Anupam Kher का 65वां जन्मदिन, 500 से भी ज्यादा फ़िल्में, दो नेशनल अवॉर्ड्स और भी बहुत कुछ

अनुपम खेर (Anupam Kher) 3 मार्च 1955 को जन्में बॉलीवुड के बेहतरीन कलाकारों में से एक हैं, इन्होंने बॉलीवुड को 500 से भी ज्यादा फ़िल्में दी हैं और हर फिल्म में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है!

अनुपम खेर (Anupam Kher)  कलाकारों में से एक हैं जो हर जॉनर में अपने अभिनय सिक्का बड़ी जोर से उछालते हैं। कॉमेडी हो या फिर  कमर्शियल सिनेमा अनुपम ने हर बार क्रिटिक्स और जनता को इम्प्रेस किया है। बता दें कि अनुपम आज अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनके जन्मदिन के ख़ास मौके पर हम आपको बताएंगे इस बेहतरीन कलाकार के करियर और पर्सनल लाइफ से जुड़ी कुछ ख़ास और अनसुनी बातें। अनुपम कश्मीरी पंडित हैं और शिमला में जन्में हैं  उन्होंने बॉलीवुड में 500 से भी भी ज्यादा फ़िल्में की हैं और उनकी फिल्मों की ये लिस्ट बढ़ती जा रही है।

उनके पिता पुष्करनाथ खेर शिमला में क्लर्क के तौर पर काम करते थे। डीएवी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई के बाद अनुपम ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन ले लिया। उनके पिता की साल 2012 में मृत्यु हो गई थी। वह अपनी मां से बहुत प्यार करते हैं। अक्सर सोशल मीडिया पर वह अपनी मां के साथ हंसी-मजाक करते हुए वीडियो भी साझा करते हैं। uउनकी माँ सोशल मीडिया पर काफी फेमस हैं क्यूंकि अनुपम  उनके वीडियोज़ को शेयर करते रहते हैं, सोशल मीडिया पर लोग अनुपम की माँ को दुलारी रॉक के नाम से जानते हैं।

अनुपम खेर ने दो शादियां की है। उनकी पहली पत्नी मधुमालती थी। कहा जाता है कि दोनों के बीच काफी अनबन होती थी और और यही वजह थी कि उनके बीच तलाक हो गया, बाद अनुपम ने साल 1985 में अभिनेत्री किरण से शादी की। किरण और अनुपम आज बॉलीवुड के परफेक्ट कपल में से एक हैं। किरण की भी ये दूसरी शादी है, वो इससे पहले मुंबई के बिज़नेस मैन से शादी कर चुकी थी जिससे उन्हें बेटे सिकंदर भी हैं जो कि पेशे से अभिनेता है। अभिनय मे रुचि होने की वजह से उन्होंने अपने सफर की शुरूआत दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से की। इसके बाद वो मुंबई आ गए, लेकिन यहाँ बॉलीवुड उनका दिल खोल कर स्वागत नहीं कर रहा था। अनुपम ने खुद कहा है कि वो कई रातें स्टेशन पर सो कर गुज़ारा करते थे। लेकिन लगतार कोशिशों के चलते अनुपम को रास्ता दिख ही गया और धीरे धीरे बॉलीवुड ने भी उन्हें अपनाना, सराहना शूर कर दिया और देखिये आज अनुपम किस मुकाम पर हैं।

अनुपम ने फ़िल्मी दुनिया में कदम रखने से पहले बहुत सारे थिएटर प्ले भी किये हैं। अनुपम ने अक्सर कहा है कि थिएटर उनके करियर का बेस था जिसने उन्हें बहुत कुछ सिखाया है और वो आज जहाँ भी हैं वो थिएटर की वजह से ही हैं। वो आने वाले नए एक्टर्स को भी पहले थिएटर करने की सलाह देते हैं। अनुपम  को फिल्मों में पहला मौका साल 1984 में फिल्म सारांश से मिला। इस फिल्म में उन्होंने एक रिटायर्ड बुजुर्ग व्यक्ति का किरदार निभाया था जिसने अपने बेटा एक विमान हादसे में खो दिया था। इस किरदार को निभाते समय अनुपम खेर की उम्र मात्र 28 वर्ष थी। इस फिल्म को काफी सराहना प्राप्त हुई थी जिसके बाद यह अनुपम खेर की यादगार फिल्मों में शुमार हो गई।

अपने चार दशक के करियर में उन्होंने प्रत्येक जॉनर की फिल्में और किरदारों में हाथ आजमा लिया है। उनकी हिट फिल्मों की लिस्ट में दिल, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, एमएस धोनी, हम आपके हैं कौन, जुड़वा, कुछ कुछ होता है, कर्मा, राम लखन, डर और स्पेशल 26 जैसी फिल्में शामिल हैं। फिल्मों के अलावा अनुपम खेर टीवी में भी काम कर चुके हैं। उन्होंने द अनुपम खेर शो:कुछ भी हो सकता है और सवाल दस करोड़ का जैसे शोज किए। इसके साथ ही उन्होंने अपने प्रोडक्शन हाउस के तहत टीवी शो और कुछ फिल्मों का भी निर्माण किया जिनमें इम्तिहान (1994), बंगाली फिल्म, बारीवाली  (2000), मैंने गांधी को नहीं मारा (2005) तेरे संग (2009) शामिल है।

हिंदीरश की तरफ से अनुपम खेर को जन्मदिन की ढ़ेरों बधाई!

देखें हिंदीरश की ताज़ा वीडियो

Shikha Sharma :शिखा, इसका मतलब होता है पहाड़ की चोटी लेकिन, अपने काम में मैं चोटी से लेकर एड़ी तक ज़ोर लगा देती हूं! बॉलीवुड फ़िल्में और गानें मेरी रगों में हैं! किशोर कुमार से लेकर बादशाह तक, म्युज़िक मेरी ज़िन्दगी है!