कहते हैं बात जुबान से और तीर कमान से निकलकर कभी वापस नहीं आते। इसलिए कभी भी कुछ भी बोलने से पहले सोच लेना चाहिए। आजकल सोशल मीडिया के जमाने में कुछ लिखने से पहले भी सोचना जरूरी हो गया है, क्योंकि पता नहीं कब आपकी कौन सी बात आप पर ही उल्टी पड़ जाए। जी हां, ऐसा ही कुछ हुआ है बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार के साथ। ये ट्वीट 2012 का है। इसमें अक्षय पेट्रोल के बढ़ते दामों पर तंज कस रहे हैं। ट्वीट में उन्होंने लिखा-
‘पेट्रोल की कीमतें जैसे बढ़ रही हैं, मेरा खयाल है कि हमें अब सड़कों पर निकालने के लिए अपनी साइकिल साफ कर लेनी चाहिए।’
2012 का ये ट्वीट 2018 में इसलिए सुर्खियों में आया क्योंकि आज भी लोग पेट्रोल की कीमतों से परेशान हैं। तब मनमोहन सिंह की सरकार थी, आज नरेंद्र मोदी की सरकार है। लोगों ने अक्षय से पूछना शुरू किया कि आज वो इन कीमतों पर क्या कहेंगे। जब ये ज्यादा हुआ तो अक्षय ने ट्वीट डिलीट कर दिया। ये बात भी ट्विटर वालों ने पकड़ ली और अक्षय को ट्रोल करने लगे।
लेकिन अक्षय ऐसे इकलौते सेलेब्रेटी नहीं हैं, जो सरकार बदलने के साथ खुद को उस माहौल के अनुकूल ढालने में एक्सपर्ट हैं। सिलेक्टिव याददाश्त और भुलक्कड़पने की इस कंपनी में अमिताभ और अनुपम खेर भी शामिल हैं।
बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन वैसे तो ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं, लेकिन कई संवेदनशील मुद्दों पर चुप्पी साधे रहने की वजह से कई बार वे सवालों में घिर चुके हैं। पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर अमिताभ ने भी 2012 में ट्विटर पर तंज कसा था। लेकिन अब जब पेट्रोल को लेकर इतना बवाल मचा हुआ है तो बिग बी मौन हैं। उस समय
अमिताभ ने लिखा था- पेट्रोल की कीमत में 7.5 रुपये बढ़ीः पंप अटेंडेंट-”कितने का डालूं”! मुंबईकर- 2-4 रुपये का कार के ऊपर स्प्रे कर दे भाई, जलाना है।
बॉलीवुड के जाने-माने एक्टर अनुपम खेर का झुकाव बीजेपी की तरफ रहा है। उनकी पत्नी किरण खेर बीजेपी के कोटे से सांसद हैं और खेर को भी केंद्र सरकार ने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ पुणे का चेयरमैन बना रखा है। यूपीए सरकार में 2012 में खेर ने पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर तंज कसते हुए लिखा था
“मैंने अपने ड्राइवर से पूछा- क्यूं लेट आए हो ? सर, साइकिल से आया था। मोटरसाइकिल को क्या हुआ, तो उसने कहा, सर इसे घर पर शोपीस के रूप में रख दिया है।