AndhaDhun Box Office Collection: आयुष्मान खुराना की फिल्म कर रही धुआंधार कमाई

बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में आयुष्मान खुराना की अंधाधुन धुआंधार कमाई कर रही वहीं लवयात्री फिल्म उतना लोगों का...

5 अक्टूबर को बड़े पर्दे पर दो फिल्में रिलीज हुई थी। पहली फिल्म सलमान खान के बैनर तले बनीं ‘लवयात्री’ और दूसरी दृश्यम’ से दर्शकों का मन मोह लेने वाले डायरेक्टर श्रीराम राघवन की फिल्म ‘अंधाधुन’ थी। लवयात्री में सलमान के बहनोई आयुष शर्मा और एक्ट्रेस वरीना हुसैन नजर आएं। वहीं, अंधाधुन में आयुष्मान खुराना ने तब्बू और राधिका आप्टे के साथ मिलकर धमाल मचाया है। बात करें दोनों फिल्मों के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की तो पहले दिन लवयात्री ने 2.2 करोड़ की कमाई की। दूसरे दिन 2.4 करोड़ रुपये कमाए। फिल्म ने पहले वीकेंड में 7.2 करोड़ की कमाई की।

वहीं अंधाधुन फिल्म ने 2.4 करोड़ रूपये कमाए। दूसरे दिन फिल्म की कमाई करीब 5 करोड़ हुई। फिल्म ने तीसरे हफ्ते रफ्तार पकड़ते हुए 7 करोड़ की कमाई की। फिल्म ने पहले वीकेंड कलेक्शन 14.4 करोड़ रहा।

इससे यह साफ झलकता है कि लवयात्री फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले आयुष शर्मा और एक्ट्रेस वरीना हुसैन कहीं न कहीं लोगों का मनोरजंन नहीं कर पाई है। यह फिल्म बड़े पर्दे पर फीकी साबित हुई है। वहीं, हमेशा की तरह इस बार भी अलग तरह की फिल्म करते हुए आयुष्मान खुराना ने लोगों के दिल में अपने जगह को बरकरार रखने का काम किया हैं। इसके साथ ही एक्ट्रेस तब्बू और राधिका आप्टे के अभिनय को भी लोग काफी पसंद कर रहे हैं। लेकिन अगर अभी भी इस बात को लेकर दुविधा में है कि आपको कौन सी फिल्म देखनी चाहिए तो हम आपकी ये परेशानी हल कर देते है। आइए हम आपको बताते है फिल्म की कुछ हल्की फुल्की झलक…

पहले बात करते हैं फिल्म लवयात्री की…

फिल्म लवयात्री में नवरात्री के त्योहार के दौरान हुए प्यार की कहानी को दर्शाया गया है। जो फिल्म के हिरो हिरोईन की जिंदगी पूरी तरह बदल देती है। फिल्म ‘लवयात्री’ गुजरात की पृष्ठभूमि पर निर्मित है। इस फिल्म में नवरात्री के मौके पर एक्टर और एक्ट्रेस के उभरते प्यार के बारें में दिखाया गया है। गरबा इस प्रेम की कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।

फिल्म में सुश्रुत उर्फ सुसु (आयुष शर्मा) को मिशेल (वरीना हुसैन) से प्यार हो जाता है। सुसु का किरदार आम लड़के का होता है। वो वडोदरा में बच्चों को गरबा सिखाता है। डांस सीखाने के अलावा बाकी उसकी जिंदगी में कोई और ख्वाहिश नहीं होती है। सुसु के घरवालों की तरफ से नौकरी का दबाव होता है जबकि वो वडोदरा में अपनी खुद की एक डांस ऐकडमी खोलना चाहता है।

वहीं मिशेल विदेश से भारत वापस लौटती हैं। गरबा के दौरान उनकी मुलाकात सुसु से होती है। इसी बीच दोनों को प्यार हो जाता है। इसके बाद सुसु और मिसेल की पूरी जिंदगी बदल जाती है। ये फिल्म प्यार और रोमांस से भरपूर है। फिल्म में फिर एक ट्विस्ट आता है। इसमें क्या मिशेल लंदन वापस चली जाएगी और सुसु का दिल टूट जाएगा। क्या गरबा ब्वॉय उसे फिर से मना पाएगा.. फिल्म की बाकी कहानी इसी के इर्द-गिर्द घूमती है।

कहानी आपको बॉलीवुड के पुराने मसाले की तरह लगेगी हालांकि फिल्म के किरदार आपको पंसद आ जाएगे। फिल्म के गाने खूबसूरती से फिल्माएं गए है। अभिराज मीनावाला का सपाट निर्देशन और घिसा-पिटा प्लॉट लवयात्री को फेल कर देता है।

वहीं, अब बात करते है आयुषमान खुराना की फिल्म अंधाधुंध की…

आयुष्मान खुराना तब्बू और राधिक आप्टे की फिल्म अंधाधुंध ने एक बार नहीं बल्कि कई बार दर्शकों को अपनी कहानी से चौंकाया है। फिल्म अंधाधुन एक थ्रिलर स्टोरी पर बेस्ड है। जिसमें आयुष्मान खुराना तब्बू ने सस्पेंस को बेहतरीन तरीके से बरकार रखा है। वहीं फिल्म में राधिका आप्टे के सीन कम देखने को मिले हैं। लेकिन फिल्म में वो अपनी एक्टिंग का प्रभाव छोड़ने में सफल साबित हुईं हैं।

फिल्म की कहानी में नेत्रहीन आकाश (आयुष्मान खुराना) जो एक पियानिस्ट है। जोकि पुणे में रहते हैं। उनकी मुलाकात अचानक सोफी (राधिका आप्टे) से हो जाती है। सोफी आकाश को अपने पापा के रेस्टोरेंट में काम दिला देती हैं। इसी के चलते आकाश पुराने जमाने के मशहूर एक्टर प्रमोद सिन्हा से टकरा जाते है। जो अपनी पत्नी सिमी(तब्बू) को मैरिज एनिवर्सरी पर पियानो प्ले करके सरप्राइज देने के लिए आकाश को घर बुला लेते हैं। इसी बीच कहानी में जबरदस्त ट्वीस्ट और टर्न आते हैं कि कहानी पूरी तरह दूसरा रूप ले लेती है।

फिल्म का पहला हॉफ इतना जबरदस्त है कि आपको आंख झपकाने का भी वक्त नहीं मिलेगा । इस फिल्म में आपको थ्रिलर, सस्पेंस, ट्विस्ट और कॉमेडी का भरपूर मसाला मिलेगा। फिल्म में गाने फिल्म के साथ ही चलते रहेंगे। जिसके चलते आपको पता ही नहीं चलेगा कि फिल्म में गाने कब आए और कब गए।

Box office collection: पहले ही दिन आयुष्मान खुराना की फिल्म अंधाधुन ने मचाया धमाल, लवयात्री का नहीं चढ़ा रंग

कविता सिंह :विवाह के लिए 36 गुण होते हैं, ऐसा फ़िल्मों में दिखाते हैं, पर लिखने के लिए 36 गुण भी कम हैं। पर लेखन के लिए थोड़े बहुत गुण तो है हीं। बाकी उम्र के साथ-साथ आ जायेंगे।