ए आर रहमान यानि अल्लाह रक्खा रहमान (Allah Rakha Rahman) का आज 52वां जन्मदिन है। ए आर रहमान के संगीत को देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब पसंद किया जाता है। पूरी दुनिया भी उनके म्यूजिक की दीवानी है। ए आर रहमान (AR Rahman Birthday)का जन्म 6 जनवरी 1967 को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में हुआ। बचपन में उनका नाम ‘अरुणाचलम् शेखर दिलीप कुमार मुदलियार’ रखा गया। परिवार के धर्मपरिवर्तन के बाद उनका अल्लाह रक्खा रहमान रखा गया।
ए आर रहमान के पिता मलयालम फिल्मों में म्यूजिक देते थे, जिसका प्रभाव उनपर भी पड़ा। मतलब म्यूजिक उन्हें विरासत में मिला। एआर रहमान ने चेन्नई के ‘नेमेसिस एवेन्यू’ बैंड की खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई। वे की-बोर्ड, पियानो, हारमोनियम और गिटार भी बजा लेते है। वे सिंथेसाइजर को कला और टेक्नोलॉजी का अद्भुत संगम मानते हैं। बैंड ग्रुप में काम करते हुए ही उन्हें लंदन के ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ म्यूजिक से स्कॉलरशिप भी मिली, जहां से उन्होंने पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में डिग्री प्राप्त की।
देखिए एआर रहमान की बेहतरीन तस्वीर…
ए आर रहमान ने हिंदी के साथ-साथ कई भारतीय भाषाओं की फिल्मों के लिए म्यूजिक दिया है। ए आर रहमान ऐसे पहले भारतीय हैं जिन्हें इंडो-ब्रिटिश फिल्म ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ में म्यूजिक देने के लिए दो ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टाइम्स मैगजीन ने उन्हें ‘मोजार्ट ऑफ मद्रास’ की उपाधि दी। रहमान गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय व्यक्ति हैं। स्लमडॉग मिलेनियर के ‘जय हो’ सॉन्ग के लिए दो ग्रैमी पुरस्कार भी मिले।
ए आर रहमान आज दुनिया के टॉप टेन म्यूजिक कंपोजर्स में गिने जाते हैं। उन्होंने रोजा, स्लमडॉग मिलेनियर, बॉम्बे, रॉकस्टार, रंगीला, ताल, तहजीब, बॉम्बे, दिल से, रंगीला, जीन्स, पुकार, फिज़ा, लगान, मंगल पांडे, स्वदेश, रंग दे बसंती, जोधा-अकबर, जाने तू या जाने ना, युवराज, गजनी जैसी फिल्मों में संगीत दिया है। उन्होंने देश की आजादी की 50वीं वर्षगाँठ पर 1997 में ‘वंदे मातरम’ एलबम बनाया, जो आज भी स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अलावा अंतरराष्ट्रीय खेलों में बड़ी शान से बजाया जाता है।
देखिए एआर रहमान का ‘जय हो’ सॉन्ग…
देखिए ए आर रहमान की तस्वीरें…