आलोकनाथ ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा, विंटा नंदा पर मानहानि केस

यौन शोषण आरोपी आलोकनाथ ने पीड़िता विंटा नंदा पर केस दर्ज किया है। आलोकनाथ की ओर से विंटा नंदा को मानहानि का नोटिस भेजा है।

आलोकनाथ और विंटा नंदा केस में नया मोड़ आया है। अब यौन शोषण आरोपी आलोकनाथ ने पीड़िता विंटा नंदा पर केस दर्ज किया है। आलोकनाथ की ओर से विंटा नंदा को मानहानि का नोटिस भेजा है। इसके बाद देखना है कि विंटा नंदा क्या कदम उठाती हैं। वैसे विंटा नंदा ने पहले ही कह दिया था कि वह डरने वाली नहीं हैं। इससे पहले भी नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता को कोर्ट का नोटिस भेजा था। जिसके बाद तनुश्री दत्ता ने भी कानून का सहारा लिया।

जानकारी के मुताबिक, शनिवार को आलोकनाथ की ओर से विंटा नंदा को नोटिस भेजा गया है। यह जानकारी उनके वकील की ओर से दी गई है। आलोकनाथ का कहना है कि पुलिस इस मामले की पूरी जांच करे और न्याय दिलाए। उन्होंने आगे कहा कि विंटा नंदा के फेसबुक पोस्ट के आधार पर जांच होनी चाहिए ताकि लोगों को सच्चाई का पता चले। हालांकि इसको लेकर विंटा नंदा ने कहा, ‘मैं इससे डर नहीं सकती जो हुआ था मैंने वही बयां किया है।’

आलोकनाथ पर एक और आरोप
‘हम साथ-साथ हैं’ फिल्म की एक क्रू मेंबर ने भी आलोकनाथ पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए अपनी आपबीती बताई। पीड़िया ने बताया कि रात की शूटिंग के दौरान आलोक नाथ को वो कॉस्ट्यूम देने पहुंची थी। हालांकि, आरोप लगाने वाली पीड़िता ने अपना नाम जाहिर नहीं किया है। लेकिन पीड़िता का कहना है कि आलोकनाथ उसके सामने ही कपड़े उतारने लगे थे।

विंटा नंदा की दास्तान
बताते चलें कि विंटा नंदा ने अपनी आपबीती फेसबुक पोस्ट पर सुनाई। उन्होंने अपनी पोस्ट पर लिखा, ‘मुझे पार्टी में बुलाया गया था। उनकी पत्नी और मेरी बेस्ट फ्रेंड उस वक्त शहर से बाहर थे। यह हमेशा की तरह आम पार्टी थी जिसमें मेरे कुछ दोस्त जो कि थियेटर से भी जुड़े हुए है वह भी आते थे, इसलिए मैंने पार्टी में जाने से ऐतराज नहीं किया। पार्टी के दौरान मेरी ड्रिक्स में कुछ मिलाया गया जिसके बाद मुझे कुछ अजीब सा महसूस होने लगा। रात के करीत 2 बजे मैं उनके घर से निकली। मुझे किसी ने घर छोड़ने को नहीं कहा। मैं इतने तो होश में थी कि मुझे लगा कि उनके घर में रुकना ठीक नहीं है।’

रवि गुप्ता :पत्रकार, परिंदा ही तो है. जैसे मैं जन्मजात बिहारी, लेकिन घाट-घाट ठिकाने बनाते रहता हूं. साहित्य-मनोरंजन के सागर में गोते लगाना, खबर लिखना दिली तमन्ना है जो अब मेरी रोजी रोटी है. राजनीति तो रग-रग में है.