अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट पर मचा है बवाल, मुंबई मेट्रो का सपोर्ट करने पर ‘जलसा’ के बाहर प्रदर्शन

बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) आरे जंगल (Aarey Forest) मामले में मुंबई मेट्रो (Mumbai Metro) का समर्थन कर बुरे फंसे। बुधवार सुबह से उनके घर 'जलसा' के बाहर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।

अमिताभ बच्चन ने आरे जंगल मामले में मुंबई मेट्रो को सपोर्ट किया है। (फोटो- ट्विटर)

बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। मंगलवार को उन्होंने एक ट्वीट किया और वह लोगों के निशाने पर आ गए। दरअसल अमिताभ ने इस ट्वीट में इशारों ही इशारों में आरे जंगल (Aarey Forest) मामले में मुंबई मेट्रो (Mumbai Metro) का समर्थन किया था। बुधवार सुबह काफी संख्या में लोग उनके घर ‘जलसा’ के बाहर इकट्ठा हो गए और हाथों में तख्तियां और पोस्टर लेकर ‘सेव आरे’ कहते हुए नारेबाजी करने लगे।

अमिताभ बच्चन ने ट्वीट किया था, ‘मेरे एक दोस्त को मेडिकल इमरजेंसी थी। उसने कार ले जाने के बजाय मेट्रो से जाने का फैसला किया। वो वापस लौटा तो काफी खुश था। उसने कहा कि मेट्रो तेज थी, सुविधाजनक थी और सबसे कुशल थी। प्रदूषण का समाधान। ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाओ। मैंने अपने गार्डन में लगाए हैं। क्या आपने भी लगाए हैं।’ उनके इस ट्वीट पर मुंबई मेट्रो के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ‘बिग बी’ का शुक्रिया अदा किया गया है।

अमिताभ बच्चन ने यह ट्वीट किया था…

अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) नेता अखिल चित्रे ने अभिनेता पर निशाना साधा है। चित्रे ने कहा कि साल 2010 में अमिताभ मेट्रो के खिलाफ थे क्योंकि इससे उनकी प्राइवेसी का हनन हो रहा था। सरकार बदलते ही उनका नजरिया भी बदल गया। उन्हें नहीं पता कि एक्टर की सरकार के साथ क्या डील हुई है। मेट्रो का रूट बदलते ही अमिताभ बच्चन का नजरिया भी बदल गया है। यह बहुत दुख की बात है कि जब मुंबई के ज्यादातर लोग इसका (आरे जंगल के पेड़ काटे जाने का) विरोध कर रहे हैं, अभिनेता मुंबई मेट्रो का समर्थन कर रहे हैं।

क्या है आरे जंगल मामला?

बताते चलें कि आरे के जंगल को मुंबई का फेफड़ा माना जाता है। मुंबई में मेट्रो यार्ड के निर्माण के लिए आरे जंगल के 2700 पेड़ों को काटा जाना है। लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर आरे के जंगल के पास लगभग हर रोज प्रदर्शन हो रहे हैं। हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर भी प्रदर्शनकारियों में शामिल हुई थीं। उन्होंने लोगों के साथ मिलकर मानव चेन बनाई थी। श्रद्धा ने मुंबई वन प्राधिकरण के फैसले को बेतुका बताते हुए महाराष्ट्र सरकार से फैसला वापस लेने की अपील की है।

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राहुल सिंह :उत्तराखंड के छोटे से शहर हल्द्वानी से ताल्लुक रखता हूं। वैसे लिखने को बहुत कुछ है अपने बारे में, लेकिन यहां शब्दों की सीमा तय है। पत्रकारिता का छात्र रहा हूं। सीख रहा हूं और हमेशा सीखता रहूंगा।