पूर्व सीबीएफसी चीफ़ पहलाज निहलानी एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने उड़ता पंजाब और बाबूमोशाय बन्दूक्बाज़ जैसी फिल्मों में कट्स की भरमार लगा दी थी| इतना ही नहीं बल्कि हॉलीवुड फिल्म फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे को भी उन्होंने भारत में बैन करवा दिया था| लेकिन लगता है कि अब उनका मन बदल गया है| जल्द ही वो एक इरोटिक फिल्म जूली 2 के ट्रेलर को लॉन्च करने के लिए तैयार हैं। विडंबना यह है कि पूर्व सीबीएफसी प्रमुख ने फिल्म के लिए डिस्ट्रीब्यूटर भी बन गए हैं|
इसके पहले पहलाज़ निहलानी ने शाहरुख़ खान और अनुष्का शर्मा स्टारर फिल्म जब हैरी मेट सेजल में इंटरकोर्स जैसे शब्दों पर अपनी आपत्ति जताई थी लेकिन लगता है कि जुली 2 एक संस्कारी फिल्म है तभी तो उन्होंने इस फिल्म को प्रस्तुत करने का फैसला किया है| निर्देशक दीपक शिवदासानी ने यह भी कहा कि पहलाज को यह फिल्म पसंद है और उन्हें सीन के साथ कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि जूली 2 कंटेंट भरी फिल्म है।
पहलाज ने यह भी कहा कि जूली 2 को किसी भी कट के बिना ‘ए’ प्रमाण पत्र दिया जाना चाहिए। इसमें कोई अश्लीलता, अश्लील भाषा जैसी समस्या भी नहीं है जिसके बाद ट्विटर पार लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया|
निहालानी, जो कि फिल्म निर्माता रहे हैं और खुद को ट्विटर पर “सच्चे भारतीय” के रूप में बताते हैं, ने मोदी को प्रधान मंत्री बनने के एक वर्ष के बाद डेनजियस लीला सैमसन से 2015 में सीबीएफसी अध्यक्ष का पद संभाला था।
पहलाज़ निहलानी के निर्देशन में हॉलीवुड की फ़िल्म फिफ्टी शेड्स ऑफ़ ग्रे का पहला शिकार बना था| भारत में उन्होने इस कामुक कंटेंट को रिलीज़ करने की अनुमति नहीं दी थी| उनके क्रोध का सामना करने वाली कुछ अन्य फिल्में एनएच 10, दम लगा के हैशा, अलीगढ़, उड़ता पंजाब, हरामखोर, लिपस्टिक अंडर माय बुरखा, इंदु सरकार और बाबूमोशाय बन्दूकबाज़ जैसी फिल्में शामिल हैं|