शाहरुख खान का हैरतअंगेज खुलासा- बिना स्क्रिप्ट पढ़े साइन कर देता हूं फिल्में

शाहरुख खान कहते हैं कि वह फिल्म साइन करने से पहले कभी स्क्रिप्ट नहीं सुनते हैं। वह उन लोगों की दिल की धड़कने सुनते हैं...

ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘कुछ-कुछ होता है’ के 20 साल पूरे होने पर जमकर जश्न मनाया गया। इसके लिए फिल्म के डायरेक्टर करण जौहर ने मंगलवार को एक पार्टी ऑर्गनाइज की थी। इस दौरान पूरा बॉलीवुड एक साथ वहां मौजूद रहा। फिल्म की स्टारकास्ट शाहरुख खान, काजोल और रानी मुखर्जी ने शूटिंग के दौरान के अपने अनुभव लोगों के साथ साझा किए। इस दौरान कई खुलासे भी हुए, तो कुछ रोचक किस्से भी सुनने को मिले।

फिल्म ‘कुछ-कुछ होता है’ में प्रमुख भूमिका निभाने वाले एक्टर शाहरुख खान ने कहा कि वह फिल्म साइन करने से पहले कभी स्क्रिप्ट नहीं सुनते हैं। वह उन लोगों की दिल की धड़कने सुनते हैं, जिनके साथ उनको काम करना होता है। उन्होंने बताया कि जब मेरे पास कुछ-कुछ होता है कि कहानी आई, तो मुझे नहीं पता था कि ये फिल्म ब्लाकबस्टर होगी। मैंने अपने दिल की आवाज सुनी और फिल्म के लिए हां कर दी।

शाहरुख खान ने कहा, ‘मैं ये बात पूरे आत्मविश्वास के साथ कह सकता हूं कि मैंने इस फिल्म की स्क्रिप्ट को कभी नहीं समझा बस मैंने फिल्म के स्क्रिप्ट मेकर और फिल्म मेकर को समझा।’ वहीं, उनकी को स्टार रानी मुखर्जी ने कहा कि इस फिल्म की स्टोरी पढ़कर उनको रोना आ गया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म साइन कर दी थी। शूटिंग के दौरान करण जौहर उनको बहुत परेशान किया करते थे। यहां तक की उनके नाश्ते की प्लेट भी छीन लिया करते थे।

बताते चलें कि करण जौहर इस खुशी को सेलिब्रेट करने के लिए मंगलवार को एक पार्टी ऑर्गनाइज की थी। इसमें बॉलीवुड के तमाम सितारों ने आकर अपना-अपना जलवा बिखेरा। इस मौके पर फिल्म के स्टारकास्ट शाहरुख खान, रानी मुखर्जी, काजोल और सलमान खान ने फिल्म की शूटिंग के दौरान के अपने अनुभवों को साझा किया। इसके साथ ही बॉलीवुड के कई सितारों ने भी इस फिल्म को लेकर अपनी फीलिंग्स साझा की है।

करण जौहर की ये पहली फिल्म थी। इसके जरिए उन्होंने बॉलीवुड की दुनिया में अपनी पहचान बनाई थी। इस फिल्म के बाद से वह एक सफल फिल्ममेकर के तौर पर उभरे थे। वहीं बॉलीवुड में रोमाटिंक किंग के तौर पर पहचाने जाने वाले शाहरूख खान भी इस छवि से लोगों के दिलों में छाए। काजोल को इस फिल्म से करियर में नया मोड़ मिला था। इसके साथ ही सलमान खान ने इस फिल्म में पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किया था और रानी मुखर्जी ने इस फिल्म के बाद एक अलग पहचान पाई।

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।