होने वाला था| लेकिन इससे पहले नरगिस की तबीयत दोबारा बिगड़ गई, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन 3 मई 1981 को नरगिस ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया| साथ ही साथ ‘रॉकी’ के प्रीमियर पर अपने बेटे को देखना बाकी रह गया|

ड्रग्स छोड़ा तो मिली फिल्म
मां के जाने के बाद संजय दत्त ने फैसला किया कि वो अब ड्रग्स छोड़कर ही रहेंगे| रिहैबीलेशन से लौटने के बाद पप्पू वर्मा ने ‘जान की बाज़ी’ फ़िल्म के लिए संजय दत्त को साइन कर लिया| ये फ़िल्म 1985 में रिलीज़ हुई| फिल्म के सफल होने के बाद संजय ने फिल्मो को सीरियसली लेने का फैसला किया|

कई बार प्यार में पड़ने के बाद संजय दत्त का दिल ऋचा शर्मा पर जा टिका| देवानंद ने उन्हें फिल्म के लिए ढूँढा था| कई जगहों पर मिलने के बाद वो एक-दूजे के करीब आ गए| 1987 में उन्होंने शादी की और अगले ही साल दोनों की बेटी त्रिशला का जन्म हुआ| बाद में पता चला कि ऋचा को ब्रेन ट्यूमर है| बाद में इलाज के लिए ऋचा और त्रिशला अमरीका शिफ्ट हो गई|

माधुरी के साथ अफेयर रहा चर्चा का विषय
ऋचा संजय दत्त से बहुत दूर अमेरिका में अपना इलाज़ करवा रही थी और इस दौरान दोनों के बीच दूरियां बढ़ गईं| बाद में खबरें आने लगी कि माधुरी दीक्षित के साथ उनका अफेयर चल रहा है| ‘नाम’ की कामयाबी के बाद संजय दत्त की फ़िल्में लगातार फ्लॉप होती रहीं लेकिन माधुरी दीक्षित और सलमान खान के साथ की 1991 में आई फ़िल्म ‘साजन’ ने जैसे उनके करियर में पंख जोड़ दिया हो|

फंसे मुसीबत में
ऋचा संजय दत्त से बहुत दूर अमेरिका में अपना इलाज़ करवा रही थी और इस दौरान दोनों के बीच दूरियां बढ़ गईं| बाद में खबरें आने लगी कि माधुरी दीक्षित के साथ उनका अफेयर चल रहा है| ‘नाम’ की कामयाबी के बाद संजय दत्त की फ़िल्में लगातार फ्लॉप होती रहीं लेकिन माधुरी दीक्षित और सलमान खान के साथ की 1991 में आई फ़िल्म ‘साजन’ ने जैसे उनके करियर में पंख जोड़ दिया हो| इन सभी आरोपों के बाद संजय को कुछ दिन जेल में रहना पड़ा लेकिन वो बेल पर बाहर आ गए| लेकिन माधुरी ने उनके साथ अपना सारा रिश्ता तोड़ दिया|

शादी और बच्चे
बाद में चलकर संजय दत्त ने रिहा पिल्लई से शादी की लेकिन अफेयर्स की वजह से रिया ने अपना रिश्ता उनके साथ तोड़ लिया | कुछ सालों बाद उन्होंने मान्यता दत्त के साथ शादी की| पहली पत्नी ऋचा के साथ उनकी बेटी त्रिशला के अलावा मान्यता के साथ उन्होंने इकरा और शहरान को जन्म दिया|

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।