विज्ञापन की दुनिया के बेताज बादशाह अलीक पदमसी का निधन

अलीक पदमसी का शनिवार सुबह यहां निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। उन्होंने एक निजी अस्पताल में सुबह तड़के लगभग पांच बजे अंतिम सांस ली...

दिग्गज अभिनेता, रंगमंच हस्ती और विज्ञापन गुरु अलीक पदमसी का शनिवार सुबह यहां निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। परिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्होंने एक निजी अस्पताल में सुबह तड़के लगभग पांच बजे अंतिम सांस ली। उनके परिवार में दो पूर्व पत्नियां, एक पूर्व पार्टनर और चार बच्चे हैं। इसके अलावा भी उनके कई रिश्तेदार हैं, जिनमें से कई ग्लैमर और मनोरंजन उद्योग में प्रमुख नाम हैं।

पदमसी की विभिन्न पेशेवर उपलब्धियों में वर्ष 1982 में आई रिचर्ड एटनबरो की फिल्म ‘गांधी’ में उनके द्वारा निभाई गई मोहम्मद अली जिन्ना की भूमिका काफी यादगार है। इस फिल्म ने कई ऑस्कर पुरस्कार जीते थे। अंग्रेजी रंगमंच के लिए प्रसिद्ध पदमसी ने लगभग 70 नाटकों का निर्माण किया, जिनमें ‘एविटा’, ‘तुगलक’, ‘जीसस क्राइस्ट सुपरस्टार’, ‘डेथ ऑफ अ सेल्समैन’, अ स्ट्रीटकार नेम्ड डिजायर और ‘ब्रोकन इमेजेज’ शामिल हैं।

विज्ञापन की दुनिया में अपने करियर के दौरान भारत की एक सबसे बड़ी विज्ञापन एजेंसी लिंटास इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (1980-1994) के रूप में उन्होंने 100 से अधिक उत्पादों/ब्रांडों के शानदार और प्रभावकारी विज्ञापन बनाए। पदमसी के नाम लिरिल गर्ल, हमारा बजाज, एमआरएफ मसल मैन, चेरी ब्लासम और कामसूत्र के अत्यंत चर्चित और सफल विज्ञापन दर्ज हैं। बाद में पदमसी ने 1994 में एपी एडवरटाइजिंग प्रा. लिमिटेड की स्थापना की और उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहे।

अलीक गुजरात के एक कुलीन, लेकिन अति रूढ़िवादी खोजा मुस्लिम परिवार में पैदा हुए थे। उनके पिता का नाम जफरभाई पदमसी और मां का नाम कुलसुमबाई पदमसी था। उनके एक भाई अकबर पदमसी आधुनिक भारतीय कला के प्रसिद्ध चित्रकार हैं। पदमसी को उनके जीवनकाल में कई सम्मानों से सम्मानित किया गया था, जिनमें पद्मश्री, एडवरटाइजिंग मैन ऑफ द सेंचुरी और संगीत नाटक अकादमी टैगोर रत्न शामिल हैं।

अलीक का पार्थिव शरीर मुंबई में रखा जाएगा। उनके शरीर के अंगो को दान किया जाएगा। इन सारी प्रक्रिया को पूरा होने के बाद कल उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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